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महाकाल भगवान की छठी सवारी 14 अगस्‍त को, नए रथ पर घटाटोप स्‍वरूप में निकलेंगे राजाधिराज

समाचार आज @ उज्‍जैन

उज्‍जैन में भगवान श्री महाकालेश्वर की छठी सवारी 14 अगस्‍त को ठाट-बाट से निकाली जायेगी। इस बार भगवान श्री महाकालेश्‍वर घटाटोप स्‍वरूप में नए रथ पर सवार होकर भक्‍तों को दर्शन देने के लिए निकलेंगे।

श्रावण-भादो मास में निकलने वाली बाबा महाकाल की छठी सवारी में भगवान महाकाल का छठा स्वरूप रथ पर घटाटोप मुखारविंद शामिल होगा। वहीं चांदी की पालकी में भगवान चंद्रमौलेश्वर विराजित होगें। सोमवार को शाम चार बजे मंदिर प्रांगण से सवारी प्रारंभ होगी। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ 5 बजे शिप्रा नदी पर भगवान महाकाल की सवारी का पूजन अभिषेक करेंगे।

श्री महाकालेश्वर मंदिर से सोमवार 14 अगस्त को शाम चार बजे बाबा महाकाल की छठी सवारी निकलेगी। सवारी में चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर और हाथी पर मनमहेश की प्रतिमा विराजित होगी। वहीं सवारी के साथ गरूड़ पर सवार भगवान शिव तांडव की प्रतिमा, नंदी रथ पर उमा महेश, डोल रथ पर होल्कर स्टेट का मुखारविंद और रथ पर घटाटोप का मुखारविंद शामिल होगें। सवारी निकलने से पहले श्री महाकालेश्वर मंदिर स्थित सभा मंडप में भगवान की प्रतिमाओं का पूजन-अर्चन किया जाएगा।

भगवान महाकाल का घटाटोप स्‍वरूप

महाकाल मंदिर से शाम चार बजे शाही ठाठ-बाट के साथ भगवान महाकाल की सवारी शुरू होगी। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवान पालकी में सवार राजा महाकाल को गार्ड ऑफ ऑनर देगें। इसके बाद सवारी आगे बढ़ेगी। सवारी मंदिर से प्रारंभ होकर कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी। यहां शिप्रा जल से भगवान महाकाल का अभिषेक कर पूजा अर्चना की जाएगी। पूजन के बाद सवारी परंपरागत मार्ग से होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी।

नए रथ बनकर तैयार, 10 सवारी के कारण बनी आवश्‍यकता

इस बार श्रावण का अधिकमास आने से सवारी की संख्या 10 हो गई है और प्रत्येक सवारी में बाबा का एक स्वरूप बढ़ता जा रहा है। इसलिए 10 सवारी में 10 रुप निकालने के लिए मंदिर समिति को इस बार नए स्वरूप के साथ ही नए रथों की व्यवस्था भी करना पड़ी है। मंदिर के पास चार रथ पहले से उपलब्ध हैं। इसलिए चार नए रथ बनवाए गए हैं। इसमें दानदाताओं का भी सहयोग लिया गया है। दो रथ मंदिर में बनकर भी आ गए हैं। शेष रथ भी जल्द आ जाएंगे। इस बार सवारी में बाबा महाकाल भक्तों को घटाटोप स्वरूप में नए रथ में विराजमान होकर दर्शन देने निकलेंगे। बाबा महाकाल की सवारी के लिए विशेष रथ तैयार करवाए गए हैं। लकड़ी के बने इस रथ में विशेष नक्काशी की गई है। मंदिर प्रबंध समिति ने दानदाताओं के सहयोग से इन रथों का निर्माण कराया है। दानदाताओं के सहयोग से बने रथों में से एक रथ महाकाल मंदिर पहुंच गया हैं।

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