लैंड पुलिंग एक्ट के विरोध में भारतीय किसान संघ का बड़ा शक्ति प्रदर्शन, राष्ट्रीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्रा करेंगे नेतृत्व
500 से अधिक ट्रैक्टरों के साथ उज्जैन में एक विशाल रैली 16 सितंबर 2025 को

उज्जैन में सिंहस्थ क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण को लेकर उपजा विवाद अब बड़ा रूप ले रहा है। भारतीय किसान संघ (BKS), सरकार के “लैंड पुलिंग एक्ट” के खिलाफ एक निर्णायक लड़ाई की तैयारी में है। इस विरोध को मुखर करने के लिए, 16 सितंबर को उज्जैन में एक विशाल ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया जा रहा है। इस रैली में 500 से अधिक ट्रैक्टरों के साथ हजारों किसानों के शामिल होने की उम्मीद है।
भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष, कमल सिंह आंजना, ने बताया कि यह आंदोलन सिर्फ उज्जैन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक प्रदेशव्यापी मुहिम का हिस्सा है। इस मुहिम के तहत, किसान संघ प्रदेश के सभी तहसील मुख्यालयों में किसानों की विभिन्न समस्याओं और मांगों को लेकर ज्ञापन सौंप रहा है।
16 सितंबर 2025 को होने वाली ट्रैक्टर रैली इसी क्रम की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इस रैली में संघ के अखिल भारतीय महामंत्री, मोहिनी मोहन मिश्र, स्वयं शामिल होंगे। यह रैली सामाजिक न्याय परिसर से शुरू होकर संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन देने के साथ समाप्त होगी। इस दौरान, श्री मिश्र किसानों को संबोधित करते हुए “लैंड पुलिंग एक्ट” के खिलाफ भविष्य की रणनीति की घोषणा भी करेंगे।
मोहिनी मोहन मिश्र: एक परिचय
मोहिनी मोहन मिश्र भारतीय किसान संघ के एक प्रभावशाली और अनुभवी नेता हैं।
- पृष्ठभूमि: ओडिशा के निवासी, मिश्र राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के एक वरिष्ठ प्रचारक हैं।
- योग्यता: कृषि में स्नातकोत्तर और गोल्ड मेडलिस्ट, वे हिंदी, अंग्रेजी और उड़िया सहित कई भाषाओं के जानकार हैं।
- नेतृत्व: वे दूसरी बार किसान संघ के राष्ट्रीय महामंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं और संगठन में एक “क्रांतिकारी नेता” के रूप में जाने जाते हैं।
मध्य प्रदेश में भारतीय किसान संघ की शक्ति
भारतीय किसान संघ मध्य प्रदेश में किसानों का एक बड़ा और संगठित चेहरा है।
- सदस्यता: संगठन के पास वर्तमान में राज्य के तीनों प्रांतों (मालवा, मध्यभारत और महाकौशल) में 12 लाख से अधिक पंजीकृत सदस्य हैं।
- नेटवर्क: यह संगठन 8,000 से 10,000 गांवों में अपनी ग्राम समितियों के माध्यम से सक्रिय है। प्रत्येक समिति में 50 से अधिक कार्यकर्ता हैं, जो जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत बनाते हैं।