रतलामी सूफा करने चले थे बम ब्लास्ट, पकड़े गए

जयपुर में सीरियल ब्लास्ट का इरादा नाकाम, 12 किलो आरडीएक्स भी बरामद
समाचार आज । रतलाम
जयपुर को सीरियल बम ब्लास्ट से दहलाने की बड़ी साजिश बुधवार को नाकाम हो गई है। राजस्थान पुलिस ने बुधवार शाम को चित्तौडग़ढ़ के निंबाहेड़ा में रतलाम के सूफा संगठन के 3 कट्टरपंथियों को गिरफ्तार किया है। इनकी कार से बम बनाने का सामान, टाइमर और 12 किलो आरडीएक्स मिला है। मामले की जांच एटीएस कर रही है। जानकारी में सामने आया कि तीनों कट्टरपंथी सोच वाले सूफा संगठन से जुड़े हैं। यह संगठन स्लीपर सेल की तरह काम करता है। सूफा संगठन के आका के कहने पर ही यह आरडीएक्स लेकर जयपुर आए थे। एटीएस ने तीनों आरोपी जुबेर, सेफू और अल्तमस से पूछताछ शुरू कर दी है। इन तीनों के अलावा टोंक, चित्तौडग़ढ़ और रतलाम से 5 संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ हो रही है।
एटीएस एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि मध्य प्रदेश नंबर की बोलेरो गाड़ी से सिल्वर रंग का 6 किलोग्राम विस्फोटक व स्लेटी दानेदार 6 किलोग्राम विस्फोटक, तीन आरपेट घड़ी (डयूरासेल बैट्री लगी), वायर लगे हुए तीन कनेक्टर, एक प्लास्टिक शीशी, 6 छोटे बल्ब वायर लगे, 4 पैकेट विस्फोटक पाउडर, बैट्री, एक बोलेरो गाड़ी, वायर सर्किट बरामद किए गए हैं। एटीएस की पकड़ में आए तीनों आरोपी रतलाम के आतंकी संगठन सूफा से जुड़े हैं। पुलिस ने जुबेर पुत्र फकीर मोहम्मद पठान (42) निवासी आनंद कालोनी, रतलाम (मध्य प्रदेश), सैफुल्ला उर्फ सेफू खान पुत्र रमजानी अली (34) निवासी ऑफिसर कालोनी रोड रतलाम (मध्य प्रदेश), अल्तमस पुत्र बशीर खान उम्र 26 साल निवासी ऑफिसर कॉलोनी रोड, पुलिस थाना दो बत्ती, जिला रतलाम (मध्य प्रदेश) को गिरफ्तार किया है। गुरुवार शाम तीनों आरोपियों को चित्तौडग़ढ़ के जिला एवं सेंशन कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 8 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपने के आदेश दिए है।
रतलाम में घर में छिपाया था विस्फोटक
अब तक की जांच में पुलिस को पता लगा कि आमीन पुत्र असलम निवासी रतलाम के घर पर ही विस्फोटक पाउडर रखा था। सूफा संगठन के अध्यक्ष इमरान के कहने पर ही आमीन के घर से ये सारा विस्फोटक पदार्थ लेकर आए थे। रतलाम से निकल कर ये तीनों बोलेरो से निंबाहेड़ा (चित्तौडग़ढ़, राजस्थान) तक पहुंच गए। वहां पर पुलिस की नाकाबंदी में पकड़े गए।

अफीम तस्करों के लिए की थी नाकेबंदी
जांच में पता लगा कि पहले निंबाहेड़ा में पुलिस ने नाकाबंदी कर रखी थी। मध्य प्रदेश नंबर की बोलेरो गाड़ी को पुलिस ने अफीम तस्करों के शक में रोका। गाड़ी को रोकने के बाद तीनों आतंकी भागने लग गए। पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया। इसके बाद पूछताछ की गई। फिर पुलिस ने गाड़ी को चेक किया। गाड़ी में विस्फोटक पदार्थ मिलने पर पुलिस भी हैरत में पड़ गई थी।
सूफा : अब तक का सफर और कारगुजारियां
- 40 से 45 युवाओं ने बनाया संगठन- रतलाम के 40 से 45 युवाओं ने मिलकर यह संगठन बनाया। इसकी स्थापना रतलाम के रहने वाले असजद, जुबैर और अन्य मुस्लिम युवाओं ने मिलकर की थी। इसका उद्देश्य समाज में इस्लाम का प्रचार करना और समाज में आई विकृति को दूर करना था। पता चला है कि ये लोग युवाओं धर्म के नाम पर बरगलाकर अपने संगठन में शामिल कंंरते थे। धीरे-धीरे संगठन से रतलाम के 60 से 70 युवा जुड़ गए।
- देशद्रोह के केस दर्ज-2015 में एनआईए की टीम ने रतलाम में दबिश देकर ‘सूफा’ के असजद समेत 6 लोगों को हिरासत में लिया था। इनके पास से आपत्तिजनक साहित्य और देश विरोधी गतिविधियों से जुड़े दस्तावेज मिले थे।
- स्लीपर सेल की तरह वर्किंग- सूफा संगठन आतंकियों के स्लीपर सेल की तरह काम करता है। यह संगठन समाज में कट्टरपंथी सोच और तौर-तरीकों का हिमायती है। इसने मुस्लिम समाज की शादियों और दूसरे कार्यक्रमों को हिंदू रीति-रिवाज बताकर विरोध किया था।
- कांग्रेस नेता पर गोली चलाई, बजरंग दल नेता को मार डाला- सितंबर 2014 को रतलाम में कांग्रेस नेता यास्मिन शेरानी पर सूफा से जुड़े आरोपियों ने गोली चलाई थी। इसके बाद कट्टरपंथियों ने उत्पात मचाया और शहर को कफ्र्यू में झोंक दिया था। कट्टरपंथियों ने महू रोड बस स्टैंड पर बजरंग दल नेता कपिल राठौड़ और उनकी होटल पर काम करने वाले पुखराज की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
- हिंदू संगठन पदाधिकारी की भी हत्या- 21 सितंबर 2017 की रात रतलाम के कॉलेज रोड पर लंबी गली निवासी तरुण सांखला की एक्टिवा सवार दो युवकों ने रंजिश में हत्या कर दी थी। पुलिस ने गोली मारने के आरोप में चिंगीपुरा निवासी अयाज पिता इदरीस, सलमान उर्फ पप्पन पिता हुसैन खान पठान को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि कट्टरपंथी संगठन सूफा के लोगों ने हत्या का षड्यंत्र रचा और आरोपियों की मदद की। मामले में पुलिस ने वसीम उर्फ पांडू पिता शब्बीर पठान निवासी चिंगीपुरा, असीम पिता जहूर शेरानी, अज्जू उर्फ मोइन पिता मंसूर खान, अल्तमस पिता बशीर खान शेरानी, सूफा सरगना असजद पिता जहूर खान चारों निवासी शेरानीपुरा और जुबेर पिता फकीर मोहम्मद निवासी आनंद कॉलोनी को गिरफ्तार किया था। जुबेर ने आरोपियों को पिस्टल उपलब्ध करवाई थी।