मध्यप्रदेश

उज्जैन मेट्रो प्रोजेक्ट पर करीब 10 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे

उज्जैन मेट्रो के तकनीकी सर्वे का काम जयपुर की कंपनी को सौंपा

इंदौर से उज्जैन मेट्रो की डीपीआर तैयार करने का जिम्मा दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन को दिया गया है। डीपीआर जुलाई या अगस्त 2025 तक तैयार हो जाएगी। इस डीपीआर में मेट्रो रूट का नक्शा, फंडिंग की व्यवस्था, स्टेशन, डिपो, अंडरग्राउंड रूट, पार्किंग की सुविधा और कुल लागत जैसे सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा। फिलहाल अनुमान है कि इस प्रोजेक्ट पर करीब 10 हजार करोड़ रुपए तक खर्च हो सकते हैं।

8 स्टेशन बनेंगे, पहला इंदौर में और अंतिम महाकाल के पास

प्रस्तावित रूट करीब 47 किलोमीटर लंबा होगा और इसमें 8 स्टेशन बनाए जाएंगे। पहला स्टेशन इंदौर के लवकुश चौराहा क्षेत्र में प्रस्तावित है। अंतिम स्टेशन उज्जैन के महाकाल लोक क्षेत्र में होगा। इस रूट का करीब 70 प्रतिशत हिस्सा सडक़ के बीच वाली सेंट्रल लाइन के साथ तैयार किया जाएगा ताकि यातायात पर असर न पड़े।

जयपुर की कंपनी ने सर्वे का काम शुरू किया

इंदौर-उज्जैन मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए भू-तकनीकी सर्वे का ठेका जयपुर की कंपनी सीईजी टेस्ट हाउस एंड रिसर्च सेंटर प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है। यह कंपनी पहले मुंबई मेट्रो, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और तुगलाबाद जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स पर भी काम कर चुकी है। यह सर्वे मेट्रो की पटरियों और पिलरों के लिए जरूरी मिट्टी परीक्षण और जमीन की मजबूती की जांच के लिए किया जा रहा है। सर्वे के दौरान कंपनी अलग-अलग स्थानों पर खुदाई कर मिट्टी की गुणवत्ता और अन्य तकनीकी पहलुओं की रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसे बाद में मेट्रो कॉर्पोरेशन को सौंपा जाएगा।

अधिकतर जगह पर ऊपर से गुजरेगी मेट्रो

इंदौर-उज्जैन मेट्रो का अधिकांश हिस्सा एलिवेटेड (ऊपर से गुजरने वाला) होगा, और इसके लिए सडक़ के बीच बने डिवाइडर पर पिलर खड़े किए जाएंगे। कॉरपोरेशन के अनुसार, उज्जैन के नानाखेड़ा से रेलवे स्टेशन तक का हिस्सा अंडरग्राउंड रहेगा। डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनने के बाद यह साफ होगा कि कुल रूट में कितना हिस्सा ऊपर से और कितना जमीन के नीचे बनेगा।

सीएम की मंशानुसार सिंहस्थ के पहले शुरू करने की योजना

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा है कि इंदौर- उज्जैन के बीच मेट्रो ट्रेन सिंहस्थ २०२८ के पहले शुरू हो जाये। उसी के मुताबिक प्रोजेक्ट पर काम तेजी से किया जा रहा है। सिंहस्थ के पहले मेट्रो के प्रारंभ होने से उज्जैन से जुड़े सर्वाधिक व्यस्त इंदौर मार्ग पर ट्रेफिक कंट्रोल करने में आसानी होगी।

इंदौर-उज्जैन के बीच मेट्रो रैपिड ट्रेन सिंहस्थ के पहले, आधा घंटा में तय होगा सफर

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