मध्यप्रदेश

सात फेरों के साथ मिला VIP आशीर्वाद: नवविवाहित जोड़ों ने कहा- ‘थैंक यू सीएम साहब’

सीएम डॉ. मोहन यादव के बेटे के साथ विवाह करने वाले 20 अन्य वर वधु भी बहुत खुश

 

उज्जैन: माँ क्षिप्रा नदी के तट पर 30 नवंबर 2025 को आयोजित एक भव्य सामूहिक विवाह समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के बेटे अभिमन्यु सहित 20 अन्य जोड़ों ने सात फेरे लिए। सामान्य, पिछड़ा वर्ग से लेकर अनुसूचित जाति, जनजाति के वर-वधुओं के विवाह से यह आयोजन सामाजिक समरसता की मिसाल बन गया। नवविवाहित जोड़ों को सात फेरों के साथ-साथ देश के वीआईपी और संतों का सीधा आशीर्वाद भी मिला, जिससे वे अत्यंत अभिभूत हैं।

सभी नवयुगलों ने अपनी अविस्मरणीय खुशी के लिए सीधे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का हृदय से आभार व्यक्त किया।

 ‘कभी नहीं सोचा था ऐसी शादी होगी’,

सामूहिक विवाह में परिणय सूत्र में बंधे जोड़ों ने अपनी खुशी साझा की:

  • राजकुमार राणा (निशाना गांव, उज्जैन): प्राइवेट बैंक में नौकरी करने वाले राजकुमार ने मिताली को अपनी जीवन संगिनी बनाया। उन्होंने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि इतने बड़े मंच पर मेरा विवाह होगा तथा देश की ख्यातनाम हस्तियों से आशीर्वाद मिलेगा। मेरा तो जीवन ही धन्य हो गया।”

  • मोहित यादव (डबल चौकी, इंदौर): राजमिस्त्री का काम करने वाले मोहित ने मुस्कान के साथ सात फेरे लिए। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हमारे लिए आयोजन को यादगार बनाया है। थैंक यू सीएम साहब। यह दिन मैं जीवन भर नहीं भूलुंगा।” उन्होंने मुख्यमंत्री के सुपुत्र के साथ विवाह का आयोजन होने को अपने लिए बहुत यादगार पल बताया।

सभी नवविवाहित जोड़ों ने सुव्यवस्थित आयोजन, लजीज व्यंजनों और वैदिक मंत्रोचार के बीच हुई वैवाहिक रस्मों की सराहना की। विवाह के तुरंत बाद सभी नवविवाहितों को मौके पर ही विवाह प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए।

संतों की ओर से नवदंपतियों को 3.25 लाख की नकद भेंट

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर संत धीरेंद्र शास्त्री ने मंच से मुख्यमंत्री डॉ. यादव की पहल की सराहना करते हुए उन्हें देश का पहला मुख्यमंत्री बताया, जिन्होंने इस प्रकार की अनुकरणीय पहल कर समाज में समरसता की मिसाल पेश की है।

संतों ने नवयुगलों को बड़ा आर्थिक संबल भी प्रदान किया:

संत/संस्था प्रति जोड़े को भेंट की राशि
धीरेंद्र शास्त्री 1 लाख
योगगुरु स्वामी रामदेव 1 लाख
अभा अखाड़ा परिषद महामंत्री हरिगिरी महाराज 1.25 लाख
कुल भेंट 3.25 लाख

इस तरह सामूहिक विवाह समारोह में सात फेरे लेने वाले प्रत्येक नवदंपत्ति को संतों की ओर से 3.25 लाख नकद भेंट मिली। स्वामी रामदेव ने कहा कि सामूहिक विवाह की परंपरा आज भी प्रासंगिक है, जो आधुनिक समाज में सामाजिक समानता का संदेश दे रही है।

राज्यपाल बोले: आडंबर से मुक्त हो विवाह

  • राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा कि विवाह सनातन धर्म के 16 संस्कारों में प्रमुख है और सामूहिक विवाह का उद्देश्य इसे आडंबरों और फिजूलखर्ची से मुक्त कर पवित्रता बनाए रखना है।

  • विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्रसिंह तोमर ने भी धन के अपव्यय को रोकने के लिए एकजुट होने की आवश्यकता पर जोर दिया।

सीएम के बेटे के साथ इन 21 जोड़ों ने लिए सात फेरे

 

उज्जैन में क्षिप्रा तट पर आयोजित भव्य सामूहिक विवाह समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के बेटे सहित कुल 21 जोड़ों ने सात फेरे लेकर नए जीवन की शुरुआत की।

परिणय सूत्र में बंधने वाले जोड़ों के नाम इस प्रकार हैं:
क्र.सं. वर का नाम वधू का नाम
1. डॉ. अभिमन्यु यादव डॉ. ईशिता पटेल
2. अंकित यादव साधना यादव
3. भूपेन्द्र सिंह संध्या सिंह
4. भगवान जयपाल कविता तँवर
5. शुभम मकवाना पायल भानवे
6. शिवम अहीर किरण अहीर
7. घनश्याम राव हर्षिता चौहान
8. ऋषि कुमार अर्पिता यादव
9. अनिकेत नेहा बाघेला
10. कृपाराम धनोड़िया मनीषा
11. राजकुमार सिंह मिताली गौर
12. विजय सूर्यवंशी मुस्कान बाघेला
13. हिमांशु यादव भूमिका यादव
14. अनमोल जोशी शिवानी यादव
15. मोहित मुस्कान
16. प्रशांत तिवारी खुशी यादव
17. मुकेश कुमार टीना
18. रजत लाडगे रानी भारती
19. शिवपाल सिंह ठाकुर जयश्री ठाकुर
20. शिखर आँजना सपना आँजना
21. सागर परमार ज्योति गोहिल

 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के बेटे डॉ. अभिमन्यु ने सामूहिक विवाह सम्मेलन में 20 अन्य जोड़ों के साथ लिए सात फेरे

 

भस्मरमैया श्मशानवासी बमबम नाथ भस्मारती के पहले महाकाल से विदाई लेकर चला गया

 

Related Articles

Back to top button