यंग इंडिया बोल के जरिए प्रतिभाओं की तलाश

युवाओं को कांग्रेस से जोडऩे का अभियान, बुलंद आवाज वाले चाहिए
समाचार आज। उज्जैन
उज्जैन में बुधवार को अखिल भारतीय कांग्रेस की प्रवक्ता श्रीमती पराग शर्मा ने एक प्रेस कांफ्रेस लेकर युवक कांग्रेस के कार्यक्रम यंग इंडिया के बोल के बारे में जानकारी साझा की। कांग्रेस फिलहाल देशभर में ऐसे युवाओं की तलाश में जुटी है, जो पार्टी की आवाज बन सके। बेहतर टेलेंट की तलाश के लिए ही युवक कांग्रेस द्वारा जिला से लेकर देश के स्तर पर यंग इंडिया के बोल भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।
उज्जैन में बुधवार को पहुंची कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमती पराग शर्मा, जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष भरत शंकर जोशी और शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेश सोनी ने यंग इंडिया के बोल भाषण प्रतियोगिता के दूसरे सीजन के बारे में जानकारी मीडियाकर्मियों के माध्यम से साझा की। श्रीमती पराग शर्मा ने बताया कि देश में इस वक्त नफरत की राजनीति और भय का माहौल बना हुआ है। कांग्रेस ऐसे युवाओं की तलाश में जुटी है जो नफरत की राजनीति के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर सके, ऐसे युवाओं को तलाश कर पार्टी उन्हें अपनी बात रखने का मंच प्रदान करेगी। यंग इंडिया के बोल भाषण प्रतियोगिता इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए आयोजित की जा रही है।
जिलास्तर पर 1 जून से 31 जुलाई तक भाषण प्रतियोगिताएं
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि जिलास्तर पर पार्टी 1 जून से 31 जुलाई तक भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित करेगी। 1 अगस्त से 20 सितंबर तक राज्यस्तर पर जोन वाईज भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। इसके बाद 30 सितंबर और 1 व 2 अक्टूबर को नई दिँल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित होगी। इनमें विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। 18 से 35 साल उम्र तक के सभी युवा गुगल पर अपलोड फार्म भरकर 31 मई तक स्पर्धा में शामिल होने के लिए आवेदन कर सकते है।
युवाओं को नफरत की राजनीति की ओर धकेला जा रहा
श्रीमती पराग शर्मा ने बताया कि देश के पिछड़े राज्यों में भी टेलेंट मौजूद है। टेलेंटेड युवाओं को आगे लाना ही पार्टी का मकसद है। उन्होंने कहा कि आज देश में महंगाई, बेरोजगारी जैसे मूल मुद्दो पर कोई बात नहीं करना चाहता, युवाओं को नफरत की राजनीति की ओर धकेला जा रहा है। ऐसे में यंग इंडिया के बोल जैसी स्पर्धाएं युवाओं को यह अवसर देती है कि वे एक मंच पर खड़े होकर सीधे सरकार से सवाल-जवाब कर सके।