महाकाल में पुलिस से पिटे कार्यकर्ता की तबियत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती कराया

रणबीरऔर आलिया का विरोध करते वक्त महाकाल मंदिर में हुई थी झड़प
समाचार आज। उज्जैन
उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में मंगलवार रात हुए हंगामे के दौरान पुलिसकर्मियों द्वारा बुरी तरह पीटे गए हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता की बुधवार दोपहर तबियत बिगड़ गई। उसे सीने, पीठ और गर्दन में दर्द था, इसके अलावा सांस लेने में भी तकलीफ महसूस हुई। इस युवक को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
उज्जैन में मंगलवार की शाम महाकालेश्वर मंदिर में बॉलीवुड एक्टर्स रणबीर कपूर और आलिया भट्ट के संभावित आगमन का विरोध करने पहुंचे बजरंग दल के कार्यकर्ता दिलीप लोहार को पुलिसकर्मियों ने बुरी तरह पीट दिया था। आगर रोड़ मकोड़ियाआम नाका पर रहने वाला दिलीप लोहार बजरंग दल मधुकर प्रखंड का सह मंत्री है। उसके खिलाफ देर रात ही महाकाल थाने में शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने का अपराध भी दर्ज कर लिया गया था। दिलीप लोहार को महाकाल मंदिर के द्वार के बाहर सीएसपी ओम प्रकाश मिश्रा से अभद्रता करने का आरोप है।
दिलीप लोहार को पुलिस ने नोटिस देकर जमानत पर रिहा कर दिया है। बुधवार दोपहर को दिलीप लोहार की घर पर ही तबियत खराब होने लगी। बजरंग दल के पदाधिकारी उसे जिला अस्पताल लेकर आए। यहां उसके स्वास्थ्य की जांच की गई और अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। अस्पताल में भर्ती दिलीप ने बताया कि उसके पूरे शरीर में दर्द और सूजन है, सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है।
आतंकवादियों की तरह पीटा, पुलिस का रवैया गलत
बजरंग दल के जिला संयोजक अंकित चौबे ने बताया कि दिलीप को पुलिसकर्मियों ने किसी आतंकवादी की तरह पीटा, जबकि वह मंदिर में अन्य कार्यकर्ताओं के साथ शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहा था। बजरंग दल के विरोध के बाद देर रात ही एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने महाकाल थाने में पदस्थ एसआई बल्लूसिंह मंडलोई को लाईन अटैच कर दिया था।
विधर्मियों को मंदिर में प्रवेश से रोकना जरूरी, कार्यकर्ता बधाई के पात्र
बुधवार को वाराणसी में अखिल भारतीय संत समिति के महासचिव स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि गोमांस भक्षी विधर्मी आलिया भट्ट और रणबीर कपूर को सनातन धर्मियों के मंदिर में प्रवेश करने से रोक कर बहुत अच्छा काम किया गया है। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता बधाई के पात्र है। हमारे मंदिरों में गैर हिंदुओं का प्रवेश हजारों वर्षों से वर्जित है। इस नियम का कड़ाई से पालन होना चाहिए।
प्रशासन को चेतावनी भी दी
स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में जिस तरह से रणबीर कपूर और आलिया भट्ट को प्रशासन जबरन घुसाने का प्रयास कर रहा था, उसके लिए संत समाज मध्य प्रदेश सरकार को चेतावनी देता है। हमारे धार्मिक स्थल कोई पर्यटन स्थल नहीं हैं जहां पुलिस-प्रशासन किसी को भी वीआईपी के नाम पर प्रवेश कराए। हमारे धर्म स्थान पवित्र स्थल हैं। हमारे पवित्र स्थलों पर हजारों वर्षों से गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है और रहेगा। स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि रणबीर कपूर और आलिया भट्ट को महाकालेश्वर मंदिर में प्रवेश करने से रोकने वाले बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न हुआ तो ठीक नहीं होगा। इन कार्यकर्ताओं का यदि पुलिसिया उत्पीड़न हुआ तो मध्य प्रदेश की सरकार को संतों का आक्रोश झेलने के लिए तैयार रहना होगा। सनातन धर्म की रक्षा को तत्पर रहने वालों के लिए संत समाज सड़क पर उतरने में देरी नहीं करेगा।
जानिए आखिर क्या है पूरा मामला
कलेक्टर ने कोशिश की, लेकिन विरोध के कारण नहीं कर पाए दर्शन
मंगलवार शाम 5 बजे रणबीर, आलिया, अयान और टीम के कुछ मेंबर मुंबई एयरपोर्ट से प्राइवेट जेट में इंदौर के लिए निकले। स्टार कपल शाम 6.30 बजे इंदौर एयरपोर्ट पर उतरे। इंदौर से शाम 6.55 बजे महाकाल मंदिर के लिए कार से रवाना हुए। उज्जैन आने से पहले कार से ही उन्होंने वीडियो जारी कर कहा- हम आ रहे हैं उज्जैन…। इधर, हिंदूवादी संगठन महाकाल मंदिर के निर्माल्य गेट पर जमा हो चुके थे। शाम 7.45 बजे जैसे ही गाड़ियों का काफिला इस गेट तक आया, कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा बढ़ता देख कलेक्टर आशीष सिंह ने तीनों को पहले सर्किट हाउस भेजने का फैसला लिया, लेकिन पता चला कि वहां पर भी कार्यकर्ता जमा हैं। इसके बाद अयान, रणबीर, आलिया समेत करीब 10 मेंबर को कलेक्टर के बंगले पर ले जाया गया।
इंदौर के रवाना होने के बाद दोबारा बुलाया रणवीर-आलिया को
रणबीर और आलिया वापस इंदौर के लिए रवाना हो गए, जबकि रात 8.30 अयान मुखर्जी और टीम के बाकी सदस्यों ने मंदिर पहुंचकर दर्शन किए। रणबीर और आलिया उज्जैन से 11 किलोमीटर दूर टोल नाके पर पहुंचे होंगे, तभी कलेक्टर ने उन्हें कॉल कर दोबारा उज्जैन बुलवाया। कलेक्टर की बात मानकर दोनों वापस लौटे और एक प्राइवेट होटल में ठहरे। इधर, अयान मुखर्जी के दर्शन के दौरान हिंदू संगठनों ने फिर हंगामा कर दिया। इसके बाद आलिया ने मंदिर नहीं जाने का ही फैसला लिया। रात 9 बजे सभी इंदौर के लिए रवाना हो गए।
गोमांस खाने वाले बयान के कारण हुआ विरोध
रणबीर-आलिया की अपकमिंग मूवी ‘ब्रह्मास्त्र’ 9 सितंबर को रिलीज होना है। इसके डायरेक्टर अयान मुखर्जी हैं। रणबीर के 2011 में दिए गए इंटरव्यू की क्लिप वायरल हुई। इसमें वे कह रहे हैं कि उन्हें बीफ (गोमांस) खाना बहुत पसंद है। उन्होंने कहा था, ‘मुझे मटन, पाया, बीफ, रेड मीट बहुत पसंद है। मुझे बीफ खाना बहुत पसंद है।’ हालांकि, ये भी दावा किया जा रहा है कि इस वीडियो को एडिट किया गया है। इस क्लिप के आधार पर ही बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने विरोध जताया। हिंदू संगठनों का कहना था, बीफ खाने वाले को मंदिर में प्रवेश कैसे दिया जा रहा है, प्रशासन को जवाब देना होगा।
पुलिस ने खदेड़ा, पीटा, लेकिन विरोध पर डटे रहे
हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने खदेड़ा भी, लेकिन वे विरोध पर डटे रहे। कार्यकर्ता काले झंडे लेकर पहुंचे थे। कार्यकर्ता ने हाथापाई के दौरान सीएसपी ओपी मिश्रा और महाकाल थाना टीआई मुनेंद्र गौतम की कॉलर पकड़ ली थी। इस पर पुलिस ने कार्यकर्ता को हिरासत में ले लिया था। मारपीट करने वाले के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का केस दर्ज किया है। एसएसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि घटना में महाकाल थाने के एक सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया है।
कार्यकर्ता की पिटाई के बाद थाना घेरा
हाथापाई के बाद कार्यकर्ता और भड़क गए। टीआई को लेकर कार्यकर्ताओं ने थाने पर भी हंगामा किया। बजरंग दल के नेता अंकित चौबे ने कहा कि हिंदूवादी संगठन के महेश कुमावत से धक्का-मुक्की कर अभद्रता की गई। हमारे कार्यकर्ता को सरेआम पीटा, ये बर्दाश्त नहीं करेंगे। दोषियों पर कार्रवाई होना चाहिए, क्योंकि हम रणबीर को लेकर शांतिपूर्वक विरोध कर रहे थे और इतना ही कहना था कि गोमांस खाने की बात करने वाले को मंदिर में नहीं घुसने देंगे।
गृहमंत्री ने बोले – तौल मोल के बोल
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस विवाद पर कहा कि प्रदर्शन होना अलग विषय है। दर्शन के लिए कोई रोक नहीं थी। उनके साथ के लोगों ने दर्शन किए। वहां पूरी व्यवस्था थी। प्रशासन ने रणबीर-आलिया से भी चलने का आग्रह किया गया था, लेकिन वो नहीं गए। एक्टर को भी भावनाएं आहत करने वाला बयान नहीं देना चाहिए।