सोनम रघुवंशी की एक गलती ने खोल दी पोल, मोबाइल ने दे दी लोकेशन
सोनम दो दिन इंदौर भी रुकी, विशाल को पुलिस हिरासत में देख राज ने वारदात कबूल ली

इंदौर के राजा मर्डर केस में मेघालय पुलिस ने मृतक की पत्नी सोनम रघुवंशी और राज समेत 5 आरोपियों गिरफ्तार किया है। इन्हें शिलॉन्ग लाया गया है। सभी आरोपियों को 11 जून 2025 को कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने सोनम समेत सभी आरोपियों को 8 दिन की पुलिस रिमांड पर सौंपा है। राजा रघुवंशी की हत्या के आरोपियों ने वारदात में शामिल होने की बात पुलिस के सामने मान ली है। सोनम रघुवंशी द्वारा मोबाइल चालू करने की गलती ने पूरी घटना को उजागर कर दिया।
पहले सेल्फी के बहाने धक्का देकर मारने का प्लान था
पुलिस के समक्ष धीरे-धीरे घटना से जुड़े अनसुलझे पहलू सामने आ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक पुलिस मुख्य आरोपी राज कुशवाह का आरोपी विशाल से आमना-सामना कराया गया तो उसने वारदात में शामिल होने की बात कबूल कर ली। आरोपियों ने इंदौर क्राइम ब्रांच को बताया, राज और सोनम की प्लानिंग थी कि राजा को सेल्फी लेते वक्त धोखे से धक्का देकर खाई में गिरा दिया जाए, जिससे उसकी मौत हादसा लगे। इसके लिए जंगल में खाई वाली जगह चुनी थी। आरोपी राज ने पूछताछ में बताया, हमारा मकसद राजा रघुवंशी को शिलॉन्ग ले जाने का था ताकि हत्या का शक बांग्लादेशी रोहिंग्या पर जाए। यह भी तय था कि सोनम करीब दो सप्ताह बाद अचानक कहीं मिलती और बांग्लादेशियों को आरोपी बताती। सोनम के चिल्लाने पर विशाल ने राजा के सिर में पीछे से वार किया। फिर उसे उठाकर खाई में फेंका और हथियार वहीं छोडक़र भाग गए।
गुवाहाटी से बेंगलुरु, कानपुर, भोपाल के रास्ते इंदौर पहुंचे
क्राइम ब्रांच के मुताबिक, बुधवार को शिलॉन्ग ले जाने से पहले आरोपी राज ने पूछताछ में बताया, राजा की हत्या के बाद विशाल, आनंद और आकाश गुवाहाटी से बेंगलुरु, फिर कानपुर और भोपाल के रास्ते इंदौर पहुंचे। इस दौरान वे लोग आनंद के गांव में भी रुके थे। सोनम ने हत्या के बाद इन लोगों से कोई संपर्क नहीं किया। लेकिन वह मुझसे दूसरे का मोबाइल लेकर बात करती थी। दंडोतिया ने बताया कि सोनम ने एक बार खुद के मोबाइल से बात की तभी पुलिस को उसकी लोकेशन मिल गई। इस बातचीत के बाद राज ने सोनम का मोबाइल बंद करवा दिया।
देवास के कारोबारी से दिलवाये थे आरोपियों को रुपए
इंदौर क्राइम ब्रांच के अफसरों के मुताबिक सोनम ने पति राजा की हत्या कराने के लिए राज को 50 हजार रुपए एडवांस दिए थे। ये रुपए सोनम ने देवास के एक कारोबारी से दिलवाए थे। राज ने तीन साथियों को यह रुपए बांट दिए थे। हत्या के बाद सोनम इंदौर आई और यहां से वाराणसी गई। इस दौरान गाजीपुर से करीब 90 किलोमीटर पहले सोनम ने अपना मोबाइल चालू कर राज से बात की थी। तब राज ने कहा था कि वह उसे मोबाइल से कॉल नहीं करे। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। यहीं से सोनम की लोकेशन पुलिस को मिल गई थी। यही गलती से पूरे मामले का पर्दापुाश हो गया
शिलॉन्ग पुलिस ने इंदौर क्राइम ब्रांच से संपर्क किया
शिलॉन्ग में एसआईटी को सोनम और तीन आरोपियों के मोबाइल पर बात करने को लेकर डिजिटल एविडेंस हाथ लगे थे। इस मामले में शिलॉन्ग एसआईटी ने इंदौर क्राइम ब्रांच से संपर्क किया। उन्होंने तीनों आरोपी राज, विशाल और आकाश पर नजर रखने की बात कही। क्राइम ब्रांच के कुछ पुलिसकर्मियों ने तीनों के हत्याकांड में शामिल होने की पुष्टि कर ली थी। तब शिलॉन्ग पुलिस ने इंदौर आकर क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
आनंद कर्मी के दस्तावेजों से खरीदी थी हत्या के दौरान उपयोग की गई सिम
राजा के हत्याकांड में जिन फर्जी सिम का उपयोग किया गया था, वह आनंद कुर्मी के डॉक्यूमेंट से राज के घर के पास स्थित एक मोबाइल शॉप से ली गई थी। क्राइम ब्रांच की टीम मंगलवार को यहां भी पहुंची। दुकान संचालक से पूछताछ की तो उसने सिम देना कबूला। उसके रजिस्टर में इसकी इंट्री भी मिली। आरोपियों ने बताया कि इस हत्याकांड में उन्होंने एक ही सिम और मोबाइल का उपयोग किया था। राजा की हत्या के बाद उन्होंने मोबाइल और सिम शिलॉन्ग में ही फेंक दी थी।
सोनम और दोनों आरोपी अलग-अलग निकले
राजा की लाश को ठिकाने लगाने के बाद सोनम सीधे गेस्ट हाउस नहीं पहुंची। वह टैक्सी से गुवाहाटी गई। गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकडक़र इंदौर पहुंची। एसपी विवेक स्येमा ने मीडिया को बताया, सोनम ने खुद ये बताया कि वह दो दिन के लिए इंदौर आई थी। यहां किराए के कमरे रही। एसपी ने ये भी आशंका जताई है कि ये कमरा संभवत: उसे राज कुशवाह ने दिलाया था।
पहले राज ने किया इनकार, विशाल के सामने कबूला
राज ने शुरुआत में इस हत्याकांड में अपना हाथ होने से इनकार किया। उसने क्राइम ब्रांच के अफसरों से कहा कि वह सोनम को अपनी बहन मानता है। उसका इस केस से कोई लेना देना नहीं है, लेकिन विशाल के सामने लाते ही राज टूट गया और हत्याकांड में खुद के शामिल होने की बात कही। इसके बाद क्राइम ब्रांच और शिलॉन्ग पुलिस ने मामले को लेकर पूरी कड़ी जोड़ी।
राज को राखी बांधती थी सोनम
सोनम रघुवंशी के भाई गोविंद ने बुधवार को इंदौर में राजा रघुवंशी की मां उमा रघुवंशी से मुलाकात की। गोविंद राजा की मां के गले लगकर रोया और कहा कि सोनम ने गलती की, उसे सजा-ए-मौत होनी चाहिए। गोविंद ने कहा कि आरोपी राज कुशवाह और सोनम के बीच अफेयर नहीं था। वह राज को राखी बांधती थी। राजा के हत्यारों को सजा मिलनी चाहिए। 11 मई को शादी के बाद 21 मई को राजा-सोनम शिलॉन्ग पहुंचे थे। 23 मई को परिवार से आखिरी बात की। 2 जून को राजा का शव मिला। 17 दिन से गायब सोनम 9 जून को गाजीपुर में मिली थी। इसके बाद ही हत्याकांड का खुलासा हुआ।
हत्याकांड को लेकर शिलॉन्ग पुलिस ने दावे
- 1. शिलॉन्ग एसपी विवेक स्येम ने कहा, राज के साथी तीनों सुपारी किलर्स ने कबूला है कि सोनम 22 मई को शिलॉन्ग पहुंच गई थी। राजा को मारने का प्लान-ए इसी दिन का था। इसके लिए सोनम ने तय किया था कि वह राजा को पहाड़ पर ले जाएगी।
- 2. शिलॉन्ग पुलिस ने दावा किया कि तीनों किलर्स भी वहां मौजूद होंगे। इसी बीच सेल्फी लेने के बहाने वो राजा को खाई में धक्का दे देगी। लेकिन, बारिश और अंधेरा होने के कारण प्लान ए कैंसिल करना पड़ा।
- 3. पुलिस ने बताया कि प्लान ए के बाद प्लान बी पर काम किया। इसमें अगले दिन राजा को पहाड़ पर ले जाकर मार दिया। हत्या के बाद सभी आरोपी क्राइम सीन से 11 किमी दूर मिले थे।