महाकाल पहुंचने वाले सभी भक्तों को मिलेंगे भस्मारती दर्शन

चलित भस्मार्ती दर्शन व्यवस्था बना रही मंदिर समिति : महाकाल लोक में 10 बड़ी स्क्रीन भी लगेगी
समाचार आज @ उज्जैन
इस साल सावन-भाादौ में महाकाल दर्शन के लिए आने वाले सभी दर्शनार्थियों को भस्मारती दर्शन की व्यवस्था करने की तैयारी महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने की है। इसके लिए कार्तिक मंडपम् की गैलरी में तीन लाइन चलाने की योजना है। जिसके तहत दर्शनार्थी चलित लााइन में भस्मारती के दर्शन करेंगे। इससे उन भक्तों को भी भस्मारती दर्शन का लाभ मिलेगा जिन्हें मंदिर में बैठकर भस्मारती दर्शन की अनुमति नहीं मिली है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण भादौ माह में निकलने वाले सवारी इस दौरान दर्शन के लिए आने वाले लाखों भक्तों के सुगम दर्शन और व्यवस्था को लेकर बुधवार को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियो की बैठक रखी गई। जिसमे कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। भस्मार्ती के दौरान कार्तिकेय मण्डपम् की अंतिम 3 पंक्तियों से श्रद्धालुओं के लिये चलित भस्मार्ती दर्शन व्यवस्था की जायेगी ताकि अधिक से अधिक लोगों को दर्शन हो सके। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए की जाने वाली व्यवस्थाओं की जानकारी दी।
मंदिर के द्वार खुलने का समय भी बदलेगा
बैठक में जानकारी दी गई कि श्रावण-भादौ मास में भगवान महाकालेश्वर की भस्मार्ती 4 जुलाई 2023 से 11 सितम्बर 2023 तक प्रात: कालीन पट खुलने का समय प्रात: 3 बजे होगा तथा प्रत्येक सोमवार प्रात: 2.30 बजे होगा। बैठक में एडीएम अनुकुल जैन, नगर निगम आयुक्त श्री रोशन कुमार सिंह, पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।
गेट नंबर 1, यानी प्रबंध समिति कार्यालय के सामने से वीआईपी एंट्री
बैठक में कलेक्टर कुमार पुरषोत्तम ने निर्देश दिये कि श्रावण-भादौ मास में सोमवार को वीआईपी का प्रवेश बेगमबाग से रखा जाये और मंदिर में प्रवेश गेट क्रमांक 1 से कराया जाये। बैठक में सवारी के मार्ग और शाही सवारी के मार्ग पर की जाने वाली व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई।
महाशिवरात्रि की तरह नागपंचमी पर रहेगी जरूरी व्यवस्थाएं
कलेक्टर ने कहा कि नागपंचमी पर्व पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा आगंतुक श्रद्धालुओं के त्वरित उपचार की सुविधा कराने हेतु जैसी व्यवस्था विगत महाशिवरात्रि पर्व पर की गई थी वैसी ही व्यवस्था की जाये।
नागपंचमी पर भी निकलेगी सवारी
- इस बार अधिक मास होने के कारण भगवान महाकालेश्वर की 10 सवारियाँ निकाली जायेंगी।
- 10 जुलाई को श्रावण मास की प्रथम सवारी निकलेगी।
- 21 अगस्त सोमवार को नागपंचमी पर्व भी रहेगा तथा सवारी भी निकाली जायेगी।
- 11 सितम्बर को शाही सवारी निकाली जायेगी।
- जूता स्टैण्ड जहाँ भी बनाये उसे स्थायी तौर पर बनाया जाये।
- पूरे महाकाल लोक में 10 बड़ी स्क्रीन लगाई जाएगी।