उज्जैन में ट्रिपल मर्डर, मां का शव घर में पलंग पेटी और बेटे-पोते की लाश जंगल से मिली

वरिष्ठ अधिकारी लगे सुराग तलाशने, सीसीटीवी कैमरों पर जमाई निगाहें

समाचार आज
उज्जैन शहर में मंगलवार को ट्रिपल मर्डर से सनसनी फैल गई हैं। वृद्ध महिला की लाश घर में पलंग पेटी में मिली हैं। जबकि महिला के बेटे और पोते की लाश इंगोरिया थाना क्षेत्र के जंगलों से बरामद हुई है। लाशों की स्थिति से अनुमान लगाया जा रहा हैं कि तीनों को करीब तीन-चार दिन पहले मारा गया हैं। डीआईजी और एसएसपी स्तर के वरिष्ठ अधिकारी घटना का सुराग तलाशने में जुट गए हैं।
उज्जैन पुलिस को सोमवार रात को इंगोरिया थाना क्षेत्र के जंगल में दो लाशें मिली थी। लाशों की पड़ताल के बीच मंगलवार सुबह उज्जैन शहर के जीवाजीगंज थाने को सूचना मिली कि पिपलीनाका के हरिनगर के एक मकान पर ताला लगा है और घर से बदबू आ रही हैं। पुलिस ने घर का ताला तोडक़र अंदर तलाशा तो पलंग पेटी में हाथ-पैर बंधी एक बुजुर्ग महिला की लाश मिली। मोहल्ले वालों ने महिला की शिनाख्त सरोज पति सोहन लाल नागर के तौर पर की। मोहल्ले वालों ने पुलिस को बताया कि महिला विधवा है और वह बेटे राजेश नागर (50) और पोते पार्थ नागर (21) के साथ रहती थी। पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला दोनों ही हमेशा साथ ही आते-जाते थे और तीन-चार दिन से नजर नहीं आए हैं। पुलिस ने महिला के परिचितों को इंगोरिया में मिली दो लाश के फोटो दिखाए तो पता चला कि एक महिला सरोज नागर का पुत्र राजेश और दूसरा महिला का पोता पार्थ हैं।
पड़ोसियों को भी परिवार के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं
पुलिस की प्रारंभिक जानकारी के अनुसार महिला के पति सोहनलाल का काफी समय पहले निधन हो गया हैं। दो बेटियां है जिसमें एक का विवाह पुणे और दूसरी का मुम्बई में हुआ हैं। हरिनगर में महिला बेटे और पोते के साथ ही रहती थी। राजेश और पार्थ की आसपास में किसी पड़ोसी से ज्यादा बातचीत नहीं थी। दोनों का क्या कामकाज है इसका भी किसी को पता नहीं हैं। पुलिस को सूत्रों से पता चला है कि मृतक राजेश ब्याज पर पैसे देने का धंधा करता था। राजेश और उसकी पत्नी सारिका का तलाक 2007 में हो चुका था। जिसके बाद सारिका ने इंदौर में दूसरी शादी कर ली थी। हालांकि सारिका के दूसरे पति की भी बीते वर्ष कोविड के कारण मौत हो चुकी है। राजेश और पार्थ की सड़ी लाशें सोमवार देर रात इंगोरिया से 15 किमी दूर बुरावदा गांव में चंबल नदी से करीब सौ मीटर दूर सूखे नाले से पुलिस को मिली थी। लाश चादर, कार की मेट व कांटों से ढकी थी। इंगोरिया पुलिस को शंका है कि दोनों की हत्या करने के बाद लाश को फोर व्हीलर से लाकर यहां ठिकाने लगाया गया है। दोनों लाश तीन से पांच दिन पुरानी होना बताई जा रही है। मौके से एक की-पैड मोबाइल भी मिला है। जो कि राजेश का है।
पिता-पुत्र को हथियार और मां को गला घोटकर मारा
नागर परिवार के ट्रिपल मर्डर केस स्टोरी की उलझन को सुलझाने के लिए पूरा पुलिस महकमा लग गया है। पुलिस को अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक सनसनीखेज हत्याकांड में पिता-पुत्र की हत्या धारदार हथियार से जबकि बुजुर्ग महिला को साड़ी का फंदा बनाकर गला घोटकर मारा गया है। तफ्तीश में अब उज्जैन एसएसपी और डीआईजी भी जुट गए और दोनों ने जीवाजी गंज थाने जाकर पूरी घटना की जानकारी ली है।
मोबाइल, सीसीटीवी ही दे सकते हैं सुराग
पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सुराग तलाश रही है। हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने इंगोरिया तक के सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिये हैं। इंगोरिया थाना क्षेत्र के भी फुटेज को निकाला गया है। पुलिस को राजेश नागर का कीपेड मोबाइल भी मिला है। साइबर की टीम मोबाइल को खंगाल कर भी सुराग खोज रही है। नंबरों के आधार पर आखिरी बार किस किस से बात की गयी ये भी पता लगा रही है। नागर परिवार के घर अमूमन आम लोगो को आना जाना नहीं था। पड़ोसी से भी काम ही बात करते थे तीनों। पिछले 10 दिन में नागर परिवार के घर कौन-कौन आया था इस बात की भी जानकारी पुलिस निकाल रही है।
संदिग्ध कार की भी तलाश
राजेश और पार्थ की लाश इंगोरिया कैसे पहुंची और इनकी लाश पर ढांक कर रखा गया कार का कुशन भी इशारा कर रहा है की दोनों किसी कार से इंगोरिया तक पहुंचे थे। लेकिन वो कार किसकी थी और इंगोरिया तक लाश लेकर कैसे पहुंचे इस पर भी पुलिस छानबीन कर रही है। एडिशनल एसपी आकाश भूरिया ने बताया की इन्वेस्टिगेशन जारी है, विवाद ब्याज के रुपयों के लेनदेन को भी हो सकता है लेकिन अभी कुछ कहना जल्द बाजी होगी।