जैन संत के दर्शन के लिए कार रोकी, पीछे से दूसरी गाड़ी ने टक्कर मारी

उज्जैन के परिवार की बुजुर्ग महिला की मौत, 4 परिजन घायल
समाचार आज। उज्जैन
उज्जैन में उन्हेंल रोड़ पर मंगलवार सुबह एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना हो गई। उन्हेल रोड पर रास्ते में जैन मुनि को भ्रमण करता देख कार से आ रहे परिवार ने जैसे ही अपनी कार को ब्रेक लगाए, तभी पीछे से तेज गति से आ रही एक कार ने उनकी कार को टक्कर मार दी। टक् कर इतनी तेज थी कि कार में बैठी एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई जबकि अन्य चार लोग गंभीर घायल हो गए। महिला अपने परिवार के साथ महिदपुर के पास नागेश्वर धाम में दर्शन करने गई और वहीं से परिवार वापस लौट रहा था।
उज्जैन में उन्हेंल रोड पर यह दर्दनाक हादसा मंगलवार सुबह हुआ है। उन्हेल रोड पर गांव गोयला गुजुर्ग के पास दो कारों में भिडं़त की सूचना मिली थी। उज्जैन का एक परिवार अपनी कार से दर्शन के लिए महिदपुर केपास नागेश्वर धाम गया था। मंगलवार सुबह यह सभी लोग नागेश्वर धाम में दर्शन कर वापस उज्जैन लौट रहे थे। रास्ते मेें दुर्घटना हुई है जिसमें परिवार के 4 सदस्य सड़क हादसे में जख्मी हुए है जबकि इस परिवार की 70 वर्षीय महिला सदस्य की मौत हो गई है। मंगलवार सुबह इस महिला के शव का जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया है।
मृत महिला का नाम रोशनबाई पति विजय कटारिया है। उनका परिवार उज्जैन की पॉश कॉलोनी पाश्र्वनाथ परिसर में रहता है। रोशनबाई अपने परिवार के 5 सदस्यों के साथ चौपहिया वाहन से दर्शन के लिए नागेश्वर तीर्थ गई थी। पूजन-दर्शन के बाद यह परिवार वापस लौट रहा था। उन्हेंल रोड पर इनकी अल्टो कार की एक अर्टिगा कार से भिड़ंत हो गई। इस हादसे में रोशनबाई की मौत हो गई जबकि अमित कटारिया उम्र 44 साल, मनोरमा कटारिया उम्र 64 साल, परिधि जैन उम्र 47 साल और प्रियंका उम्र 35 साल घायल हो गए। इन चारों ही घायलों को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। कार अमित कटारिया चला रहे थे। घटना के बारे में पता चला है कि कारण अचानक रोकने के कारण यह दुर्घटना हुई है। जिस वक्त यह लोग लाष्ैट रहे थे तभी उन्हेल रोड से एक जैन संत पैदल गुजर रहे थे। कारण में सवार कटारिया परिवार ने सोचा कि जैन संत के दर्शन कर लिए जाएं। संत के दर्शन की मंशा के लिए अमित कटारिया ने जैसे ही कार धमी कर टर्न करने की कोशिश की, उसी वक्त पीछे से तेज रफ्तार से आ रही अर्टिगा से इनकी कार की भिड़ंत हो गई।
हम आपको बता देें कि उन्हेंल रोड की संरचना भी हादसों को आमंत्रित करनेवाली है। यहां रह गई तकनीकी खामियों के कारण आए दिन दर्दनाक हादसे होते रहते हैं। पुनर्निर्माण में सड़क को बढिय़ा हो गई, इस कारण गाडिय़ां भी यहां से तेज गति से चलतीहैं। लेकिन कई तकनीकी खामियां इन तेज स्पीड वाहनों को दुर्घटना ग्रस्त कर देती हैं। पुर्ननिर्माण केबाद से ही यह हादसों की डगर के रूप में बदनाम है। दो साल पहले इस रोड पर हादसे कम करने के लिए कई सारे बदलाव किए गए थे। कई अंधे मोड़ खत्म किए गए। खतरनाक जगहों पर सड़क को चौड़ा गया किया गया। इस काम में करोड़ो रूपए खर्च हुए, इसके बावजूद इस सड़क पर हादसे थम नहीं रहे है।