चंद्रयान चला चंद्र पर, सफलता के लिए उज्जैन में पूजन

उज्जैन के कुंडेश्वर महादेव में भी यान की सफलता के लिए अभिषेक
समाचार आज @ उज्जैन
भारत का चंद्रयान-3 चंद्रमा के सफर के लिए निकल पड़ा है, उसकी सफलता के लिए उज्जैन में भोलेनाथ को पूजा जा रहा है। इसरो प्रमुख डॉ. एस. सोमनाथ पिछले महीने जब उज्जैन आये थे तब उन्होंने भगवान श्री महाकालेश्वर सहित अन्य शिव मंदिरों में अभियान की सफलता के लिए कामना भी की थी। शुक्रवार को जब चंद्रयान-3 की लांचिंग की उल्टी गिनती शुरू हुई, उस वक्त उज्जैन के कुंडेश्वर महादेव में भी यान की सफलता के लिए अभिषेक शुरू हो गया था।
हम आपको बता दें कि उज्जैन में विराजित भगवान महाकालेश्वर 12 ज्योतिर्लिंग में से एक हैं। श्री महाकालेश्वर को तीनों लोको के स्वामी का दर्जा प्राप्त है। उन्हें पाताल, धरती और आकाश में सर्वप्रथम और सर्व पूज्य कहा जाता है। चंद्रदेव भी उनके मस्तक पर विराजित हैं। भोोलेनाथ ने ही चंद्रदेव को रोगों से मुक्ति दिलाई थी। उन्हें चंद्रमौलिश्वर के रूप में भी पूजा जाता है। यही कारण है कि 24 मई को इसरो प्रमुख ने उज्जैन आकर भगवान महाकालेेश्वर से चंद्रयान 3 की सफलता के लिए कामना की थी। इसी तरह श्री कुण्डेश्वर महादेव जो कि भगवान शिव के उज्जैन में विराजित पौराणिक स्थल 84 महादेव में 40वें स्थान में पूजे जाते हैं। मान्यता है कि कुण्डेश्वर महादेव का पूजन कार्य सिद्धि के लिये किया जाता है। उज्जैन के सांदीपनि आश्रम में स्थित कुंडेश्वर महादेव मंदिर 84 महादेव में एक हैं। यहां पर शुक्रवार को चंद्रयान 3 की सफलता पूर्वक लैंडिंग के लिए पूजन अभिषेक किया गया। पूजन के बाद चंद्रयान का मॉडल भी भोलेनाथ के नजदीक रखा गया था।

मई में इसरो प्रमुख भी आये थे
मंदिर के पुजारी पंडित शैलेष व्यास ने बताया कि मई में इसरो प्रमुख जब उज्जैन आए थे तब भी वे यहां आये थे और उन्होंने कुण्डेश्वर मंदिर में पूजन कर चंद्रयान की सफलता के लिए कामना की थी। चंद्रयान लैडिंग की उलटी गिनती शुरू होने के बाद मंदिर में अभिषेक पूजन कर विक्रम लैंडर की सफलता के लिए प्रार्थना की गई।