देश-दुनिया

नागपुर में औरंगजेब कब्र विवाद अब हिंसक हुआ, पथराव-आगजनी के घरों-वाहनों में तोड़फोड़

नागपुर में औरंगजेब कब्र विवाद प्रदर्शन के बाद DCP पर कुल्हाड़ी से हमला, 11 जिलों में लगा कर्फ्यू

नागपुर में औरंगजेब की कब्र विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. महाराष्ट्र का नागपुर शहर सोमवार शाम हिंसा की आग में झुलस उठा। औरंगजेब की कथित कब्र हटाने की मांग को लेकर सोमवार 17 मार्च 2025 को महाराष्ट्र में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन के दौरान विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने औरंगजेब का पुतला फूंका। देर शाम 7:30 बजे नागपुर के महाल इलाके में हिंसा भड़क गई।

हिंसा की शुरुआत पथराव और तोड़फोड़ से हुई। उपद्रवियों ने घरों पर पथराव किया। सड़क किनारे खड़े दर्जनों वाहनों को तोड़कर उसमें आग लगा दी। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो हमलावर भीड़ ने पुलिस पर भी हमला कर दिया। उपद्रवियों में से किसी ने DCP निकेतन कदम पर कुल्हाड़ी के हमला कर दिया। जिससे वे बुरी तरह घायल हो गए। हिंसा में पुलिसकर्मियों समेत एक दर्जन लोग घायल हुए हैं। हालात पर काबू पाने के लिये पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। देर रात तक पुलिस ने करीब 55 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल ने मीडिया को बताया कि रात 10.30 बजे से 11.30 बजे के बीच ओल्ड भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में एक और झड़प हुई। BNS की धारा 163 (IPC की धारा 144 की तरह) 11 इलाकों में कर्फ्यू है। इनमें कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरानगर और कपिलनगर इलाके शामिल लगाया गया है। हिंसा के बाद छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद) में औरंगजेब की कब्र पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। SP ने बताया कि जिले में SRPF की एक कंपनी और दो प्लाटून तैनात किए गए हैं। संवेदनशील इलाकों में पुलिस मार्च कर रही है।

CM खुद इस क्षेत्र से हैं विधायक, तुरंत हालात संभाले

महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फडणवीस नागपुर के दक्षिण-पश्चिम सीट से विधायक हैं। उन्होंने देर रात कैबिनेट मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के साथ बैठक की। इसके बाद बावनकुले नागपुर के लिए रवाना हो गए। CM ने उन्हें घटना पर रिपोर्ट सौंपने को कहा है। बावनकुले नागपुर के संरक्षक मंत्री हैं।

पुलिस विभाग में निकलने वाली है 8500 से अधिक नई भर्ती, सीएम की घोषणा

नागपुर हिंसा कैसे भड़की?

स्थानीय भाजपा विधायक ने इन सारे घटनाक्रमों को लेकर बड़ा खुलासा किया है. नागपुर के महल इलाके में घरों और कारों में आग लगाने को लेकर उन्होंने बड़ा बयान आया है। नागपुर मध्य से भाजपा विधायक प्रवीण दटके ने दावा किया कि बाहर से आए लोग घरों और कारों में आग लगाते दिखे हैं। सुबह विरोध प्रदर्शन हुआ, लेकिन पुलिस ने हस्तक्षेप करके मामले को शांत करा दिया. फिर रात में महल कैंपस और दूसरे क्षेत्रों पर पत्थर फेंके गए. वाहनों में आग लगा दी गई. दमकल कर्मियों की पिटाई की गई. बाहर से आये लोग आम लोगों के घरों में आग लगा देते हैं. प्रवीण दटके ने दावा किया है कि पत्थर टारगेट कर फेंके गए थे। वहीं हंसरपुरी में हिंसा के एक चश्मदीद के मुताबिक, इलाके में कुछ नकाबपोश लोग आए थे, जिन्होंने सारा उत्पात मचाया। उन्होंने कहा, ‘एक समूह यहां आया, उनके चेहरे स्कार्फ से ढके हुए थे। उनके हाथों में धारदार हथियार, स्टीकर और बोतलें थीं। उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया, दुकानों में तोड़फोड़ की और पथराव किया। उन्होंने वाहनों में भी आग लगा दी।’ उधर नागपुर पुलिस आयुक्त रवींद्र सिंगल ने नागरिकों को आश्वासन दिया कि अब स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा, ‘फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है. एक फोटो जलाने की घटना हुई, जिसके बाद लोग इकट्ठा हो गए। हमने उनसे वहां से हटने का अनुरोध किया और इस संबंध में कार्रवाई भी की। वे मुझसे मिलने भी आए थे। उन्हें बताया गया कि जिन लोगों के नाम उन्होंने लिए हैं, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।’

Related Articles

Back to top button