पातालपानी-कालाकुंड हेरिटेज ट्रेन 10 जुलाई 2025 से दौड़ेगी
पातालपानी की घाटियों, झरनों और सुरंगों से भरा सफर फिर होगा शुरू

मानसून की शुरुआत के साथ एक बार फिर महू के पातालपानी से कालाकुंड तक का रेल सफर शुरू होने जा रहा है। इस सुंदर घाट सेक्शन पर चलने वाली हेरिटेज ट्रेन का संचालन 10 जुलाई से दोबारा शुरू किया जाएगा। रेलवे मुख्यालय ने इसके लिए आंतरिक निर्देश जारी कर संबंधित विभागों को सभी जरूरी तैयारियां समय पर पूरी करने को कहा है, ताकि तय तिथि से संचालन बिना किसी बाधा के शुरू हो सके।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, हर साल मानसून के दौरान पातालपानी-कालाकुंड सेक्शन पर बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। हरियाली, झरने और घाटी का दृश्य देखने के लिए इस दौरान ट्रेन यात्रा खासा लोकप्रिय रहती है। मानसून सीजन में रेलवे आमतौर पर इस ट्रेन को रोजाना और फिर शनिवार-रविवार को चलाता है।
इस बार डेमू ट्रेन चलायेगा रेलवे इस रूट पर
पिछले साल यह ट्रेन 20 जुलाई से चलाई गई थी। रेलवे इस बार यात्रियों की सुविधा के लिए इंदौर से महू और पातालपानी तक डेमू ट्रेन चलाने की योजना बना रहा है। हालांकि शुरुआत में कुछ दिन यात्रियों को पातालपानी तक सडक़ मार्ग से ही जाना पड़ सकता है।
पिछले साल चलाई गई थी सिटी बस
2023 में रेलवे ने यात्रियों के लिए इंदौर से पातालपानी तक सिटी बस की सुविधा दी थी, जिससे 32 किलोमीटर का सफर तय कर यात्री हेरिटेज ट्रेन तक पहुंचते थे। इस बार रेलवे डेमू ट्रेन चलाने की तैयारी में है, इसलिए संभावना है कि इस बार सिटी बस सेवा नहीं चलाई जाएगी। गर्मियों के मौसम में हर साल मार्च से यह ट्रेन बंद कर दी जाती है।
सुरंगों और घाटियों के बीच 9 किमी का रोमांचकारी सफर
यह हेरिटेज ट्रेन मीटर गेज ट्रैक पर चलती है और पातालपानी से कालाकुंड के बीच 9 किलोमीटर का सफर तय करती है। इस मार्ग में कई सुंदर पुल, सुरंगें और गहरी घाटियाँ हैं, जो सफर को बेहद रोमांचक बना देती हैं। इस ट्रेन में सामान्य कोच के साथ अत्याधुनिक विस्टाडोम कोच भी होते हैं, जो यात्रियों को बेहतर दृश्य अनुभव प्रदान करते हैं। विशेषकर वीकेंड और छुट्टियों के दौरान यह ट्रेन बड़ी संख्या में सैलानियों को आकर्षित करती है। यह रेलवे ट्रैक वर्ष 1877 में बिछाया गया था। कुछ साल पहले इसे बंद करने की योजना बनी थी, लेकिन पर्यटन की दृष्टि से इसे संरक्षित रखते हुए 2018 में इस ट्रैक को हेरिटेज घोषित किया गया। इसके साथ ही प्रदेश की एकमात्र हेरिटेज ट्रेन का संचालन शुरू हुआ, जो लगातार मानसून सीजन में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।