उज्जैन

रीगल टॉकीज का पुनर्विकास 25.14 करोड़ से होगा, उज्जैन को मुख्यमंत्री की सौगात

रीगल टॉकीज का नया स्वरूप: जनकेंद्रित और व्यावसायिक केंद्र

उज्जैन:गोपाल मंदिर स्थित पुराने नगर निगम कार्यालय परिसर में मौजूद रीगल टॉकीज का पुनर्विकास किया जा रहा है, जिसकी लागत ₹25.14 करोड़ है। यह 36,000 वर्ग फीट के क्षेत्र में फैला है। यह इमारत कभी ग्वालियर स्टेट की संपत्ति थी और लगभग 200 साल पुरानी है, जिसे अब एक आधुनिक जनकेंद्रित और व्यावसायिक केंद्र में बदला जाएगा।

धर्मनगरी उज्जैन में विकास की गति ने एक नई रफ्तार पकड़ ली है। बुधवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शहरवासियों को बड़ी सौगात देते हुए ₹79.27 करोड़ की लागत वाले तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का भूमिपूजन किया। इनमें ऐतिहासिक रीगल टॉकीज क्षेत्र का पुनर्विकास और दो प्रमुख मार्गों का चौड़ीकरण शामिल है। ये सभी कार्य सिंहस्थ 2028 को ध्यान में रखकर किए जा रहे हैं, ताकि भविष्य में तीर्थयात्रियों और स्थानीय नागरिकों को बेहतर सुविधाएँ मिल सकें।

गोपाल मंदिर चौक होगा दोगुना बड़ा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भूमिपूजन कार्यक्रम में कहा कि जब गोपाल मंदिर चौक पर यह नया निर्माण होगा, तो चौक का क्षेत्रफल दोगुना हो जाएगा। इससे बाबा महाकाल की सवारी, सिंहस्थ की पेशवाई और हरि-हर मिलन जैसे बड़े आयोजनों के दौरान भीड़ प्रबंधन आसान होगा और नागरिकों को अधिक सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि इस योजना में रोज़ी-रोटी कमाने वालों को भी ध्यान में रखा गया है, और उनके लिए उचित व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने इस ऐतिहासिक स्थान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि उज्जैन की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है।

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ उज्जैन के प्रमुख जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी मौजूद रहे, जिनमें विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, महापौर मुकेश टटवाल, निगम अध्यक्ष कलावती यादव, भाजपा नगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल, कलेक्टर रोशन कुमार सिंह और निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा प्रमुख थे। इन विकास परियोजनाओं से उज्जैन का बुनियादी ढांचा मजबूत होगा, जिससे धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी के साथ-साथ यह आधुनिक सुविधाओं से लैस शहर भी बन सकेगा।

रीगल टॉकीज परियोजना की मुख्य विशेषताएँ:

  • पार्किंग: दो बेसमेंट पार्किंग का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 92 चारपहिया और 70 दोपहिया वाहन पार्क किए जा सकेंगे।
  • व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स: एक नया कॉम्प्लेक्स बनेगा, जिसमें 45 नई दुकानें होंगी। इसमें पूर्व के 35 दुकानदारों को पुनर्वासित किया जाएगा।
  • खुला क्षेत्र: 14,000 वर्ग फीट की खुली भूमि उपलब्ध होगी, जिसका उपयोग धार्मिक सवारियों और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए किया जा सकेगा।
जीतू पटवारी का दावा गलत, पर उज्जैन में शराब पीने वाली महिलाओं का प्रतिशत इंदौर-भोपाल से अधिक

दो प्रमुख मार्गों के चौड़ीकरण का भी भूमिपूजन

1. गदा पुलिया से लालपुल ब्रिज तक मार्ग चौड़ीकरण (लागत ₹22.30 करोड़): यह 1.387 किलोमीटर लंबा मार्ग 24 मीटर चौड़ा किया जाएगा। इसमें दो कैरिजवे (9-9 मीटर), एक सेंट्रल डिवाइडर (1 मीटर) और दोनों तरफ 2.5-2.5 मीटर के फुटपाथ शामिल हैं। इस सड़क पर सेंट्रल स्ट्रीट लाइटिंग, सीवरेज सिस्टम और सजावटी पोल भी लगाए जाएँगे। इस परियोजना से 236 भवन स्वामी प्रभावित होंगे, जिनके पुनर्वास की उचित व्यवस्था की जाएगी।

2. गाड़ी अड्डा से बड़ी पुलिया तक सीमेंट-कांक्रीट मार्ग (लागत ₹31.83 करोड़): 2.20 किलोमीटर लंबा यह मार्ग 18 मीटर चौड़ा यानी 4-लेन बनाया जाएगा। यह मार्ग गाड़ी अड्डा, वी.डी. क्लॉथ मार्केट, निकास चौक, खजूर वाली मस्जिद, के.डी. गेट, जूना सोमवारिया और बड़ी पुलिया को जोड़ेगा, जिससे सिंहस्थ के दौरान तीर्थयात्रियों को सुगम आवागमन की सुविधा मिलेगी। इस कार्य में 435 निजी और 16 सरकारी संपत्तियाँ प्रभावित होंगी। साथ ही, 7 नए चौराहे विकसित किए जाएँगे, स्ट्रीट लाइटिंग, नाली निर्माण और 250 से अधिक पौधे लगाए जाएँगे।

विक्रम उद्योगपुरी फेज-2 के लिए भूमि अधिग्रहण पूरा

Related Articles

Back to top button