मध्यप्रदेश

महाकाल मंदिर में भी मनमानी कर चुका है विधायक पुत्र रुद्राक्ष, अब देवास टेकरी कांड में फंसा

महाकाल मंदिर में रुद्राक्ष ने कोरोना काल में किये थे दर्शन, भस्मारती के वक्त गर्भगृह में कर चुके हैं प्रवेश

उज्जैन के श्री महाकाल मंदिर Mahakal Temple में भी इंदौर विधायक पुत्र के चर्चे शुरू हो गये हैं। देवास में टेकरी पर माताजी के मंदिर में बदसलूकी के कारण चर्चा में आये इंदौरी नेता भाजपा विधायक गोलू शुक्ला के पुत्र रुद्राक्ष उज्जैन में भगवान महाकाल मंदिर में भी नियम तोड़ चुके हैं। उन्होंने न सिर्फ मंदिर के नियमों को तोड़ा बल्कि अपनी गलती को सोशल मीडिया पर शेयर कर सार्वजनिक भी किया। यह अलग बात है कि उन पर उज्जैन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन देवास माताजी पर बदसलूकी मामले में वे कानून के शिकंजे में फंसते नजर आ रहे हैं।

हाल ही में इंदौर के विधायक गोलू शुक्ला के पुत्र रुद्राक्ष पर देवास की टेकरी पर माता जी के मंदिर में पुजारी से बदसलूकी और शयन के बाद मंदिर के पट खुलवाने के आरोप लगे हैं। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने अपने मित्रों के साथ शहर में भी हुड़दंग फैलाई। इस मामले मेें पुलिस ने रुद्राक्ष सहित उनके मित्रों के खिलाफ कार्रवाई की है। इस घटना के बाद उज्जैन में भी रुद्राक्ष के व्यवहार को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। क्योंकि वे उज्जैन के महाकाल मंदिर में भी मनमानी कर मंदिर के नियमों को तोड़ चुके हैं और अपनी मनमानी को खुद ही सोशल मीडिया पर डालकर सार्वजनिक भी कर चुके हैं। हालांकि उज्जैन प्रशासन ने उन पर कार्रवाई नहीं करते हुए दोनों मामलों को जांच में डाल दिया जो आज तक पूरी नहीं हुई है। उज्जैन के पुजारियों का कहना है कि मंदिरों में पहुंचकर नियमों को तोडऩा रुद्राक्ष शुक्ला की आदत में शामिल है।

कोविड पाबंदी के बीच महाकाल के देहरी से दर्शन किये

रुद्राक्ष द्वारा भगवान महाकाल के मंदिर के नियमों को तोडऩे का पहला मामला कोरोना काल के दौरान सामने आया था। उस वक्त मंदिर में प्रवेश पर पाबंदी थी। मंदिर में चर्चा हैं कि उस वक्त रुद्राक्ष ने भगवान महाकाल के गर्भगृह की देहरी से दर्शन किये। यह मामला 18 अगस्त 2021 की है। 18 अगस्त को श्रावण मास के चौथे सोमवार को रुद्राक्ष शुक्ला ने कोविड-19 के प्रतिबंध के बावजूद भी बाबा महाकाल के गर्भगृह की देहरी पर पहुंचकर दर्शन किये, फोटो खिंचवाई और बाद में इसे सोशल मीडिया पर वायरल भी किया था। फोटो वायरल होने के बाद जमकर हो हल्ला मचा था। तब इस मामले में कार्रवाई करने की बात जिम्मेदारों द्वारा कही गई थी लेकिन इस माममें में भी कुछ भी कार्रवाई नहीं हुई।

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भस्मारती के दौरान गर्भगृह में प्रवेश किया

यह मामला 12 मार्च 2023 का है। इस दिन रंगपंचमी का पर्व था। इस दिन रुद्राक्ष शुक्ला मंदिर आये और भस्मारती में शामिल हुए। नियमानुसार भस्मारती के दौरान महाकाल मंदिर में सिर्फ पंडे-पुजारी ही रहते हैं। लेकिन उस दिन रुद्राक्ष भी भस्मारती के दौरान गर्भगृह में गये और भगवान महाकाल पर रंग भी फेंका। इसके फोटो स्वयं रुद्राक्ष ने ही अपनी सोशल मीडिया साइट्स पर अपलोड भी किया। रुद्राक्ष शुक्ला ने भस्म आरती के दौरान महाकाल मंदिर के गर्भगृह में 26 सेकंड का वीडियो वायरल किया था, इसमें रुद्राक्ष शुक्ला मंदिर के पंडित और पुजारियों के साथ गर्भगृह में दिखाई दे रहा था। यह वीडियो वायरल होने के बाद जमकर बवाल मचा था, क्योंकि भस्म आरती के दौरान सिर्फ पंडित व पुजारियों को ही गर्भगृह में जाने की अनुभूति होती है लेकिन रुद्राक्ष शुक्ला भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में दिखा था। तत्कालीन कलेक्टर व श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कुमार पुरुषोत्तम कुमार ने पूरे मामले में कड़ी कार्रवाई करने का दावा करते हुए जांच शुरू की थी जो आज तक पूरी नहीं हुई।

-हरिओम राय

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