कांग्रेस में माया का बोलबाला-रवि को भी होना है उदय

लंबे समय से विपक्ष में रहने के बाद भी एक नहीं हो पा रहे हैं कांग्रेसजन, चुनाव के पहले ही शुरू हो गया अस्तित्व का संघर्ष
समाचार आज। उज्जैन
लंबे समय से विपक्ष में बैठी कांग्रेस आज भी एकजुट होती नहीं दिख रही है। नगर निगम की एक पार्षद द्वारा उज्जैन के उत्तर विधानसभा क्षेत्र में जब अपनी सीमा से अधिक सक्रियता दिखाई तो निगम में नेता प्रतिपक्ष नाराज हो गये और उनकी कारगुजारियों का चिट्ठा एक चिट्ठी के माध्यम से पीसीसी चीफ कमलनाथ तक भेज दिया। हैरानी की बात तो यह है कि यह गोपनीय चिट्ठी मीडिया में भी वायरल हो गई। चिट्ठी में महिला पार्षद पर पार्टी विरोधी कार्य करने और अन्य क्षेत्रो के काम में दखल देने का जिक्र है।
नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष ने पीसीसी चीफ कमलनाथ को महिला पार्षद माया त्रिवेदी के खिलाफ एक पत्र लिखा है जो की वायरल हो गया। पत्र में त्रिवेदी के खिलाफ कई शिकायतों का जिक्र है। जिसमें पार्षद माया राजेश त्रिवेदी को अपने वार्ड क्रमांक 22 में ही कार्य करने एवं अन्य कांग्रेस पार्षदो के वार्ड में हस्तक्षेप नहीं करने के संबंध में निर्देशित करने के लिए लिखा है। पत्र जे.पी.अग्रवाल महासचिव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी नई दिल्ली एवं प्रभारी मध्य प्रदेश, कुलदीप इंदौरा सचिव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी नई दिल्ली एवं प्रभारी मध्य प्रदेश, शोभा ओझा उपाध्यक्ष मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी एवं प्रभारी जिला उज्जैन मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी सहित रवि भदौरिया अध्यक्ष, उज्जैन शहर कांग्रेस कमेटी उज्जैन को भी भेजा गया है।
क्या लिखा है रवि राय ने कमलनाथ को पत्र में –
पार्षद माया राजेश त्रिवेदी वार्ड 22 की पार्षद है, परन्तु वार्ड क्रमांक 1 में उनके द्वारा फार्म भरवाने हेतु केम्प लगाना, उन्हें नजर अंदाज कर अन्य पार्षद दावेदारो को एकत्रित कर फार्म भरवाने का कार्य किया जा रहा हैं, और उज्जैन उत्तर के सभी वार्डो में केम्प लगाने की योजना बनाकर प्रचारित किया जा रहा था।
-1. पार्षद श्रीमती माया राजेश त्रिवेदी को स्वयं अपने वार्ड क्रमांक 22 में ही फार्म भरना चाहियें दूसरे कांग्रेस पार्षदों के वार्ड में क्यों ?
2. सन् 2013 से विधानसभा टिकिट नहीं मिलने पर तत्कालीन नेताओं का पुतला जलाया, उज्जैन शहर में कांग्रेस पार्टी का माहौल खराब किया पार्टी प्रत्याशी विवेक यादव चुनाव हार गयें।
3. सन् 2018 विधानसभा चुनाव जो आपके नेतृत्व में लड़ा गया था इन्होने निर्दलीय चुनाव लडा जिससे कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव हार गये।
4. सन् 2014 में श्रीमती माया त्रिवेदी के पति राजेश त्रिवेदी ने नरेन्द्र मोदी को भारत का प्रधानमंत्री बनाने के लिये अनुष्ठान किया, जिसमें श्रीमती माया त्रिवेदी एवं इनके साथी भी अनुष्ठानकर्ता नरेन्द्र मोदी के गुरू के साथ रहें (जिसे समाचार पत्रो ने प्रकाशित भी किया)।
5. शहर के वरिष्ठ कांग्रेस नेतागणों की लगातार झूठी शिकायते आपको कर रहीं हैं, जिससे उनके सभी समर्थको में रोष व्याप्त हैं।
6. उज्जैन शहर कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में कार्यक्रम नहीं करते हुए व्यक्तिगत कार्यक्रम करना ।
7. सम्पूर्ण शहर में यह प्रचारित करना की हमारा उज्जैन उत्तर विधानसभा से टिकिट हो गया हैं।
8. नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ती के दौरान भी पार्षदों के नकली लेटर पैडो पर सहमति पत्र बनाकर भ्रमीत करना।
9. वर्तमान में सभी कांग्रेस के पार्षदो को मेरे विरूद्ध षडयंत्र करना ।इनके उपरोक्त कृत्यों के कारण कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ता एवं पार्टी के प्रति वफादार कांग्रेसी नेताओं में काफी असंतोष हैं। मण्डलम्, सेक्टर, ब्लॉको की बैठक में भी माननीय दिग्विजय सिंह के समक्ष कार्यकर्ताओं ने सरेआम माईक पर बोला हैं कि गद्दारो को मौका मत देना ।

