महाकालेश्वर की तरह श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन भी महंगे

दर्शन और आरती के रेट में 150% बढ़ोत्तरी : सावन सोमवार पर 750 रुपए में सुगम दर्शन और 2 हजार में मंगला आरती
समाचार आज @ उज्जैन
उज्जैन के भूतभावन भगवान महाकालेश्वर की तरह ही अब श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन भी महंगे हो गये हैं। 4 जुलाई से शुरू हो रहे सावन महीने में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन और आरती बुकिंग के रेट बढ़ा दिए गए हैं। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट ने धार्मिक अनुष्ठानों का रेट शनिवार 24 जून को जारी कर दिया है।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सीइओ सुनील कुमार वर्मा ने बताया सावन के महीने में प्रति श्रद्धालु सुगम दर्शन का रेट 300 रुपए से बढ़ाकर 500 रुपए कर दिया गया है। वहीं, सोमवार को यह 750 रुपए होगा। 300 रुपए के मुकाबले यह 150% ज्यादा रेट है। मंगला आरती का रेट सावन के आम दिनों में 1000 रुपए और सोमवार को 2 हजार रुपए होगा। अभी 500 रुपए देने होते हैं।
अन्य आरती दर्शन के रेट भी बढ़े
मध्याहन आरती भोग, सप्तर्षि, रात्रि श्रृंगार आरती का रेट 500 रुपए होंगे। सावन के इतर इनका रेट 300 रुपए था। वहीं, रूद्राभिषेक के लिए एक शास्त्री से 700 रुपए, 5 शास्त्रियों से 2100 रुपए, जबकि सोमवार को 3000 रुपए लगेंगे। श्रावण संन्यासी भोग सावन के आम दिनों में 4500 रुपए, सोमवार को 7500 रुपए और श्रावण श्रृंगार के लिए 20 हजार रुपए देने होंगे।

सावन के सभी आठ सोमवार को होगा बाबा का श्रृंगार
सावन के आठों सोमवार पर श्रीकाशी विश्वनाथ बाबा के श्रृंगार और धार्मिक अनुष्ठानों का प्लान जारी कर दिया गया है। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से बताया गया है कि 10 जुलाई को सावन के पहले सोमवार पर बाबा विश्वनाथ की चल प्रतिमा का श्रृंगार होगा। दूसरे सोमवार पर 17 जुलाई को गौरी-शंकर श्रृंगार, तीसरे सोमवार को अमृत वर्षा श्रृंगार, चौथे पर भागीरथी श्रृंगार और मासिक पूर्णिमा श्रृंगार, 5वें सोमवार को तपस्यारत पार्वती श्रृंगार, 6ठें सोमवार को शंकर पार्वती गणेश श्रृंगार, 7वें सोमवार को अर्धनारीश्वर श्रृंगार और अंतिम 8वें सोमवार (28 अगस्त) को रूद्राक्ष श्रृंगार और 31 अगस्त को वार्षिक झूला श्रृंगार किया जाएगा।

सावन में विश्वनाथ दर्शन के लिए ‘वाटर वे’ पर विचार
श्रीकाशी विश्वनाथ का धाम शिव भक्तों और कावंड़ियों के लिए भी तैयार है। पहले दिन 6 से 7 लाख तक श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं। वहीं, पूरे सावन भर में यह संख्या 1 करोड़ को पार सकती है। जून की चिलचिलाती गर्मी में ही हर रोज 1 से 1.50 लाख श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं। सावन में शिव भक्तों को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर तक पहुंचाने के लिए अस्सी और नमो घाट का ‘वाटर वे’ खुल सकता है। भक्त यहां से 15-20 मिनट में बिना जाम और शोर के श्रीकाशी विश्वनाथ धाम पहुंच सकेंगे। सावन से पहले इन रूटों पर डीजल इंजन वाली टैक्सी की भी शुरुआत हो सकती है।
मंदिर को बनाया जा रहा है ठंडा-ठंडा
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में इस सावन 6 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं का दर्शन-पूजन करने का अनुमान लगाया जा रहा है। भीषण गर्मी को देखते हुए भक्तों के लिए मंदिर को काफी कूल माहौल दिया जा रहा है। जर्मन हैंगर के नीचे भक्तों को कतारबद्ध किया जाएगा। जमीन पर मैट होगी, जिस पर भक्त नंगे पांव चलेंगे। थोड़ी-थोड़ी दूर पर हाई पॉवर कूलर, फैन और ठंडा मिनरल वाटर मिलेगा। इसके अलावा मेडिकल इमरजेंसी के लिए भी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। 4 जुलाई को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं के लिए रेड कारपेट लगाए जाएंगे। पुष्प वर्षा से स्वागत होगा।

बिना इंतजार कराए होगा दर्शन
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) डाॅ. सुनील वर्मा ने बताया कि सावन में आ रहे श्रद्धालुओं को बिना ज्यादा इंतजार किए दर्शन कराए जाएंगे। कई सुविधाएं और मंदिर में प्रवेश के लिए इंट्री-एक्जिट में काफी सहूलियत होगी।