रायसेन किले में कैद शंकर के द्वार पहुंची उमा,बोलीं- जब तक ताला नहीं खुलेगा, तब तक के लिए अन्न त्याग रही हूं

पं. प्रदीप मिश्रा के आह्वान पर शंकर को कैद से मुक्त करने का बीड़ा उठाया
समाचार आज
रायसेन के किले में कैद सोमेश्वर महादेव का जलाभिषेक करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती वादे के मुताबिक सोमवार को रायसेन पहुंच गई है। प्रशासन मंदिर का दरवाजा खोलने को तैयार नहीं है तो दूसरी ओर उमा भारती भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा जब तक ताला नहीं खुलेगा, तब तक के लिए अन्न त्याग कर रही हूं।
गौरतलब है कि पिछले दिनों शिव महापुराण कथा के दौरान भागवत भूषण पं. प्रदीप मिश्रा ने रायसेन के किले में स्थित प्राचीन सोमेश्वर महादेव मंदिर का ताला खोलने के लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और गृह मंत्री से गुहार लगाई थी। यहां मंदिर में बरसों से ताला लगा है और भोलेनाथ कैद में हैं। सिर्फ महाशिवरात्रि के दिन साल में एक बार यहां मंदिर का ताला खुलता है और भोलेनाथ की पूजा-अर्चना होती है।
प्राचीन मंदिर के यह हाल देख पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने नवरात्रि के बाद पहले सोमवार को यानी 11 अप्रैल को किले पर पहुंच कर सोमेश्वर महादेव का अभिषेक-पूजन करने का ऐलान किया था। सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती रायसेन किले के मंदिर पहुंचीं। उन्होंने कहा- हम मंदिर का ताला खुलवाना चाहते हैं, तोडऩा नहीं। ये ताला तो बहुत छोटा है, मेरे घूंसे से भी टूट जाएगा। उन्होंने कहा था कि राजा पूरणमल, उनकी पत्नी रत्नावली, दोनों बेटे व बेटी और सैनिकों का तर्पण करूंगी। अपनी अज्ञानता के लिए क्षमा मांगूंगी। जिला प्रशासन मंदिर का गेट खोलने के लिए तैयार नहीं है। इस कारण उमा भारती ने मंदिर के बाहर ताला नहीं खोले जाने तक अन्न त्याग करने का ऐलान भी कर दिया।