उज्जैन में ट्रेडिंग व डीमेट अकाउंट खोलने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली कंपनी पर एसटीएफ ने की कार्रवाई

उज्जैेन, समाचार आज। शहर में फर्जी एडवाइजरी कंपनी का भंडाफोड़ हुआ है। फ्रीगंज में शिव मंदिर के समीप राठी भवन के पहले माले पर फर्जी तरीके से कंपनी संचालित कर रहे सात लोगों को एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया। कई मोबाइल भी बरामद हुए। इसके माध्यम से लोगों को फोन कर डीमेट अकाउंट खोलने व ट्रेडिंग में पैसा निवेश का झांसा देकर धोखाधड़ी की जा रही थी। सतीश निशाड़ उर्फ सांई निवासी नागदा समेत सात आरोपी दबिश में पकड़े गए।
उज्जैन के आस-पास के क्षेत्र के रहने वाले कुछ लोग आई ट्रेड इंडिया रिसर्च कंपनी के नाम से फर्जी एडवायजरी कंपनी उज्जैन में संचालित कर रहे थे। मध्यप्रदेश में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली फर्जी एडवायजरी कंपनीयों के विरूद्ध मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने पिछले दिनो निर्देश दिए थे। उज्जैन की कंपनी की जानकारी एसटीएफ को लगी तो अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एसटीएफ मध्यप्रदेश विपिन माहेश्वरी के विशेष निर्देश पर उप पुलिस अधीक्षक एटीएस अभिजित रावत व निरीक्षक दीपिका शिंदे के टीम ने आई टेड इंडिया रिसर्च कंपनी पर रात को दबिश दी।
एसटीएफ उज्जैन की टीम द्वारा राठी नमकीन फ्रीगंज उज्जैन के ऊपर प्रथम तल पर दबिश देकर आई ट्रेड इंडिया रिसर्च कंपनी के नाम से फर्जी एडवायजरी कपंनी संचालित करने वाले गिरोह को पकड़ा।
आरोपियों द्वारा काल्पनिक नाम से इन्वेस्टरों को कॉल कर धोखाधड़ी की जाती थी। ऐंजल ब्रोकिंग में डीमेट अकाउंट खुलवाकर निवेशकों का विश्वास जीतकर अवैधानिक रूप से ट्रेडिंग के नाम पर धोखाधड़ी की जा रही थी। एटीएस ने आरोपीयों से कम्प्यूटर, लैपटॉप, 33 मोबाइल फोन, 01 चार पहिया वाहन, निवेशकों के मोबाइल नम्बरों की सूची एवं अन्य दस्तावेज जप्त किये गए हैं।
आरोपियों के विरूद्ध आईपीएस व आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। एसटीएफ उप पुलिस अधीक्षक अभिजित रावत ने बताया कि ये आई ट्रेंड इंडिया रिसर्च कंपनी नाम से फर्जी एडवाइजरी का संचालन कर रहे थे। इस बारे में सूचना मिलने पर एसटीएफ की टीम ने पहले आम व्यक्ति बनकर मौके पर पहुंचकर जानकारी जुटाई इसके बाद दबिश दी।
इस दौरान दस्तावेज जब्त करते हुए कार्यालय को सील कर दिया। यह फर्जी एडवाइजरी कंपनी है, जिसका सेबी रजिस्ट्रेशन नहीं है। ये लोग डीमेट खाता व ट्रेडिंग के नाम पर लोगों को फोन लगाकर उनका पैसा निवेश कराने के नाम पर धोखाधड़ी कर रहे थे। केस दर्ज कर पूछताछ की जा रही है।