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टोल पर डबल जुर्माना नियम बन रहा विवाद का कारण, उज्जैन में इस कारण महिलाएं-बच्चे भी पिट गये

टोल कर्मचारियों की दादागिरी का वीडियो जारी होने पर सांसद नाराज हुए तो पुलिस ने भी दिखाई सख्ती

टोल नाकों पर डबल जुर्माने का नियम आयेदिन विवाद का कारण बन रहा है। यानी जिस वाहन में फस्ट टैग नहीं लगा है और वाहन मालिक नकद टैक्स toll tax चुकाना चाहता है तो उसे डबल टैक्स जमा करना होगा। यह नियम वाहन मालिकों को रास नहीं आता और इस कारण विवाद बढ़ जाता है। कुछ ऐसा ही मध्यप्रदेश के उज्जैन के नजदीक खरसौदखुद गांव के पास उज्जैन-बड़नगर-बदनावर नेशनल हाइवे के टोल पर शनिवार 10 मई 2025 की दोपहर को हुआ। जिसका परिणाम यह रहा कि टोल नाके पर तैनात गुण्डे नुमा कर्मचारियों ने वाहन में बैठै पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं और बच्चों को भी बुरी तरह पीटा। एक दिन बाद रविवार 11 मई को पूरी घटना का वीडियाे वायरल हुआ। क्षेत्र के सांसद अनिल फिरोजिया ने वीडियों देखकर नाराजगी दिखाई इसके बाद पुलिस प्रशासन सख्त हुआ और आरोपियों को पकड़कर कानून के शिकंजे में लिया।

देवास का है पीड़ित परिवार

उज्जैन -बड़नगर-बदनावर नेशनल हाइवे पर खरसौद खुर्द टोल पर शनिवार शाम देवास के परिवार के लोगों और टोल कर्मचारियों के बीच जमकर विवाद हुआ। विवाद बढ़ने पर टोल कर्मचारी करने लगे और कार सवार के साथ बेरहमीपूर्वक मारपीट कर दी। महिलाओं और बच्चों अभद्रता कर हाथापाई की।खरसौदखुर्द टोल प्लाजा पर कर्मचारियों की मारपीट का शिकार परिवार देवास के रानी बाग क्षेत्र का निवासी बैरागी परिवार है। परिवार जन छोटे भाई की शादी के बाद देवस्थान पर पूजन के लिये गये थे और लौटते वक्त यह घटना हुई। इंगोरिया थाना पुलिस ने बताया शनिवार को कार क्रमांक एमपी 09 बीडी 6547 से यह परिवार लौट रहा था। यह कार देवास जिले के आष्टा के कपिल चौधरी के नाम पर पंजीकृत है। खरसीद खुर्द टोल प्लाजा से गुजरते वक्त इस कार में देवास के बैरागी परिवार के सदस्य बैठे हुए थे। कार का फास्ट टैग काम नहीं कर रहा था इस कारण परिवार ने नकद टोल चुकाना चाहा। जिस पर कर्मचारियों ने नियमों का हवाला देते हुए टोल शुल्क 135 रुपए की जगह 27्0 रुपए मांगे इस बात पर बहस शुरू हो गये और विवाद हो गया। धीरे-धीरे बढ़ते हुए बहस मारपीट में बदल गई। टोल कर्मचारियों ने बैरागी परिवार के सदस्यों को बुरी तरह मारा। महिलाओं और बच्चों के साथ भी मारपीट की गई। इस पूरे मामले का किसी प्रत्यक्षदर्शी ने वीडियाे बनाकर वायरल कर दिया। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार बिना शिकायत किए चला गया।

वीडियो वायरल होने के बाद मामला उछला

रविवार को वीडियो वायरल होने के बाद लोगों में गुस्सा पनपा। मामला सांसद अनिल फिरोजिया तक पहुंचा तो उन्होंने भी पुलिस को कार्रवाई के लिये कहा। इसके बाद एसपी प्रदीप शर्मा ने स्वत: ही मामले में संज्ञान लेते हुए आरोपियों की धरपकड़ की। इंगोरिया थाना प्रभारी अमित सारस्वत ने मीडिया को बताया वीडियो के आधार पर टोल संचालक और कर्मचारियों की पहचान की। इनमें से 6 को गिरफ्तार किया है।

इन आरोपियों को किया गिरफ्तार, उठक-बैठक भी लगवाई

इंगोरिया थाना पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर कर्मियों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर बीएनएस 170 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अन्य फरार आरोपियों की की जा रही है। थाने पर आरोपियों ने उठक-बैठक लगाकर माफी भी मांगी। पुुलिस ने आरोपीगण सुरेंद्र सिंह उर्फ सोनू पिता अर्जुनसिंह राठौर निवासी खरसीद खुर्द, हर्षवर्धन सिंह पिता हेमचंदसिंह राठौर निवासी भाट पचलाना, संदीप पिता मोहनलाल चौधरी निवासी भिड़ावद थाना बड़नगर, रणवीर पिता विश्वनाथ उमठ व विजेंद्र पिता रघुवीरसिंह चंद्रवंशी निवासी तलेन जिला राजगढ़ और ऋतुराजसिंह राठौर को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस फरार आरोपी राजवर्धन निवासी रसूलाबाद, प्रहलाद, दीपक, पुष्पेंद्र डोडिया, देवेंद्र सिंह, रितेश आदि की तलाश कर रही है।

फरियादी परिवार ने देवास में करवाया प्रकरण दर्ज

घटना के बाद मौके से चले गये फरियादी बैरागी परिवार ने देवास के सिविल लाइन थाने में प्रकरण दर्ज करवाया है। बड़नगर एसडीओपी एमएस परमार ने बताया वीडियो से पीड़ित परिवार की पहचान की गई थी। बैरागी परिवार के पंकज बैरागी ने देवास के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसमें उन्होंने बताया कि छोटे भाई की शादी के बाद पिता के स्थान पर पूजा के लिए उज्जैन गए थे। लौटते समय टोल कर्मियों ने टोल राशि को लेकर गुंडागर्दी करते हुए महिलाओं और बच्चों से भी मारपीट की। सिविल लाइन थाना प्रभारी रोहित पटेल ने बताया शून्य पर कायमी कर प्रकरण दर्ज कर केस डायरी इंगोरिया थाना पुलिस को भेजी जाएगी। फरियादी ने बताया कि टोल टैक्स पर रुपए देने के बाद भी रसीद नहीं देने की बात पर विवाद हुआ था।

विवाद के तीन दिन पहले ही शुरू हुआ टोल

उज्जैन बड़नगर-बदनावर नेशनल हाईवे पर खरसीद खुर्द का यह टोल प्लाजा सरकार की भारत माला परियोजना के तहत बना है। इसे विवाद के तीन दिन पहले ही चालू किया गया था। टोल वसूली का जिम्मा एएस मल्टी सर्विस को ई-टेंडर के जरिए दिया है। टोल शुरू होते ही शुल्क को लेकर वहां विवाद की स्थिति बनने लगी थी। इसके पहले भी टोल पर कुछ वाहन चालकों के साथ विवाद की स्थिति बनी थी।

सांसद बोले- ऐसे लोगों का ठेका निरस्त हो

उज्जैन के सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि जो वीडियो मेरे संज्ञान में आया है। उसे देखकर मुझे भी आक्रोश आया है। बहन-बेटी के साथ इतनी बर्बर तरीके से मारपीट की। छोटी बच्ची को उठाकर फेंका, गाड़ी में से खींचा। इस घटना की मैं निंदा करता है। सांसद ने कहा कि मैंने एसपी को निर्देशित भी किया है कि ऐसे आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करें। एसपी ने इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है। मैं सरकार की ओर से विश्वास दिलाता हूं कि ऐसे आरोपियों का उखाड़कर फेंकेंगे। ऐसे लोगों के टोल निरस्त करने के निर्देश दिए हैं।

फास्ट टैग कई कारण से काम नहीं करता, लेकिन डबल टैक्स उचित नहीं

सरकार का यह नियम की नकद टोल टैक्स देने पर डबल रुपए देना होगा, किसी भी मायने में उचित नहीं है। इसी कारण आये दिन कई टोल नाकों पर विवाद होते हैं। तकनीकी खराबी, बैलेंस नहीं होने, टोल के स्कैनर में खराबी या फिर दूसरे की कार का उपयोग करते वक्त फास्ट टैग के उपयोग में समस्या आती है। ऐसे में अगर वाहन चालक नकद टोल चुकाना चाहता है फिर उससे डबल रुपए वसूलना किसी भी हालत में नियम सम्मत नहीं है। क्योंकि फास्ट टैग बंद होना कोई अपराध नहीं है, फिर जुर्माना क्यों। रही बात टोल टैक्स की तो वो वाहन चालक नकद चुका ही रहा है।

टोल नाके पर कर्मचारियों की गुंडागर्दी, महिलाएं व बच्चों को भी पीटा

-हरिओम राय

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