उज्जैन-जावरा फोरलेन मामले में पैदल यात्रा पर निकले किसान नेता गिरफ्तार
उज्जैन-जावरा फोरलेन के विरोध में कर रहे हैं आंदोलन, उज्जैन संभाग आयुक्त भी पहुंचे जावरा

उज्जैन-जावरा फोरलेन पर जावरा क्षेत्र में बनाये जा रहे पुलों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसान नेताओं को रविवार 23 मार्च 22025 को जेल जाना पड़ा। रतलाम के जावरा-उज्जैन के बीच प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड फोरलेन का विरोध लगातार जारी है। रविवार को विरोध स्वरूप निकाली जा रही पैदल न्याय यात्रा की अगुआई करने वाले कांग्रेस नेता डीपी धाकड़ व राजेश भरावा को पुलिस ने बड़ावदा से गिरफ्तार कर लिया है। रतलाम लाकर जिला जेल भेज दिया है। उज्जैन कमिश्नर संजय गुप्ता भी जावरा पहुंचे।
रविवार सुबह पुलिस ने पैदल यात्रा की अगुआई करने वाले जिला पंचायत सदस्य व कांग्रेस नेता डीपी धाकड़ व राजेश भरावा को गिरफ्तार कर बड़ावदा पुलिस थाने लाई। इस दौरान बड़ी संख्या में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी व फोर्स मौजूद रहा। दोनों नेताओं को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर पुलिस रतलाम जिला अस्पताल लाई। यहां मेडिकल करवाकर जिला जेल भेज दिया। दोनों नेताओं की गिरफ्तारी से विरोध करने वाले अन्य तितर-बितर हो गए।
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बड़ावदा के हनुमंतिया पर यात्रा को रोका
पूर्व में जिले में हुए किसान आंदोलनों को देखते हुए जिला व पुलिस प्रशासन अलर्ट दो दिन से अलर्ट है। पुलिस को अंदेशा था कि विरोध करने वाले उज्जैन जाकर कहीं सीएम डॉ. मोहन यादव के निवास पर जाकर विरोध ना करें। इसे देखते हुए पुलिस ने रविवार को बड़ावदा के हनुमंतिया से पहुंचकर यात्रा को रोका। अगुआई कर रहे किसान नेताओं को अरेस्ट कर लिया। रतलाम से लेकर जावरा व उज्जैन के रास्ते पुलिस फोर्स को तैनात कर रखा है। जनसंघर्ष समिति के असलम मेव के जावरा निवास पर भी पुलिस को तैनात कर दिया है। अभी असलम मेव कहां हैं, पता नहीं चला है।
उज्जैन संभाग आयुक्त भी पहुंचे जावरा
उज्जैन कमिश्नर संजय गुप्ता भी जावरा पहुंचे। जावरा उज्जैन बायपास पर जनसंघर्ष समिति के युसूफ कड़पा, मनोज मेहता, सुनील पोखरना आदि ने कमिश्नर को मांग पत्र सौपा। यहां कमिश्नर ने एमपीआरडीसी के अधिकारियों के साथ प्रस्तावित फोरलेन निर्माण को लेकर निरीक्षण किया।
एक दिन पहले भी लिया था हिरासत में
एक दिन पहले शनिवार को जावरा में जनसंघर्ष समिति के बैनर तले फोरलेन से प्रभावित लोग जावरा से उज्जैन तक विरोध स्वरूप पैदल यात्रा निकालने वाले थे। इसके पहले ही पुलिस ने सभी आंदोलनकारियों को हिरासत में ले लिया। पुलिस वाहन में बैठाकर घुमाते रहे। दो घंटे बाद पैदल यात्रा नहीं निकालने की चेतावनी देकर छोड़ दिया था। लेकिन शनिवार शाम को ही सभी पैदल यात्रा के रूप में बड़ावदा पहुंच गए। वहां से जिले की आखरी सीमा के हनुमंतिया गांव पहुंच गए। रात से ही पुलिस आंदोलनकारी पर नजर रखे हुई थी।
इसलिए कर रहे विरोध
जावरा-उज्जैन के बीच प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड फोरलेन का हिस्सा शहरी क्षेत्र में आ रहा है। इसमें भूतेड़ा से महू-नीमच हाईवे के बीच प्रस्तावित 7 ब्रिज बनने हैं। ब्रिज बनने से स्थानीय दुकानदारों का व्यवसाय प्रभावित होगा। इस कारण से स्थानीय व्यापारियों व दुकानदारों द्वारा पिछले 3 माह से लगातार विरोध कर धरना दिया जा रहा है। सांसद, विधायक सभी को अपना मांग पत्र सौंप चुके हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। प्रभावित चाहते हैं कि ब्रिज की जगह रोटरी डेवलप होना चाहिए। इसके अलावा अन्य विकल्प भी तलाशना चाहिए।
उज्जैन में देने वाले थे धरना
विरोध को लेकर जावरा के प्रभावित व्यापारियों द्वारा जन संघर्ष समिति बनाई गई है जो कि पिछले 3 माह से लगातार धरना देकर जावरा से लेकर रतलाम में आंदोलन कर चुकी है। जनसंघर्ष समिति के बैनर तले जावरा से उज्जैन कमिश्नर कार्यालय तक पैदल यात्रा निकाली जानी थी। पैदल यात्रा का नाम किसान न्याय यात्रा दिया था। इसमें प्रभावित किसानों को भी बुलाया गया। प्रभावित क्षेत्रों से यह यात्रा उज्जैन तक जाने वाली थी।