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विक्रम विश्वविद्यालय: समय पर परीक्षा परिणाम घोषित करने वाला मध्य प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय बना

विक्रम विश्वविद्यालय ने जुलाई माह तक 95 प्रतिशत परीक्षाओ के परिणाम घोषित किए गए

उज्जैन: विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन ने परीक्षा परिणामों को समय पर घोषित करने में प्रदेश भर में अग्रणी स्थान हासिल किया है। विश्वविद्यालय ने जुलाई 2025 तक 95% से अधिक परीक्षाओं के परिणाम जारी कर दिए हैं, जिससे यह नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले ही परिणामों को घोषित करने वाला मध्य प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय बन गया है।

विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो. अर्पण भारद्वाज ने अक्टूबर 2024 में पदभार ग्रहण करने के बाद से ही परीक्षा परिणामों को प्राथमिकता दी थी। उनके पदभार संभालने के समय तक पिछले सत्र के कई परिणाम लंबित थे। प्रो. भारद्वाज की गंभीरता और त्वरित कार्रवाई के फलस्वरूप 27 अक्टूबर 2024 तक सभी लंबित परिणाम जारी कर दिए गए। इसके बाद, नवंबर-दिसंबर 2024 में आयोजित परीक्षाओं के परिणाम जनवरी 2025 के दूसरे सप्ताह में घोषित किए गए। मार्च 2025 में शुरू हुई परीक्षाओं का पहला परिणाम तो मई 2025 के पहले सप्ताह में ही जारी कर दिया गया।

विश्वविद्यालय ने सत्र 2024-25 में आयोजित 13 स्नातक और 95 स्नातकोत्तर परीक्षाओं के परिणाम सफलतापूर्वक घोषित किए हैं। इसी तरह, CBCS प्रणाली के तहत लगभग 170 परीक्षाओं में से 165 के परिणाम जारी हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त, सत्र 2024-25 की अन्य परीक्षाओं के परिणाम भी घोषित किए जा चुके हैं।

108 परीक्षाओं (13 स्नातक और 95 स्नातकोत्तर) के परिणाम घोषित किए

कुलगुरू प्रो. अर्पण भारद्वाज ने इस उपलब्धि पर कहा, “विश्वविद्यालय ने परीक्षा परिणाम घोषित करने की कार्यप्रणाली में सुधार और कार्यव्यवस्था में बेहतर समन्वय स्थापित करके यह सफलता प्राप्त की है।” उन्होंने बताया कि मई 2025 में आयोजित बीकॉम, बीएचएससी, बीबीए और बीसीए सहित सभी स्नातक और एमए, एमएससी सहित स्नातकोत्तर के परिणाम भी घोषित किए जा चुके हैं।  प्रो. भारद्वाज ने आगे बताया कि CBCS प्रणाली के अंतर्गत सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, कला, प्रौद्योगिकी, तकनीकी और अन्य संकायों की स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर की कुल 108 परीक्षाओं (13 स्नातक और 95 स्नातकोत्तर) के परिणाम घोषित किए गए हैं। इन परिणामों को घोषित करने के लिए दिन-रात काम किया गया और यह सुनिश्चित किया गया कि मूल्यांकन और परिणामों में कोई त्रुटि न हो।

बिना किसी त्रुटि के परिणाम घोषित करना एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य

कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय ने परीक्षा परिणामों को शीघ्र घोषित करने के लिए एक समयबद्ध व्यवस्था लागू की, जिसका कड़ाई से पालन किया गया। परीक्षा नियंत्रक डॉ. मदनलाल जैन ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा, “समय पर परीक्षाएं आयोजित करना और बिना किसी त्रुटि के परिणाम घोषित करना एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य था, जिसे गंभीरता और समय पर पूरा कर लिया गया है।”

-हरिओम राय
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