उज्जैन

शिप्रा के 29 किमी घाट 2 साल में होंगे तैयार, परिक्रमा में होगी सुविधा

शिप्रा के घाटों की सफाई कर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लगाई डुबकी

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन शिप्रा के रामघाट पर 21 अप्रैल 2025 को जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत घाटों की सफाई की मुख्यमंत्री ने मां शिप्रा के आंचल में उतरकर घाटो की सफाई की और फिर मां शिप्रा में डुबकी लगाकर स्नान किया। मां शिप्रा का पूजा अर्चन कर आशीर्वाद लिया।

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान हमारे प्रदेश के पुराने ऐतिहासिक जल स्रोर्तों को पुनर्जीवित करने का विशेष अभियान है इसमें नदियों को पुन: प्रवाहमान बनने के लिए भी कार्य किया जा रहा है । भोपाल के पास बेतवा नदी के उद्गम स्थल को पुनर्जीवित कर दिया गया है, इस अभियान की यह विशेषता है कि हम अपनी ऐतिहासिक, पुरानी बाबाड़ी, कुएँ, तालाब, जल स्त्रोत को पुनर्जीवित कर रहे है।

शिप्रा परिक्रमा के लिये बढ़ा रहे सुविधा

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा की देश में और पूरे विश्व में हमारे मध्य प्रदेश की मां नर्मदा ऐसी नदी है जिसकी परिक्रमा की जाती है, मध्य प्रदेश सरकार नर्मदा नदी के परिक्रमा स्थल को सुव्यवस्थित कर तीर्थ यात्रियों के लिए सुविधाजनक व्यवस्थाएं बनाएंगे और मा शिप्रा के घाटों को 29 किलोमीटर और बनाया जा रहा है जिससे माँ शिप्रा के परिक्रमा करने वाले यात्रियों को भी सुविधा होगी। उज्जैन में माँ शिप्रा को प्रवाहमान बनने के लिए सिलार खेड़ी सेवर खेड़ी जलाशय योजना, मां शिप्रा की स्वच्छता बनाए रखने के लिए खान डायवर्सन नदी परियोजना भी हमारे यहां चल रही है इसका 50 प्रतिशत काम लगभग पूरा हो चुका है आने वाले दो वर्षों में माँ शिप्रा कल कल होकर बहेगी, इसी संकल्प के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं।

धार्मिक ही नहीं वैज्ञानिक नगरी भी है उज्जैन

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि उज्जैन ऐतिहासिक पौराणिक नगरी के साथ-साथ काल गणना का प्रमुख केंद्र रहा है, अकबर, शाहजहां,जहांगीर ने भी उज्जैन में प्रवास किया था और भर्तहरी गुफा पहुंचकर काल गणना के ज्ञान को समझा था, यहां पर उन्होंने टकसाल भी स्थापित कराई थी। यह केवल ऐतिहासिक और धार्मिक नगरी के साथ एक वैज्ञानिक नगरी भी है हम इसके वैभव को पुन: स्थापित करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं राजा भरतरी, समाट विक्रमादित्य, सम्राट अशोक के साथ-साथ अन्य महान राजाओं के द्वारा उज्जैन के लिए अनेक प्रकार के प्रामाणिक कार्य किए गए हैं। श्री मंत महादजी सिंधिया ने पानीपत के युद्ध के बाद इसके गौरव को पुनस्र्थापित किया और लाल किले पर धवज फहराया था इन सभी महान राजाओं की गाया को उज्जैन की भूमि कह रही है।

पंचक्रोशी यात्रियों का किया स्वागत

इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा सलामतपुर से आए पंचकोशी यात्रियों का सम्मान किया गया और उनकी यात्रा का शुभारंभ कराया गया और नगर निगम के स्वच्छता मित्रों का भी सम्मान किया गया। इस अवसर पर विधायक अनिल जैन कालू हेड़ा, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव नगर निगम महापौर मुकेश टटवाल, भाजपा जिला अध्यक्ष संजय अग्रवाल और जन प्रतिनिधि एवं संभाग आयुक्त संजय गुप्ता, आईजी उमेश योगा, कलेक्टर रोशन कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार शर्मा भी मौजूद रहे।

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