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महाकाल सवारी अलग-अलग थीम पर निकलेगी, हाथियों से सुरक्षा के लिये वन विभाग की टीम साथ चलेगी

महाकाल सवारी में गुंजेंगे बटुको के मंत्र, सवारी की व्यवस्था के लिये प्रशासन ने शुरू की तैयारी

उज्जैन में भगवान महाकाल सवारी के लिये प्रशासन ने अलग-अलग थीम तय की है। ताकि प्रत्येक सवारी में अलग आकर्षण रहे। भगवान महाकाल की पहली सवारी में इस बार बटुकों के मंत्र उद्घोष की थीम रखी गई है। इसके लिए दो टीमें बनाई गई हैं। एक टीम सवारी के आगे चलेगी और दूसरी शिप्रा तट पर रहेगी। दूसरी सवारी में आदिवासी नृत्य की प्रस्तुति होगी। तीसरी सवारी में पुलिस बैंड प्रस्तुति देगा।

शनिवार 5 जुलाई 2025 को कलेक्टर रोशन कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों ने तय किया है। बैठक में सावन माह की दर्शन और सवारी व्यवस्था का प्रजेंटेशन श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक और एडीएम प्रथम कौशिक व सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने दिया। एसपी प्रदीप कुमार शर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक के बाद कलेक्टर और एसपी ने मंदिर से सवारी मार्ग का निरीक्षण किया।

श्रावण महोत्सव के अलावा रोज शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे

प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रावण महोत्सव का आयोजन हर शनिवार को शाम 7 बजे से त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय के सभा कक्ष में आयोजित किया जाएगा। इस बार मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश अनुसार श्री महाकाल महालोक में सावन माह में प्रतिदिन शाम को आयोजित होगी सावन की सांस्कृतिक संध्या में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी दी जाएंगी। श्रावण महोत्सव के अंतर्गत आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अतिरिक्त 13 जुलाई से लेकर 16 अगस्त तक 23 दिवसों में (श्रावण महोत्सव के दिन, सवारी के दिन, नाग पंचमी और 15 अगस्त को छोडक़र) श्री महाकालेश्वर सांस्कृतिक संध्या नाम से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इनकी प्रस्तुती श्री महाकाल महालोक परिसर में सप्त ऋषियों की मूर्ति के समीप शाम को 6 बजे से 8 बजे तक दी जाएगी ,जिसमें देशभर से 47 कलाकार समूह प्रस्तुति देंगे।

सोमवार को दोपहर में चार नंबर गेट बंद रहेगा

श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए प्रवेश गेट क्रमांक चार को श्रावण-भादो महीने के सोमवार को दोपहर 12 से 4 बजे तक बंद रखा जाएगा। प्रति सोमवार को सवारी निकलने तक दोपहर 12 से सांय 4 बजे तक चार नंबर गेट से प्रवेश बंद रखा जाएगा। इस दिन टिकट वाले श्रद्धालुओं को भी एक नंबर गेट से ही प्रवेश दिया जाएगा। इसी तरह बड़ा गणेश मंदिर के सामने अतिक्रमण को लेकर अब यहां नगर निगम, पुलिस और मंदिर कर्मचारियों की टीम को स्थाई रूप से बैठाया जाएगा। जिससे सडक़ के दोनों ओर दुकानें लगाकर अतिक्रमण नही हो सके।

हर सवारी का यह होगा स्वरूप

बैठक में जानकारी दी गई कि भगवान श्री महाकालेश्वर की प्रथम सवारी 14 जुलाई, द्वितीय सवारी 21 जुलाई, तृतीय सवारी 28 जुलाई, चतुर्थ सवारी 4 अगस्त ,पंचम सवारी 11 अगस्त और राजसी सवारी 18 अगस्त को निकाली जाएगी। प्रथम सवारी में पालकी में श्री मनमहेश, द्वितीय सवारी में पालकी में श्री चंद्रमोलेश्वर और हाथी पर श्री मनमहेश, तृतीय सवारी में पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर हाथी पर श्री मनमहेश और गरुड़ रथ पर श्री शिव तांडव , चतुर्थ सवारी में पालकी में श्री चंद्रमोलेश्वर हाथी पर श्री मनमहेश, गरुड़ रथ पर श्री शिव तांडव और नंदी रथ पर श्री उमा महेश, पांचवी सवारी में पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरुड़ रथ पर श्री शिव तांडव नंदी रथ पर श्री उमा महेश और रथ पर श्री होलकर स्टेट और राजसी सवारी में पालकी में श्री चंद्रमोलेश्वर ,हाथी पर श्री मन महेश, गरुड़ रथ पर श्री शिव तांडव नंदी रथ पर श्री उमा महेश, रथ पर श्री होलकर स्टेट और रथ पर श्री सप्तधान मुखारविंद के रूप में भगवान विराजित होंगे।

प्रत्येक सवारी का थीम बैठक मेें तय

  • मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश अनुसार इस बार सवारियों में विशेष आयोजन किए जाएंगे। प्रत्येक सवारी की थीम अलग-अलग होगी। प्रथम सवारी वैदिक उद्घोष थीम पर निकाली जाएगी। इस दौरान रामघाट और दत्त अखाड़ा पर बटुकों द्वारा भव्य वैदिक उद्घोष किया जाएगा और बैटुकों द्वारा सवारी मार्ग में वैदिक उद्घोष किया जायेगा। इसी के साथ विभिन्न जनजातियां समुहों द्वारा भगवान श्री महाकाल की सवारी में मनमोहक प्रस्तुती दी जायेगी।
  • द्वितीय सवारी में लोक नृत्य की प्रस्तुतियां दी जाएंगी । इसमें लोक नृत्य मटकी नृत्य मध्य प्रदेश, गणगौर नृत्य राजस्थान, बिहू नृत्य आसाम, भवाई नृत्य गुजरात, पुलियाट्म या टाइगर नृत्य कर्नाटक की प्रस्तुति रामघाट पर दी जाएगी।
  • भगवान महाकालेश्वर की तीसरी सवारी में पुलिस बैंड, आर्मी बैंड, होमगार्ड बैंड और निजी बैंड के द्वारा आकर्षक प्रस्तुति दी जाएगी।
  • भगवान महाकालेश्वर की चतुर्थ सवारी में पर्यटन की थीम पर मांडू के महल, सांची के स्तूप, खजुराहो, देवी अहिल्या किला महेश्वर, भीमबेटका, ग्वालियर का किला, उदयगिरि की गुफाएं ,विदिशा बाग की गुफाएं, धार की झांकियां निकाली जाएंगी।
  • भगवान श्री महाकालेश्वर की पंचम सवारी में धार्मिक थीम रहेगी। जिसमें श्री कृष्ण पाथेय और प्रदेश के धार्मिक पर्यटन स्थलों व मंदिरों की झांकी निकाली जाएंगी। साथ ही सवारियों में विभिन्न जिलों के पृथक-पृथक जनजातीय नृत्यों की प्रस्तुति भी दी जाएगी। इसके पश्चात राजसी सवारी में 70 से अधिक भजन मंडलियों के द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी।

सवारी के साथ चलने वाले हाथियों को नियंत्रित करने के लिये वन विभाग का अमला रहेगा

  • वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि पालकी के साथ चलने वाले हाथी से श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं। सवारी मार्ग पर जहां कहीं भी मधुमक्खी के छत्ते हैं, उन्हें हटाया जाए। स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए कि इस बार गुदरी ,कहारवाड़ी, गणगौर दरवाजा और छत्री चौक पर स्वास्थ्य विभाग के प्राथमिक चिकित्सा केंद्र बनवाए जाएं।कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में कहा कि वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए श्रावण भादो मास में प्रमुख घाटों पर होमगार्ड के जवान तैनात रहें ।घाटों पर रेलिंग का कार्य पूरा करवाया जाए तथा साइन बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाये जाएं। होमगार्ड द्वारा पीए सिस्टम का संचालन अच्छे से किया जाए।
  • विद्युत विभाग द्वारा जहां कहीं भी अनावश्यक बिजली के तार लटके हैं उन्हें हटाया जाए। आगामी 10 जुलाई तक विद्युत विभाग द्वारा सवारी मार्ग पर आने वाले सभी बिजली के खंभों पर फाइबर शीट लगवाई जाए। छत्री चौक से अतिक्रमण हटाया जाए।

मंदिर की व्यवस्थाएं सुधारने के लिये जारी किये निर्देश

  • श्री महाकालेश्वर मंदिर के परिसर में फसाड लाइटिंग और स्टोन क्लेडिंग का जो कार्य चल रहा है वह 10 जुलाई तक आवश्यक रूप से पूर्ण कर लिया जाए। इसके पश्चात मंदिर में कंस्ट्रक्शन का कार्य जारी न रहे।
  • श्री महाकालेश्वर मंदिर में आपातकालीन प्रवेश एवं निगम मार्ग में कलेक्टर श्री सिंह के द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पंखे और कूलर चलवाए जाने के निर्देश दिए गए।
  • सम्राट अशोक सेतु का गेट शीघ्र लगाए जाने के लिए कहा गया ।
  • कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि श्रावण मास में सामान्य दिनों में और सोमवार के दिन श्रद्धालुओं की भीड़ का प्रबंध किए जाने हेतु विशेष कार्य योजना बनाई जाए।
  • ट्रैफिक के सभी साइन बोर्ड 10 जुलाई तक अनिवार्य लगाये जाएं। बैठक में जानकारी दी गई की श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के द्वारा सवारी मार्ग में हर 200-200 मीटर पर पेयजल की व्यवस्था की जाएगी।
  • पीए सिस्टम और कैमरे भी मंदिर समिति के द्वारा लगाये जाएंगे ।
  • बैठक में कावड़ यात्रियों के महाकालेश्वर मंदिर में प्रवेश और निर्गम की व्यवस्था के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही सोमवार के दिन सवारी निकलने के पूर्व सभा मंडप में लोगों की संख्या सीमित करने के निर्देश दिए गए।
  • पार्किंग की व्यवस्था की समीक्षा के दौरान अति विशिष्ट व्यक्तियों की पार्किंग नीलकंठ द्वार के समीप करवाए जाने के निर्देश दिए गए।
  • श्री महाकालेश्वर मंदिर का इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑडिट समय पर पूर्ण करवाए जाने के लिए कहा गया।

यहां रहेगी जूता स्टेंड की व्यवस्था

जूता स्टैंड की व्यवस्था त्रिवेणी संग्रहालय, श्री महाकाल महालोक प्लाजा, बड़ा गणेश मंदिर, विक्रम टीला के समीप, चार नंबर गेट पर, हरसिद्धि चौराहे के सम्मुख, मानसरोवर भवन के पास और भारत माता के मंदिर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रशासनिक कार्यालय के पास की गई है।

वाहन पार्किंग व्यवस्था

वाहन पार्किंग की व्यवस्था त्रिवेणी संग्रहालय के सम्मुख सरफेस पार्किंग, हाट बाजार, मेघदूत वन, नीलकंठ, चार धाम मंदिर, कर्कराज मंदिर और कार्तिक मेला ग्राउंड पर की गई है।

– हरिओम राय
महाकाल मंदिर के गर्भगृह में लोगों ने किया प्रवेश, जलाभिषेक किया

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