मध्यप्रदेश

उज्जैन मेें शराबबंदी का सच? प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने वीडियो बनाकर वायरल किया

उज्जैन मेें शराबबंदी लेकिन सीमा पर जमकर हो रही शराबखोरी, प्रदेश सरकार पर लगाया मिलीभगत का आरोप

मध्यप्रदेश के उज्जैन मेें शराबबंदी Alcohol ban in Ujjain की सच्चाई दिखाते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने उज्जैन की सीमा पर खुलेआम चल रही शराबखोरी का मामला सोशल मीडिया पर उठाया है। उन्होंने खुद यहां आकर शराब पी र हे लोगों का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर अपलोड किया। साथ ही मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया कि वे नियमों का पालन करवायें।

जीतू पटवारी सोमवार 14 अप्रैल 2025 को उज्जैन से राजस्थान जा रहे थे, तभी आगर रोड पर खिलचीपुर के पास अहमदनगर में लगी शराब दुकान का वीडियो बनाया। उनके साथ कांग्रेस के शहर अध्यक्ष मुकेश भाटी व अन्य कांग्रेस नेता भी थे। यह दुकान आगर रोड पर हाइवे किनारे ही चल रही है। यहां सैकड़ों की संख्या में लोग खुलेआम सडक़ किनारे बैठे शराब पी रहे थे। इस कारण यातायात भी प्रभावित हो रहा था।

गांव 12 किमी दूर, शराब उज्जैन सीमा पर बिक रही

सोशल मीडिया में जारी वीडियो में पटवारी का कहना है कि इस शराब दुकान का बोर्ड पिपलाई गांव के नाम से लगा है, जबकि यह दुकान गांव से करीब 12 किलोमीटर दूर, उज्जैन नगर सीमा समाप्त होते ही आगर रोड पर खिलचीपुर में संचालित हो रही है।

शराब के रेट पर भी सवाल उठाये

सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री पटवारी ने ने शराब के रेट सवाल उठाते हुए कहा- 80 का क्वार्टर 120 में बेच रहे हैं। यानी लूट मची हुई है। दुकान पर कुछ रेट छपे हैं, लेकिन वसूली कुछ और हो रही है। पटवारी ने मौके पर वीडियो बनाते हुए कहा, यहां न केवल दुकान अवैध रूप से संचालित हो रही है, बल्कि सैकड़ों लोग सडक़ किनारे बैठकर खुलेआम शराब पी रहे हैं। कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है।

यह शराबबंदी नहीं, लोगों के साथ धोखा है

अपने वीडियो में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि यह शराबबंदी नहीं, बल्कि जनता के साथ धोखा है। उन्होंने दावा किया कि यहां करीब 1500 लोग एक साथ खुलेआम शराब पी रहे हैं और यह सब सरकार की मिलीभगत से हो रहा है।

अंदर पाबंदी तो सीमा पर शराब बेचना कौन सी नीति का हिस्सा

जीतू पटवारी ने वीडियो शेयर करते हुए सवाल उठाया कि जब धार्मिक नगरी में शराबबंदी लागू है, तो फिर इसकी सीमा के ठीक बाहर शराब दुकान खोलना किस नीति का हिस्सा है? शराबबंदी सिर्फ दिखावा है। जब उज्जैन जैसी धार्मिक नगरी में शराबबंदी लागू की गई है, तो फिर प्रशासन ने शराब दुकानों को शहर की सीमा से लगते इलाकों में शिफ्ट क्यों कर दिया?

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वीडियो वायरल होने के बाद उज्जैन के चारों तरफ पुलिस ने की कार्रवाई

शराब दुकान का वीडियो वायरल होने के बाद उज्जैन एसपी ने शहर की चारों दिशाओं की सीमा से लगी शराब दुकानों के कर्मचारियों को हिरासत में लेकर बांड ओवर की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। अलग-अलग थानों की टीम ने दो दर्जन से अधिक लोगों को पकड़ लिया और उन्हें समझाइश भी दी है कि यातायात बाधित नहीं होना चाहिए। लोगों को खुले में शराब पीने नहीं देंगे। एसपी ने कहा कि शराब पीने को लेकर शिकायत आई थी आबकारी विभाग को अवगत करा दिया था। 15 पुलिस अधिकारियों का बल उन्हें दिया गया है। एक्साइस कमिश्नर से बात की है उनको निर्देशित किया है। इस तरह का कृत्य नहीं हो। ठेकेदार कर्मचारी लगाकर पार्किंग और आवागमन अवरुद्ध नहीं हो, अगर निर्देशों का पालन नहीं होता है तो आबकारी अधिकारी ठेकेदार और उनके कर्मचारियों पर कार्रवाई करे।

उज्जैन पुलिस ने इन पर की कार्रवाई

  • नागझिरी थाना क्षेत्र के ग्राम करोििंदया की शराब दुकान के मोनू पिता रमेश जायसवाल उम्र 30 साल निवासी ग्राम अमठा, राहुल पिता कमलसिंह सोलंकी, प्रकाश पिता महेश प्रसाद और महावीर प्रसाद पिता ललन प्रसाद पर बाउंड ओवर की कार्रवाई की गई।
  • चिमनगंज थाना क्षेत्र में ग्राम चककमेड की शराब दुकान से 5 लोगों को थाने लाया गया। इन पर आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। जिनमें विवेक कुमार पिता बृजमोहन गुप्ता, विकास पिता अर्जुन सिंह उम्र 25 साल , राकेश मालवीय पिता रमेश मालवीय, राहुल पिता राजेश जायसवाल, हरीश पिता पूरणलाल शर्मा।
  • थाना चिंतामण ने भी ग्राम जवासिया में संचालित हो रही शराब दुकान के पांच लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है। जिनमें धीरज पिता विजय सिंह , मंटू पिता पदमसिंह, सनी पिता धर्मेंद्र शर्मा, राम पिता शांतिलाल नायक और नीलेश पिता हरिओम प्रजापत के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है।
-हरिओम राय

 

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