
उज्जैन। धार्मिक आस्था का केंद्र और देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री महाकालेश्वर मंदिर इन दिनों कुछ युवा श्रद्धालुओं द्वारा बनाए जा रहे अमर्यादित वीडियो रीलों के कारण सुर्खियों में है। सावन माह की शुरुआत के साथ ही भक्तों की भारी भीड़ के बीच, कुछ युवा मंदिर परिसर को एक पर्यटक स्थल समझकर आपत्तिजनक वीडियो बना रहे हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर अपलोड कर रहे हैं, जिससे मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंच रही है।
मंदिर परिसर में अश्लील हरकतें और अमर्यादित पहनावा
हाल ही में सामने आए एक वीडियो में, सावन के पहले दिन एक युवा कपल मंदिर के शिखर के ठीक नीचे हाथ पकड़कर नाचते हुए रील बनाते दिख रहा है। आसपास मौजूद श्रद्धालुओं ने उन्हें ऐसा करने से रोका भी। इसी तरह, एक अन्य घटना में, एक युवती ने इंस्टाग्राम पर मंदिर परिसर के भीतर अशोभनीय कपड़ों में अपनी तस्वीर पोस्ट की, जिसके कैप्शन में उसने ‘सावन माह के पहले दिन बाबा महाकाल के दर्शन किए’ लिखा था।
पुजारी बोले: “रील बनाना सबसे बड़ा अधर्म, ट्रस्ट करे कार्रवाई”
महाकाल मंदिर के वरिष्ठ पुजारी महेश शर्मा ने इस तरह की घटनाओं पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा, “युवतियों को विशेष रूप से अपने पहनावे पर ध्यान देना चाहिए। मंदिर में रील बनाना सबसे बड़ा अधर्म है। देश के सभी बड़े मंदिरों का निर्माण इसलिए किया गया था कि लोग यहां आकर दर्शन करें और आध्यात्मिक ऊर्जा से अपना चरित्र निर्माण करें। सभी मंदिर शिक्षा स्थली हैं, लेकिन जब से मंदिरों को कॉरिडोर के रूप में विकसित किया गया है, तब से फोटो और रील बनाने का चलन बढ़ गया है। इससे धर्म स्थलों की गरिमा को ठेस पहुंच रही है। कुछ लोग गले में हाथ डालकर दोस्तों को नचाते हैं, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।” पुजारी शर्मा ने मंदिर समिति से ऐसे मामलों में सख्ती करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
मोबाइल ले जाने की ‘ट्रिक’ बताने वाले वीडियो भी सामने आए
गौरतलब है कि महाकाल मंदिर परिसर में मोबाइल फोन ले जाना प्रतिबंधित है और मंदिर समिति द्वारा मोबाइल रखने के लिए लॉकर की व्यवस्था की गई है। इसके बावजूद, कुछ लोग सेल्फी और वीडियो बनाने के लिए मोबाइल छिपाकर मंदिर के अंदर ले जा रहे हैं। हाल ही में एक युवती ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें वह महाकाल मंदिर में चोरी-छिपे मोबाइल ले जाने की ‘ट्रिक’ बता रही थी। इस तरह के वीडियो न केवल मंदिर के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, बल्कि दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। यह देखना होगा कि महाकाल मंदिर समिति इस बढ़ती हुई समस्या से निपटने के लिए क्या कदम उठाता है ताकि मंदिर की पवित्रता और गरिमा बनी रहे।