उज्जैनमध्यप्रदेश

महाकाल के नियमित भक्‍त गेट नंबर 4 से ही जायेंगे

गुरुवार सुबह अफसरों ने 4 नंबर गेट पर रोककर अवंतिका द्वार से जाने का कहा, बाद में निर्णय पलटा

समाचार आज @ उज्‍जैन

उज्‍जैन में महाकालेश्‍वर मंदिर के नियमित दर्शनार्थी अब गेट नंबर 4 से ही मंदिर में प्रवेश करेंगे। गुरुवार को विवाद के बाद मंदिर समिति प्रशासक संदीप सोनी ने सभी नियमित दर्शनार्थियों को पहले की तरह चल रही व्‍यवस्‍थाओं के मुताबिक ही दर्शन के लिए जाने का कहा है।

दरअसल गुरुवार सुबह इस मामले में उस वक्‍त विवाद की स्थिति बन गई थी जब गेट नंबर चार पर नियमित दर्शनार्थियों को मंदिर समिति के अधिकारी-कर्मचारियों ने रोक दिया। इन लोगों से कहा गया कि अब उज्‍जैन के लोगों के लिए अलग गेट अवंतिका द्वार बन गया है अब सभी को वहीं से जाना चाहिए। मंदिर के कर्मचारियों से यह फरमान सुनकर दैनिक दर्शनार्थी भड़क गये और विवाद की स्थिति बन गई।

दोपहर में प्रशासक से मिले नियमित दर्शनार्थी

इस घटना की जानकारी जब श्री महाकाल नियमित दर्शन भोग आरती संगठन को लगी तो दोपहर में समिति संयोजक अजीत मंगलम, अध्‍यक्ष विनोद लाला, सचिव रूपसिंह बुंंदेला, प्रेम चंद्र परमार, कमलेश गोयल, महिला मंडल की अध्‍यक्ष शारदा बिसेन, सरोज अग्रवाल के साथ नियमित दर्शनार्थियों ने महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी से मुलाकात कर समस्‍या बताई। प्रशासक श्री सोनी ने कहा कि सभी नियमित दर्शनार्थी गेट नंबर चार से ही पूर्वानुसार दर्शन के लिए प्रवेश करेंगे।

आखिर क्‍या है विवाद की वजह

हम आपको बता दें कि 11 जुलाई को मंदिर समिति ने उज्‍जैन के स्‍थानीय रहवासियों के लिए अवंतिका द्वार प्रारंभ किया है, जहां से उज्‍जैन के निवासी आधार कार्ड से अपनी पहचान बताकर प्रवेश करेंगे और भीड़ से बचकर मंदिर में दर्शन करेंगे। अवंतिका द्वार गेट नंबर 1 यानी मंदिर समिति के कार्यालय के सामने की ओर बना है। जबकि गेट नंबर चार बड़ा गणेश मंदिर की घाटी के पास है। दोनों द्वार से प्रवेश में अंतर यह है कि गेट नंबर 1 से प्रवेश करने वाला गणेश मण्‍डपम की चौथी-पांचवी कतार से भगवान महाकालेश्‍वर के दर्शन करेगा, जबकि गेट नंबर 4 शीघ्रदर्शन वाला मार्ग है। यहां से जाने वाले दर्शनार्थी बेरिकेड में पहली लाइन से दर्शन करते हैं।

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