उज्जैन की एक और जेल में वसूली रैकेट !

कांग्रेस नेता आरआर खान का हत्यारा जेल में चला रहा रैकेट, अब भैरवगढ़ जेल भेजा
समाचार आज । उज्जैन
केंद्रीय भैरवगढ़ जेल में चल रही अनियमितताओं व भ्रष्टाचार का सिलसिला अभी थमा भी नहीं था कि उज्जैन जिले की खाचरौद उपजेल भी वसूली रैकेट जैसे संगीन आरोपों के कारण चर्चा में आ गई है। नागदा अभिभाषक संघ की शिकायत के बाद शनिवार 22 अप्रैल 2023 को खाचरौद उपजेल में बंद बदमाश गुलफाम को सेंट्रल जेल उज्जैन शिफ्ट किया है। बदमाश गुलफाम रतलाम के कांग्रेस नेता आरआर खान की हत्या का सजायााफ्ता बंदी है।
नागदा अभिभाषक संघ ने 19 अप्रैल 2023 को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश उज्जैन, विशेष जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश नागदा, गृह मंत्री भोपाल, प्रमुख सचिव राज्य शासन भोपाल व जिला जेल अधीक्षक उज्जैन को शिकायत की थी। शिकायत में जेलर व बदमाश के वसूली रैकेट को रोकने और बदमाश को जेल से शिफ्ट करने की मांग की गई थी। नागदा मंडी थाना पुलिस शनिवार सुबह उप जेल पहुंची, बदमाश को सेंट्रल जेल भेरूगढ़ उज्जैन शिफ्ट किया। अपनी शिकायत में नागदा अभिभाषक संघ ने कहा था कि बदमाश गुलफाम जेल में गुंडा राज चला रहा था। वह जेल में अवैध वसूली करता था। कैदियों से मिलने आने वाले उनके परिजनों व कैदियों को सुविधा देने के नाम पर वसूली करता था। इसमें उप जेलर के शामिल होने के आरोप भी लगाए थे।
अभिभाषक से ही मांग लिए थे रुपए
यह मामला एक अभिभाषक से रुपए मांगने के कारण उजागर हुआ। 19 अप्रैल 2023 को युवा अभिभाषक सलमान लाला भुरूशाह जेल में बंद अपने दो पक्षकार नागुसिंह व फरदीन से मुलाकात करने गए थे। वे दोनों से वकील पत्र पर हस्ताक्षर कराने के लिए उपजेल खाचरौद पहुंचे थे। गेट पर कैदी बदमाश गुलफाम पिता मुन्ना खां निवासी जबरन कॉलोनी नागदा मौजूद था। गुलफाम ने अभिभाषक से मुलाकात करने के लिए 5 हजार रुपए मांगे। जब अभिभाषक ने रुपए देने से मना किया, गुलफाम ने मुलाकात नहीं कराने बात कहते हुए धमकी दी कि तेरे साथ कोई भी घटना घटित करवा सकता हूं। जेलर से शिकायत भी करेगा तो कुछ नहीं होगा।
कांग्रेस नेता की हत्या के बाद काट रहा आजीवन कारावास
गुलफाम बचपन से अपराध की दुनिया में है। वह खाचरौद, उज्जैन व रतलाम की जेल में कई बार सजा काट चुका है। उस पर 20 अपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। जिसमें हत्या, जान से मारने का प्रयास, फिरोती के लिए अपहरण, शासकीय कार्य में बांधा, पुलिस को नशीला पदार्थ पिलाकर फरार होना जैसे कई गंभीर अपराध भी शामिल है। रतलाम में अक्टूबर 2004 में तात्कालीन कांग्रेस नेता व नगर निगम में प्रतिपक्ष नेता आरआर खान की हुई, हत्या में भी गुलफाम का नाम शामिल था। 12 अप्रैल 2017 को द्वितीय अपर सत्र न्यायालय ने गुलफाम समेत 5 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। एक बार गुलफाम ने मार्च 2010 में उन्हेल बस स्टैंड पर पुलिस को नशीला पदार्थ पिलाकर कस्टडी से फरार हो गया था।

पूर्व में भी हो चुकी है शिकायत
वकीलों ने कहा कि उपजेलर जब से पदस्थ हैं, तब से उपजेल विवादों में घिरी है। पूर्व में अभिभाषक संघ ने भी जेलर की शिकायत 15 दिसंबर 2022 को की थी। क्षेत्र के विधायक ने भी विधानसभा ने जेल में चल रही अवैध गतिविधियों का मामला उठाया था, लेकिन उसके बावजूद भी जेलर का न तो स्थानतंरण हुआ ओर न ही उस पर कोई कार्रवाई की हुई। अब बदमाश का जेल शिफ्ट तो कर दिया गया है, लेकिन अब यह देखना है कि जेलर पर कार्रवाई होती है या नहीं।