मध्यप्रदेश

कुबेरेश्‍वरधाम में शंकर के रूप में पुजे कंकर

सावन के पहले सोमवार पर पहुंंचे लाखों लोग, निर्माण सामग्री के पत्‍थरों को पूजकर भोले का आशीर्वाद लिया

समाचार आज @ सीहोर

प्रसिद़ध कथावाचक पं: प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्‍वर धाम पर भी सावन के पहले सोमवार को भक्‍तों की भीड़ उमड़ी। सीहोर जिले के गांव चितावलिया हेमा स्थित कुबेरेश्वर धाम पर रविवार से ही भीड़ जुटना प्रारंभ हो गई थी। सोमवार सुबह से ही मंदिर में भक्‍तों ने पूजन-अभिषेक प्रारंभ कर दिया था। हालांकि यहां पर अभी तक मंदिर नहीं बना है और न ही प्रतिमा की स्‍थापना हुई है, लेकिन कहते हैं कि आस्‍था से कंकर भी शंकर बन जाते हैं। यह बात कुबेरेश्‍वर धाम में चरितार्थ हो रही है। यहां आने वाले भक्‍तगण निर्माण सामग्री के गिट्टी-पत्‍थर के ढेर में से कंकर उठाकर उसे शंकर की तरह पूजन-अभिषेक कर रहे हैं।

रविवार को पहुंचे थे 2 लाख लोग

मंदिर प्रबंधन के अनुसार करीब 2 लाख से अधिक श्रद्धालु रविवार को दर्शन के लिए पहुंचे। ऐसे में इंदौर-भोपाल फोरलेन पर रविवार दोपहर के समय जाम की स्थिति बन गई। करीब एक घंटे यहां जाम लगा रहा। श्रद्धालु कुबेरेश्वर धाम पर दर्शन के लिए पहुंचे और फिर रुद्राक्ष के लिए भी लाइन में लगे रहे। शाम के समय उज्जैन की ओर जाने वाली भोपाल-जयपुर एक्सप्रेस, जयपुर सुपरफास्ट और जबलपुर सोमनाथ एक्सप्रेस में भारी भीड़ रही। स्थिति यह थी कि स्लीपर कोच में सवारी चढ़ने की जगह नहीं थी। महिलाएं बच्चों को लेकर गेट पर लटककर सफर करती नजर आईं। स्टेशन से गाड़ी छूटने के बाद बार-बार चेन पुलिंग हुई। ऐसे में हर ट्रेन सीहोर में करीब 8 से 10 मिनट रुककर निकल पाई।

फोरलेन के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार

रविवार को आसपास के गांवों से महिलाएं कलश में जल भरकर धाम पर पहुंचीं। ऐसे में फोरलेन पर दोनों ओर करीब एक-एक किमी लंबी वाहनों की कतार लग गई। प्रशासन ने यहां पर ट्राफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए करीब 45 से अधिक जवानों को लगाया, तब कहीं जाकर व्यवस्था बन सकी। कलश में जल भरकर धाम पर पहुंचीं महिलाएं आसपास के गांवों से महिलाएं कलश में जल भरकर धाम पर पहुंचीं। ऐसे में फोरलेन पर दोनों ओर करीब एक-एक किमी लंबी वाहनों की कतार लग गई।

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