उज्जैन

महाकाल लोक के वर्तमान निर्माण के टेंडर एग्रीमेंट सार्वजनिक करें- एड. गुप्‍ता

महाकाल फेस 2. के कार्यों में भी गड़बड़ी, कांग्रेस ने कहा- दूसरे विभागों के इंजीनियरों से क्रॉस टेली विजिट कराई जाए

हरिओम राय

समाचार आज । उज्जैन

महाकाल लोक कारी डोर.मैं स्थापित मूर्तियां मामूली हवा आंधी में उड़ गई. और ध्वस्त हो गई. अन्य स्थापित मूर्तियों भी दरक गई है , स्पष्ट है कि मामले में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। मध्यप्रदेश में संभवत पहली बार है कि लोकायुक्त ने किसी मामले को स्वत संज्ञान में लेकर प्रकरण दर्ज किया हो।

यह आरोप लगाते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विवेक गुप्ता एडवोकेट ने कहा है कि. महाकाल लोक में पत्थर की मूर्तियां लगाई जानी थी जिसका उल्लेख एग्रीमेंट में भी है किंतु उसकी जगह एफआरपी मैटेरियल की मूर्तियां लगाई गई और उसे भी ठीक तरह से इंस्टॉल नहीं किया गया. महाकाल विस्तारीकरण के कार्यों में भारी भ्रष्टाचार हुआ है और 70- 80 परसेंट तक कमीशन खाया गया है. और यह सब तत्‍कालीन कलेक्‍टर के कार्यकाल में ही हुआ है इसलिए इसके मुख्य रूप से वही जिम्मेदार हैं. साथ ही पूर्व निगम आयुक्त. पूर्व आयुक्त एवं वर्तमान स्मार्ट सिटी के सीईओ भी भारी भ्रष्टाचार और लापरवाही में लिप्त हैं।

टेंडर एग्रीमेंट सार्वजनिक करें

कांग्रेस प्रवक्ता विवेक गुप्ता ने दावा करते हुए चुनौती दी है कि. टेंडर एग्रीमेंट सार्वजनिक करें ,जो कि प्रशासन दबा कर बैठा है क्योंकि उसमें पत्थर की मूर्तियों का ही उल्लेख है. वही दस्तावेज उनके भ्रष्टाचार को उजागर करेगा. और सभी दोषी दंडित होंगे. विधायक महेश परमार द्वारा की गई शिकायत भी गंभीर स्तर पर लोकायुक्त में प्रचालित है। इसके बावजूद भी. महाकाल लोक कॉरिडोर फेस टू के कार्यों में. भी जल्दबाजी. और गड़बड़ियां सामने आ रही है. आचार संहिता लगने एवं लोकार्पण की जल्दी में शिवराज सरकार पहले ही 97 करोड रुपए के टेंडरों की राशि को बाले बाले अतिरिक्त 97 बढ़ाकर भारी भ्रष्टाचार कर दिया गया और फेस टू के कार्यों में भी. मिसमैनेजमेंट हो रहा है और गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा,. रात में कार्य नहीं हो पा रहा है। कलेक्टर और स्मार्ट सिटी सीईओ फालतू बयान बाज़ी से लोगों को गुमराह कर रहे हैं,, जबकि उन्हें अब face 2 कार्य के प्रति ज्यादा गंभीर होना चाहिए।

..अन्‍यथा कोर्ट में जायेगी कांग्रेस

कांग्रेस प्रवक्ता विवेक गुप्ता एडवोकेट ने मांग की है कि. फेस टू के कार्यों में दूसरे विभागों के अनुभवी इंजीनियर . की टीम से क्रॉस टेली विजिट कराई जावे. जिससे वर्तमान में ही कोई कमी पेशी हो तो सामने आए और गड़बड़ी. रोकी जा सके. ज्ञात रहे कि पूर्व के कार्यों में आर्किटेक्ट को प्रतिदिन और देखरेख के लिए भी लाखों रुपए का visit खर्च किया गया था. उसके बाद नतीजा जनता के सामने आ चुका है. समूचा महाकाल लोक दरक चुका है.. कांग्रेस इस मामले को लेकर हाई कोर्ट में जा सकती है।

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