अध्यात्मउज्जैन

बच्‍चों को संस्‍कारित करेंगे श्री महाकालेश्‍वर मंदिर के पुजारी

महाकाल की नगरी उज्‍जयिनी में पुरोहित परिवार लगाएंगे संस्कारों की पाठशाला

समाचार आज । उज्‍जैन

श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में पूजन-अभिषेक करवाने वाले अब संस्कार की पाठशाला भी लगाएंगे। वे किशोरवय और युवाओं को सदमार्ग दिखाएंगे। इसके लिए देशभर के कथावाचक, साहित्यकार, मोटिवेशनल गुरु के साथ विषय विशेषज्ञ को बुलाने पर विचार किया जा रहा है। वे पालक के साथ वन-टू-वन संवाद भी स्थापित कर सकेंगे। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य रामजी पुजारी का कहना है कि वर्तमान में युवा पीढ़ी पश्चिमी संस्कृति का अनुसरण ज्यादा करती है। उन्हें अपने संस्कार से रूबरू करवाने के लिए यह जरूरी हो गया है कि उन्हें मोटिवेट किया जाए।

पुजारी, पुरोहित परिवार ने लिया दायित्व

प्रबंध समिति के सदस्य राम गुरुजी ने बताया कि महाकालेश्वर दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं। उन्हें पूजन-अर्चन करवाने वाले पुजारी, पुरोहित परिवार के सदस्य उनसे इस संबंध में चर्चा करें तो उसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। यही कारण है कि मंदिर के पुजारी, पुरोहित परिवार ने इसका दायित्व लिया है। वे युवाओं को संस्कार का पालन करने का संकल्प दिलाएंगे।

धर्मशास्त्रियोंं को बुलाकर करायेंगे संवाद

पं: रामजी पुजारी का कहना है कि हमारे सभी धर्मशास्त्रों में युवाओं और प्रत्येक आयु वर्ग के महिला-पुरुष के सभी अलग-अलग दायित्वों का निर्धारण कर उन्हें पग-पग पर संस्कारित होने की प्रेरणा दी गई है। त्रिवेणी संग्रहालय में एक कार्यशाला से इसकी शुरुआत हो गई है। अब देशभर से विषय विशेषज्ञ बुलाए जाएंगे। इसी क्रम में ख्यात कथावाचक और मेटिवेशनल गुरु जया किशोरी के साथ बागेश्वरधाम प्रमुख पं. धीरेंद्र शास्त्री को आमंत्रित किया जाएगा। कार्यक्रम में युवाओं के साथ पालक को बुलाकर उनसे सीधा संवाद किया जाएगा।

इन ख्यात लोगों को बुलाने पर विचार

संस्कार की इस पाठशाला में देशभर से ख्यात लोगों को आमंत्रित किया जाएगा। इसी क्रम में श्रीसदगुरु जग्गी वासुदेवजी, गौर गोपालजी, जीवन प्रबंधन गुरु पं. विजयशंकर मेहता, कथाव्यास पं. अनिरुद्धाचार्यजी महाराज वृंदावन, पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ आदि के नामों पर विचार किया जा रहा है। इन्हें आमंत्रण देने के लिए पुजारी, पुरोहित परिवार जल्द ही इनसे संपर्क करेगा। उनका समय मिलते ही पालक के साथ सीमित संख्या में युवाओं को आमंत्रित कर सवाल-जवाब सत्र रखा जाएगा।

धार्मिक पर्यटन बढ़ाने की भी योजना

धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी पुजारी, पुरोहित आगे आए हैं। वे देशभर में फैले अपने यजमानों को महाकाल लोक में भ्रमण के लिए प्रेरित करेंगे। समूह में आने वाले युवाओं को संस्कार की सीख देने के लिए क्लास भी लगाई जाएगी।

Related Articles

Back to top button