उज्जैन गणेशोत्सव पर प्रत्येक पंडालों के लिए नोडल पुलिस अधिकारी होंगे नियुक्त
शांति व्यवस्था के लिए पुलिस का एक्शन प्लान

उज्जैन: आगामी गणेशोत्सव को शांतिपूर्ण और सद्भावपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए उज्जैन पुलिस ने कमर कस ली है। इस बैठक में त्योहारों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए कई अहम फैसले लिए गए, जिसमें प्रत्येक आयोजन के लिए नोडल पुलिस अधिकारी की नियुक्ति प्रमुख है। ये अधिकारी आयोजकों के साथ समन्वय स्थापित कर सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।
जिले में 500 से अधिक पंडालों में होने वाली गणेश प्रतिमा स्थापना से पहले, पुलिस कंट्रोल रूम में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, उज्जैन जोन और उप पुलिस महानिरीक्षक, उज्जैन रेंज के नेतृत्व में संपन्न हुई। इसमें जिले के सभी नगर पुलिस अधीक्षक, सहायक पुलिस अधीक्षक और उप निरीक्षक प्रभारी उपस्थित थे। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी त्योहारों के मद्देनजर सुरक्षा और सुव्यवस्थित व्यवस्था को चाक-चौबंद करना था।
आयोजकों के लिए सख्त नियम और नोडल अधिकारी की भूमिका
गणेशोत्सव के सफल और शांतिपूर्ण आयोजन के लिए पुलिस ने आयोजकों के लिए कड़े दिशानिर्देश तय किए हैं। सबसे पहले, सभी गणेश प्रतिमा स्थापना स्थलों की एक विस्तृत सूची तैयार की जाएगी। इसके बाद, आयोजकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे विधिवत अनुमति प्राप्त करने के बाद ही कार्यक्रम का आयोजन करें। यह कदम भीड़ प्रबंधन और आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए आवश्यक है।
सबसे महत्वपूर्ण निर्णय यह है कि प्रत्येक आयोजन की सुरक्षा और निगरानी के लिए संबंधित थाने से एक नोडल पुलिस अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। ये अधिकारी आयोजकों के साथ मिलकर काम करेंगे और सुरक्षा व्यवस्था की देखरेख करेंगे। नोडल पुलिस अधिकारी की जिम्मेदारी होगी कि वे पंडालों में होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखें और पुलिस और आयोजकों के बीच एक सेतु का काम करें।
असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर, होगी प्रतिबंधात्मक कार्रवाई
बैठक में यह भी तय किया गया कि सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले असामाजिक और आपराधिक व्यक्तियों की पहचान की जाए। ऐसे तत्वों के खिलाफ तुरंत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, उन्हें बाउंड ओवर (भविष्य में अपराध न करने के लिए कानूनी सुनिश्चितता) किया जाएगा, ताकि वे किसी भी तरह की अशांति फैलाने का प्रयास न कर सकें। इस तरह के कदम से पुलिस त्योहारों के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रोएक्टिव अप्रोच अपना रही है।
इसके अलावा, सभी आयोजकों को शासन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों से अवगत कराया जाएगा और उनका कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाएगा। इन निर्देशों में ध्वनि प्रदूषण, पंडालों की सुरक्षा, और आपातकालीन निकासी मार्गों का ध्यान रखना शामिल है।
पुलिस का यह एक्शन प्लान उज्जैन में गणेशोत्सव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व तरीके से मजबूत करेगा, जिससे नागरिक बिना किसी भय के त्योहार का आनंद ले सकेंगे। गणेशोत्सव जैसे बड़े आयोजनों में सुरक्षा का यह मॉडल अन्य शहरों के लिए भी एक उदाहरण बन सकता है।
प्रमुख बिंदु
- नोडल पुलिस अधिकारी: हर गणेश पंडाल के लिए एक नोडल पुलिस अधिकारी की नियुक्ति होगी।
- अनुमति अनिवार्य: बिना अनुमति के किसी भी पंडाल को स्थापित करने की इजाजत नहीं होगी।
- असामाजिक तत्वों पर नियंत्रण: सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- शासकीय नियमों का पालन: सभी आयोजकों को सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।
- तालमेल: पुलिस आयोजकों के साथ मिलकर सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा और सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।