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अब सिर्फ निहार सकेंगे महाकाल को, कैद नहीं कर सकते

20 दिसंबर से मंदिर के अंदर मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित, ले गये तो देना होगा जुर्माना

समाचार आज। उज्‍जैैन

उज्‍जैन में अब आप भगवान श्री महाकालेश्‍वर को दर्शन कर निहार सकते हैं, लेकिन उन्‍हें कैद नहीं कर सकते। यानी अब आप भगवान महाकाल का फोटो या वीडियो नहीं खींच पायेंगे। क्‍योंकि श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति ने मंदिर के अंदर मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित कर दिया है।

श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में 5 दिसंबर 2022 को कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये हैं। मंदिर में लगातार विवादास्पद वीडियो बनाकर वायरल होने की घटनाओं को देखते हुए 20 दिसंबर 2022 से मंदिर के अंदर मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित किया है। यह नियम सभी पर लागू रहेगा। इसी तरह वर्ष के अंतिम सप्ताह और नए वर्ष के पहले सप्ताह में महाकाल दर्शन के लिए भीड़ बढ़ जाती है। इस बार 24 दिसंबर से 5 जनवरी 2023 तक गर्भगृह में सभी के लिए प्रवेश प्रतिबंधित किया है।

दो महीने बाद हुई है मंदिर समिति की बैठक

श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक करीब 2 महीने बाद मंदिर के प्रशासनिक भवन पर आयोजित हुई। करीब 2 घंटे से अधिक समय तक चली बैठक के दौरान कई बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद निर्णय लिया गया। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि वर्तमान स्थिति में भीड़ को देखते हुए मंदिर परिसर में विवादास्पद वीडियो बनाकर वायरल करने घटनाएं सामने आई है। इस देखते हुए अब 20 दिसंबर से महाकाल मंदिर के आंतरिक परिसर में मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध लगाया है। प्रतिबंध के बाद भी मोबाइल ले जाते है तो जुर्माना लगाया जाएगा।

VVIP के फोटो भी अधिकृत फोटोग्राफर लेंगे

कलेक्टर ने कहा कि यह निर्णय सभी पर लागू रहेगा। यदि कोई भी VVIP आते है तो मंदिर की ओर से आधिकारिक फोटोग्राफर फोटो खींचने के लिए मौजूद रहेगा। इसी तरह साल के अंतिम दिनों में और नए साल के पहले सप्ताह में अधिक भीड़ भगवान महाकाल के दर्शन के लिए देश भर से पहुंचती है। बैठक में निर्णय लिया गया कि 24 दिसंबर से 5 जनवरी 2023 तक गर्भगृह में पूर्णत: प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। इस दौरान श्रद्धालु बाहर से ही दर्शन लाभ ले सकेंगे।

भस्म आरती के दर्शनार्थी होंगे परेशाान

कोई भी श्रद्धालु अपने साथ मोबाइल नहीं ले जा पाएगा, लेकिन भस्म आरती में मोबाइल ले जाने की छूट रहेगी। ऑनलाइन बुकिंग करवाने वाले श्रद्धालुओं के टिकट मोबाइल पर जारी होते हैं। उन्हें मंदिर में प्रवेश के पहले मोबाइल पर जारी टिकट की जांच करवाना पड़ती है। इसके बाद ही उन्हें भस्म आरती में प्रवेश दिया जाता है। भस्म आरती करने वाले श्रद्धालुओं के मोबाइल विश्रामधाम में जमा करवाए जाएंगे।

अफसर-पंडे-पुजारी ले जा सकेंगे मोबाइल

समिति सदस्यों के अनुसार मंदिर के अफसर, पंडे, पुजारी मोबाइल ले जा सकेंगे, लेकिन उनका उपयोग नहीं कर पाएंगे। ऐसा होने पर उनके खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई की जा सकती है। बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि मंदिर परिसर में फोटो खींचने के लिए समिति की ओर से अधिकारिक व्यक्ति रहेगा। श्रद्धालु उससे फोटो खिंचवा सकेंगे।

बाकी श्रद्धालुओं के मोबाइल रखने की फिलहाल कोई व्‍यवस्‍था नहीं

महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। मंदिर समिति के अनुसार, पूर्व में 10 से 25 हजार श्रद्धालु औसत प्रतिदिन आते थे, जो बढ़कर 35 से 50 हजार हो गए हैं। इसके अलावा पर्व, त्योहार और अवकाश के दिन यह आंकड़ा बढ़कर 50 हजार से एक लाख तक पहुंच जाता है। मंदिर प्रशासक के अनुसार इतनी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के मोबाइल कहां रखेंगे? इसकी व्यवस्था फिलहाल नहीं है।

पर्यटक बस भी चलायेगी मंदिर समिति

बैठक में मंदिर समिति द्वारा पर्यटक बस चलाने का भी निर्णय लिया है। कलेक्टर ने कहा कि नई पर्यटक बस अंदर से एयर कंडिशन रहेगी और ऊपर की ओर से खुली रहेगी। बस के लिए टेंडर निकालने के बाद किराया भी निर्धारित किया जाएगा। बस के माध्यम से मंदिर को रेवेन्यू भी मिलेगा और श्रद्धालुओं को उत्कृष्ट सेवा भी मिल सकेगी।

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