उज्जैन में महिला ने दो बेटियों का गला घोंटा और खुद फांसी लगाई

महिला व 6 साल की बेटी की मौत-ढाई साल की मासूम गंभीर
समाचार आज। उज्जैन
उज्जैन के तराना में बुधवार देर रात किराना व्यापारी की पत्नी ने 2 बेटियों का गला घोंटकर फांसी लगा ली। जिसमें पत्नी और बड़ी बेटी की मौत हो गई, जबकि ढाई साल की बेटी की हालत गंभीर है। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गुरुवार सुबह मां-बेटी का अंतिम संस्कार किया गया है।
उज्जैन के तराना में नाचन बोर चौराहे पर किराना व्यापारी सुनील परमार का निवास है। सुनील घर के सामने अपनी किराने की दुकान पर थे। सामान समेटकर बुधवार रात को जब वे घर आए और पत्नी को खोजते हुए पहली मंजिल पर पहुंचे और वहां का दृश्य देखकर उनके होश उड़ गए। पत्नी गायत्री उम्र 28 पंखे से फांसी के फंदे लटकी थी। दोनों बेटियां हंसिका उम्र 6 और ढाई साल की प्रियांशी नीचे पड़ी थीं। सुनील की सूचना पर तराना पुलिस और एम्बुलेंस मौके पर पहुंची और तीनों को तराना अस्पताल लेकर गईं। यहां डॉक्टर ने पत्नी और बड़ी बेटी को मृत घोषित कर दिया। ढाई साल की बच्ची को उज्जैन जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच में गायत्री के बीमार रहने की बात सामने आ रही है। उसका मोबाइल भी जब्त किया गया है। जिला अस्पताल में प्रियांशी की हालत अब खतरे के बाहर है। मृतक गायत्री और बेटी हंसिका का गुरुवार को तराना में अंतिम संस्कार किया गया है। पुलिस को आशंका है कि गायत्री ने पहले हंसिका की गला घोंटकर हत्या की। इसके बाद प्रियांशी का गला घोंटा। प्रियांशी को मृत समझकर उसने फांसी लगा ली।
गायत्री के पिता को कोई शिकायत नहीं
गायत्री के लालाखेड़ी निवासी पिता प्रभु लाल मालवीय ने बताया कि कभी भी बेटी ने शिकायत नहीं की कि परिवार में उसको कोई दुख तकलीफ है। हमेशा घर की तारीफ करती थी। सुनील परमार घर से सक्षम है। गायत्री ने BA तक पढ़ाई की थी और 1 साल पहले ही उसने डीएड कम्प्लीट किया।
घटना से सभी हैरान
सूचना मिलते ही गुरुवार सुबह बड़ी संख्या में ग्रामीण व्यापारी सुनील परमार के घर बाहर पहुंच गए। सभी हैरान हैं। सुनील परमार घर से सक्षम हैं। ऐसा क्यों हुआ, सभी के मन में यही सवाल है। सूचना मिलते ही सुबह बड़ी संख्या में ग्रामीण व्यापारी सुनील परमार के घर बाहर पहुंच गए। सभी हैरान हैं। इस मकान में सुनील के माता-पिता और छोटे भाई का परिवार रहता है। घटना के वक्त छोटा भाई, सुनील के साथ ही दुकान पर था। सास-ससुर घर के बाहर बैठे हुए थे। छोटे भाई की पत्नी अपने कमरे में बच्चों के साथ थी।घटना के बाद तराना तहसीलदार सोनम भगत के समक्ष बॉडी को पुलिस ने उतारा और अस्पताल भेजा है। तहसीलदार सोनम भगत और पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट नहीं मिला है, इस कारण घटना का कारण फिलहाल पता नहीं चल सका है।