महाकाल मंदिर गर्भगृह में कल्याणी समूह के व्यापारी ने किया बिना अनुमति पूजन
महाकाल मंदिर गर्भगृह में पत्नी सहित 10 मिनट तक अंदर करते रहे पूजन, समिति के वरिष्ठ अधिकारी भी सकते में

महाकाल मंदिर उज्जैन में एक बार फिर गर्भगृह में प्रवेश का नियम टूटा है। इस बार करोड़पति व्यापारी कल्याणी ग्रुप के व्यापारी ने पत्नी सहित गर्भगृह में पूजन की है। मामला सोमवार १० मार्च २०२५ की दोपहर का है। कल्याणी समूह के प्रमुख अरबपति व्यवसायी बाबा साहेब नीलकंठ कल्याणी और उनकी पत्नी ने बिना अनुमति के गर्भगृह में प्रवेश कर करीब 10 मिनट तक पूजन अर्चन किया। मामला समझ में आने से पहले दोनों दर्शन कर बाहर आ चुके थे।
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महाकाल मंदिर के गर्भगृह में किसी भी श्रद्धालु के प्रवेश पर करीब डेढ़ वर्ष से रोक लगी हुई है। सिर्फ पंडे-पुजारियों, सीएम, राज्यपाल या अतिविशिष्ट श्रद्धालु को ही अनुमति लेकर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति है। जबकि आम श्रद्धालु शिवलिंग से 50 फीट दूर से दर्शन कर सकते हैं। सोमवार १० मार्च को बिना अनुमति के गर्भगृह में प्रवेश की जानकारी मिलते ही महाकाल मंदिर में अधिकारियों के बीच हडक़ंप मच गया। जिसके बाद आनन फानन में पता लगाया गया की कौन बिना इजाजत गर्भगृह में प्रवेश कर दर्शन कर गया है। तो पता चला कि उत्तम स्वामी महाराज और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आए थे। उनके साथ देश के प्रमुख व्यवसायी बाबा नीलकंठ कल्याणी और उनकी पत्नी भी साथ में थी। दोनों ने उत्तम स्वामी महाराज के साथ गर्भगृह में प्रवेश कर लिया था। पति-पत्नी बिना इजाजत गर्भगृह में घुसे और फिर करीब 10 मिनट तक पुजारी द्वारा पूजन कराया गया।
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भूलवश मिला गर्भगृह में प्रवेश
इधर जिम्मेदारों का कहना है कि प्रवेश भूलवश हुआ है। वे उत्तम स्वामी जी के गर्भगृह में प्रवेश करने के बाद नाम की गफलत में बाबा कल्याणी अंदर चले गए। दरअसल उनका पूरा नाम बाबा कल्याणी है। मंदिर के कर्मचारियों ने उनके नाम के कारण उन्हें भी साधु-संत समझकर गर्भगृह में प्रवेश करा दिया