भीड़ के कारण महाकाल क्षेत्रवासी अघोषित लॉकडाउन में कैद

समाचार आज। उज्जैन
उज्जैन में सावन महीने के तीसरे सोमवार को महाकालेश्वर मंदिर क्षेत्र में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। लगभग 3 किलोमीटर के दायरे में हर गली में भीड़ बनी हुई है। प्रशासनिक अनुमान के मुताबिक सोमवार सुबह शहर में लगभग 3 लाख बाहरी श्रद्धालुओं की मौजूदगी बनी हुई है। भीड़ की स्थिति यह है कि कलेक्टर को सोमवार को शहर के सभी शासकीय और निजी स्कूलों की छुट्टी घोषित करना पड़ गई। महाकाल क्षेत्र में तो रहवासियों के लिए लॉकडाउन जैसी स्थिति निर्मित हो गई है
उज्जैन में सावन के हर सोमवार को श्रद्धालुओँ की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है, यह संख्या प्रशासनिक अनुमान से भी कहीं ज्यादा होती जा रही है। तीसरे सोमवार को भी यहीं हुआ, प्रशासनिक अधिकारियों का अनुमान था कि एक समय में 30 से 40 हजार श्रद्धालु महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए कतार में लगेंगे, एक बार फिर से भीड़ ने सारे अनुमान फेल कर दिए। महाकालेश्वर मंदिर क्षेत्र, रामघाट, गुदरी चौराहा, बख्शीबाजार, नृसिंहघाट, लालपुल, हरिफाटक, जयसिंहपुरा, गोपाल मंदिर, ढाबारोड़ सहित पुराने शहर के मंदिर के आसपास के लगभग सारे ही क्षेत्र श्रद्धालुओं की भीड़ से पटे हुए है। पुराने शहर के एक बड़े हिस्से में दो पहिया वाहन से भी निकलना मुश्किल हो गया था।

बना सिंहस्थ सा नजारा
उज्जैन की सड़को पर सिंहस्थ का नजारा बन गया था। भीड़ की वजह से हरसिद्धि मंदिर की पीछे रहने वाले परिवार अघोषित लॉकडाउन की स्थिति से गुजर रहे हैं। हालात ऐसे बने कि यहां रहने वाले लोगों के घरों तक ना तो दूध वाले पहुंच पा रहे हैं न ही सब्जी वाले। बच्चों को स्कूल लाने और ले जाने भी नहीं दिया जा रहा है। गली के दोनों तरफ बैरिकेडिंग कर रास्ता रोक दिया गया है। पिछले सोमवार को भी लोगों को इस कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा था। शनिवार से इस क्षेत्र में कई रास्ते बंद है। इन्हें मंगलवार को नाग पंचमी पर्व के बाद ही खोला जाएगा। हरसिद्धि मंदिर के पीछे रहने वाले रहवासियों ने कलेक्टर से जल्द ही समस्या का निराकरण की गुहार लगाई है। महाकाल मंदिर के आसपास की बस्तियों में भी यही हालात हैं। कुल मिलाकर प्रशासन की बैरिकेडिंग व्यवस्था से सैकड़ों परिवार खुली जेल में रहने को मजबूर हैं।