शिप्रा किनारे काल का डेरा

समाचार आज
उज्जैन में शिप्रा नदी में बुधवार को चौथे दिन फिर एक युवक की डूबने से मौत हो गई। युवक तैरना जानता था, उसके बावजूद गहराई में चला गया और बाहर नहीं निकल सका। इस घटना को देखकर ऐसा लग रहा है मानों शिप्रा किनारे इन दिनों काल ने डेरा डाल रखा है। पिछले चार दिनों में यहां चार युवकों की डूबने से मौत हुई है।
महाकाल पुलिस के मुताबिक दोपहर तीन बजे के लगभग दत्त अखाड़ा घाट शिप्रा नदी में एक युवक के डूबने की सूचना मिली थी। घाट पर मौजूद गोताखोरों ने उसे कुछ देर की तलाश के बाद बाहर निकाला। युवक की मौत हो चुकी थी। मृतक के हाथ पर एमएन और मनोज चौहान लिखा था। घाट पर कुछ लोग नहा रहे थे, जिनका कहना था कि युवक काफी देर से तैर रहा था। उसने रामघाट से छलांग लगाई थी और दत्तअखाड़ा घाट तक पहुंचा था। पुलिस ने घाट पर रखे उसके कपड़ों की तलाशी ली। जिसमें कुछ मोबाइल न बर मिले। जिस पर कॉल करने पर सामने आया कि वह दमदमा क्षेत्र का रहने वाला है। पुलिस ने दमदमा क्षेत्र में उसके परिजनों की तलाश के प्रयास शुरु किये है। एसआई जाटव के अनुसार फिलहाल मामले में मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम कक्ष में रखा गया है। सुबह पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
चार दिनों से हो रही घटना
शिप्रा नदी में चार दिनों से डूबने की घटना हो रही है। रविवार को भिंड से दोस्तों के साथ दर्शन के लिये आया युवक डूब गया था। सोमवार को इंगोरिया चौपाटी का रहने वाले राहुल सेन की डूबने से मौत हो गई। रामघाट क्षेत्र में 2 युवकों के डूबने के बाद मंगलवार को शांति पैलेस होटल के पीछे शिप्रा नदी से वृंदावनधाम कालोनी में रहने वाले दिनेश चौहान का शव मिला था। बुधवार को दत्त अखाड़ा घाट पर मनोज की डूबने से मौत हुई है।