उज्जैन

लैंड पुलिंग योजना के विरोध में महाकाल को अर्जी नहीं दे सके कांग्रेसी

लैंड पुलिंग योजना विरोधी आंदोलन को उज्जैन में कुचलने का आरोप लगाया कांग्रेस ने

उज्जैन में मध्यप्रदेश शासन की लैंड पुलिंग योजना का विरोध करने निकले कांग्रेसियों को बुधवार 23 अप्रैल 2025 को महाकाल मंदिर में प्रवेश भी नहीं करने दिया। तगड़ी बेरिकेडिंग के बीच कांग्रेस नेताओं को पहले ही रोक लिया गया। आंदोलन के कारण महाकाल मंदिर की दर्शन व्यवस्था भी एक दिन के लिये बदल दी गई। दोपहर को जब आंदोलनकारी चले गये उसके बाद दोपहर 2 बजे से अन्य गेट खोले गये और प्रोटोकाल व शीघ्र दर्शन शुरू किया गया.

सिंहस्थ क्षेत्र में स्थाई कुंभ सिटी बनाने के लिये सरकार ने क्षेत्र के किसानों की जमीन अधिग्रहण करने की योजना बनाई है। यह लैंड पुलिंग योजना किसानों को पसंद नहीं आ रही है। जिसे लेकर लंबे समय से आंदोलन चल रहा है। बुधवार 23 अप्रैल को किसानों के साथ कांग्रेस ने भगवान महाकाल को अर्जी देने का कार्यक्रम तय किया था। इस प्रदर्शन के खिलाफ प्रशासन पहले से ही सतर्क था। मंदिर में प्रवेश का एक रास्ता छोडक़र सभी रास्ते बंद कर दिये गये। कांग्रेसियों का कहना है कि आंदोलन मेें शामिल होने वाले किसानों को रात में ही पुलिस ने उठा लिया और उन्हें आंदोलन स्थल तक पहुंचने ही नहीं दिया गया। कांग्रेसी जब चारधाम मंदिर पर जमा हुये तो वहां पुलिस प्रशासन ने उन्हें आगे नहीं बढऩे दिया।

हमारे हाथ बांध दो, लेकिन भगवान महाकाल के दर्शन तो करने दो

यहां पर मौजूद पुलिस अधिकारियों से विधायक महेश परमार की काफी बहस हुई। विधायक ने कहा हमें महाकाल दर्शन से रोकना तो गलत है। हम कोई प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, सिर्फ भगवान महाकाल के दर्शन कर उन्हें अपनी बात कहना चाह रहे हैं। अगर आपको लगता है कि हम आंदोलन करेंगे तो हमारे हाथ बांध दो फिर अंदर जाने देना। हालांकि कांग्रेस की पुलिस प्रशासन ने एक नहीं सुनी और उन्हें अंदर नहीं जाने दिया।

किसानों को घरों से उठाकर थाने में बंद करने का आरोप

कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा है कि किसानों के आंदोलन को भाजपा के शासन ने कुचलने का प्रयास किया। शहर के चारों ओर बेरीकेटिंग कर दी ताकि किसान अपनी जमीन बचाने के लिए बाबा महाकाल के दरबार में प्रार्थना अर्जी नहीं लगा सके। कई किसानों को घरों से उठवा कर थाने में बंद कर दिया। 23 अप्रैल की सुबह चारधाम मंदिर के बाहर ही किसानों को रोक लिया, एक घंटे किसान कांग्रेसियों के साथ सडक़ पर बैठे रहे, सडक़ पर से ही शिखर दर्शन कर बाबा महाकाल को षाष्टांग दंडवंत प्रणाम किया।

भाजपा सरकार किसी की सुनने को तैयार नहीं

मध्यप्रदेश के तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा भाजपा सरकार किसानों की सुनने को तैयार नहीं, किसान बाबा महाकाल के सामने अपनी पीड़ा सुनाने निकले तो उन्हें मंदिर भी नहीं जाने दिया। सिंहस्थ क्षेत्र में किसान पुरखो, बाप दादा की भूमि पर खेती कर जीवन यापन कर रहें हैं। मध्य प्रदेश सरकार किसानो की आधी भूमि सिंहस्थ के नाम से हमेशा के लिए छीन रही हैं। जमीन को बचाने के लिए सरकार के सभी जबावदारो से किसान निवेदन कर चुके हैं, किंतु कोई सुनने वाला नहीं है।

किसानों की आवाज दबाने के लिये अत्याचार कर रही है पुलिस

उज्जैन शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाटी ने कहा किसानों की आवाज दबाने के लिए पुलिस किसानों के घरों में घुसकर तोडफ़ोड़ करने तक पर उतारू हो गई है। कमेड़ में किसान के घर में घुसकर तोडफ़ोड़ की। महिलाओं के साथ बर्बरता की, जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है।

दर्शन-पूजन से भी रोक रही है भाजपा, यह राक्षस प्रवृत्ति

नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने कहा सतयुग, त्रेतायुग, द्वापर युग में भगवान के दर्शन, पूजन से राक्षस रोका करते थे, तब देवताओं ने जन्म लेकर राक्षसों का संहार किया, इस युग में भाजपा का शासन भगवान के दर्शन पूजन करने से रोक रहा है, महाकाल के दर्शन करने से रोकने वाले राक्षसी प्रवृत्ति के लोग हैं, ऐसा लग रहा है अब राक्षसी प्रवृत्ति की भाजपा को नष्ट करने के लिए देवताओं को ही जन्म लेना पड़ेगा। किसानों ने कहा उज्जैन में सभी 13 अखाडो के पास स्वयं की भूमि पर मंदिर और आश्रम, गौ-शाला खेती की भूमि पूर्व से हैं। साधु संतो को हमारी जमीन की आवश्यकता नहीं हैं। सरकार कथित भू-मॉफियाओ को हमारी जमीने दे रहीं हैं, इससे हम सभी संयुक्त परिवारो की पेतृक्क भूमि सरकार ले लेगी हम सभी रोजी रोटी जीवन का लालन पालन बच्चो की शिक्षा अनेक जीवन संबंधी कार्यों को करने में असमर्थ हो जावेगें। किसानों ने महाकाल से प्रार्थना की कि मध्य प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री मोहन यादव को सद् वृद्धि दे की वह सिंहस्थ के नाम पर हमारी भूमि नहीं ले।

आंदोलन में यह रहे शामिल

किसान आंदोलन में किसानों के साथ ही पार्षद माया राजेश त्रिवेदी, पार्षद छोटेलाल मंडलोई, ललित मीणा, चंदू यादव, कृष्ण यादव, बबलू खींची, दीपेश जैन, गजेंद्र मारोठिया, राधेश्याम चौधरी, मनीष चौधरी, चरण अंजना, धर्मेंद्र अंजना, सुनील जोशी, जीवन पटेल, विशाल यादव, अजय पटेल, सुरेश बैरागी, राहुल भाटी, करण सिंह पटेल, वीरेंद्र पटेल, मुनीम जी, रमेश जादम, चंदू यादव सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।

कुंभ सिटी योजना के फायदे बताये उज्जैन सिंहस्थ मेला अधिकारी ने

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