कर्ज के बोझ तले एक और मौत, कर्मचारी ने अस्पताल में ही जहर खाया

समाचार आज। उज्जैन
कर्ज के बोझ में दबे एक निजी अस्पताल कर्मचारी ने बीती रात ड्यूटी के दौरान अस्पताल में ही जहर खा लिया। उसे तुरंत अन्य अस्पताल लाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
नानाखेड़ा पुलिस के मुताबिक बिड़ला अस्पताल में काम करने वाले हरिसिंह चौहान पिता बाबूलाल (५०) निवासी मुंज मार्ग फ्रीगंज ने सोमवार रात ड्यूटी के दौरान अस्पताल में जहर खा लिया। देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बुधवार सुबह जिला अस्पताल में हरिसिंह के शव का पोस्टमार्टम किया। इसके बाद परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार किया। हरिसिंह के बेटे पीयूष और भाई अशोक ने बताया कि हरिसिंह ने देसाई नगर के मोनू यादव, बलराम यादव, बंटी और मकान मालिक प्रिया यादव से करीब 5लाख रुपए का कर्ज मकान बनाने के लिए लिया था। भाई अशोक का कहना है कि कर्ज के तेज ब्याज के कारण वह काफी परेशान था। तगड़ा ब्याज होने के कारण वो कर्जा चुकाने में असमर्थ साबित हो रहा है। परिजनों ने आशंका जताई है कि शासन इसी कारण परेशान होकर उसने जान दे दी। उसकी पत्नी नैना चौहान प्रायवेट स्कूल में शिक्षिका हैं।
गौरतलब है कि पहले भी शहर में कई लोगों ने सूदखोरी से परेशान होकर आत्महत्या की है। बढ़ती महंगाई और कोरोना काल की फांकाकशी का असर अभी तक बरकरार है और कर्ज-ब्याज के कुचक्र में फंसे युवा अपनी जान गंवा रहे हैं।