आंतों में इन्फेक्शन था सेवाधाम निराश्रितों की मौत का कारण

प्रारंभिक जांच में सामने आया कारण, कलेक्टर बोले-पीएम रिपोर्ट आने पर ही सही कारण पता चलेगा
समाचार आज। उज्जैन
उज्जैन के अंबोदिया गांव में स्थित सेवाधाम आश्रम में दो लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में बुधवार को शार्ट रिपोर्ट सामने आई है शुरूआती वजह आंतो में इंफेक्शन के रूप में बताया जा रहा है। शुरूआती जांच में यह भी साफ हो गया है कि आश्रम में फूड प्वाइजनिंग जैसी कोई घटना नहीं हुई है। जिन दो मरीजों की मौत हुई वे पहले से कई तरह के संक्रामक रोग से ग्रसित थे।
उज्जैन के सेवाधाम आश्रम में मरीजों की संदिग्ध मौत की सूचना के बाद एडीएम संतोष टेगोर ने नायब तहसीलदार लोकेश चौहान और घटि्टया ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर अनुज शाल्य को मौके पर भेजा था। नायब तहसीलदार द्वारा की गई जांच में आश्रम में किसी तरह की फूड प्वाइजनिंग जैसी घटना की पुष्टी नहीं हुई है। सेवाधाम आश्रम के मनोरोगी पुरूष वार्ड में भी 4 मरीजों की तबियत बिगड़ी हुई पाई गई, इन्हें आश्रम में ही इलाज दिया गया।
फूड प्वाइजनिंग जैसे कोई साक्ष्य नहीं मिले
डा. शाल्य ने बताया कि आश्रम में फूड प्वाइजनिंग जैसे कोई साक्ष्य नहीं मिले है। जिन मरीजों की मौत हुई या जो बीमार हुए है, उनमें पेट में किसी तरह का इंफेक्शन होने के लक्षण मिले है है, हालांकि इसकी पुष्टी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही हो पाएगी। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि मनोरोगियों की मौत दवाओं के रिएक्शन या अन्य वजह से हो सकती है, इसीलिए दोनों मृतकों का बिसरा प्रिजर्व कर इसे जांच के लिए भिजवाया गया है। बिसरा रिपोर्ट से मौत की सही वजह पता चल सकेगी।
मनोरोगी कई तरह के संक्रामक रोग से ग्रसित रहते है
सेवाधाम आश्रम के संचालक सुधीर भाई गोयल ने बताया कि आश्रम में जितने भी मनोरोगी है, सभी सड़कों से उठाकर यहां लाए गए है। आश्रम में लाए जाने से पहले मनोरोगी कई तरह के संक्रामक रोग से ग्रसित रहते है। जिन दो मनोरोगियों की मौत हुई है उनमें से एक 2016 में और दूसरा 2007 में आश्रम में लाया गया था। आश्रम में लाए जाने के बाद यहां इनका पूरा ध्यान रखा गया। दोनों का पहले से इलाज चल रहा था। गौरतलब है कि सेवाधाम आश्रम में रह रहे दो मनोरोगियों की मौत के अलावा 4 मनोरोगियों की तबियत भी बिगड़ी थी, इनमें से एक को गंभीर होने पर इंदौर रैफर किया गया जबकि तीन मरीजों की हालत अब खतरे से बाहर है।