
श्री महाकालेश्वर मंदिर में भगवान श्री महाकाल को एक लोटा केसरिया जल अर्पित होगा। यह जल मंदिर समिति ही पंडे पुजारियों को उपलब्ध करायेगी। ऐसा निर्णय होली के पूर्व मंदिर समिति बैठक में ले चुकी है। सोमवार को समिति की उप प्रशासक सिम्मी यादव ने बताया कि मंदिर में कोई भी दर्शनार्थी या पंडे-पुजारी बाहर से रंग गुलाल नहीं ले जा सकेंगे और ना ही अंदर खेल सकेंगे। इस दिन मंदिर आने वाले सभी दर्शनार्थियों और पंडे-पुजारियों की प्रवेश द्वार पर चैकिंग भी की जायेगी।
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शाम को निकलेगा श्री महाकालेश्वर ध्वज चल समारोह
रंग पंचमी की शाम महाकाल मंदिर से श्री महाकालेश्वर ध्वज चल समारोह निकलेगा। जो पुन: मंदिर आकर समाप्त होगा। पुजारी आशीष शर्मा ने मीडिया को बताया कि ध्वज चल समरोह में भक्त प्रहलाद, कुंभ स्नान, गंगा अवतरण, हाथियों द्वारा महादेव का अभिषेक, आदियोगी शिव आदि झांकियां शामिल होगी। रतलाम से आये हाथी पर हरसिद्धि माता व बाबा का सेहरा स्वरूप निकलेगा। नासिक-पुणे से आये ढोल पर महिलाओं द्वारा शक्ति प्रदर्शन किया जायेगा। चल समारोह मंदिर से शुरू होकर तोपखाना, दौलतगंज, नई सडक़, सतीगेट, गोपाल मंदिर होता हुआ मंदिर पर समाप्त होगा।