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सिंहस्थ मेला अधिकारी आशीष सिंह नए संभागायुक्त, एकमात्र आईएएस जो उज्जैन के कलेक्टर-निगम आयुक्त भी रह चुके

आशीष सिंह की पोस्टिंग सिंहस्थ 2028 के लिए महत्वपूर्ण, सीएम डॉ. मोहन यादव का दूरदर्शितापूर्ण निर्णय

उज्जैन: उज्जैन के इतिहास में पिछले तीन दशकों में सिंहस्थ मेला अधिकारी आशीष सिंह ऐसे पहले आईएएस अधिकारी बन गए हैं, जो यहां निगमायुक्त, कलेक्टर,  सिंहस्थ मेला अधिकारी और अब संभागायुक्त की महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उनकी यह नियुक्ति मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उस दूरदर्शी सोच का परिणाम है, जिसका उद्देश्य सिंहस्थ-2028 की तैयारियों में तेजी लाना और उन्हें बेहतर ढंग से पूरा करना है। आशीष सिंह को इन तीन महत्वपूर्ण पदों पर काम करने का गहरा अनुभव है।

राज्य सरकार ने सोमवार 8 सितंबर 2025 की देर रात बड़े पैमाने पर आईएएस अधिकारियों के तबादले किए। इन तबादलों में इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह को उज्जैन का संभागायुक्त नियुक्त किया गया है। वहीं, इंदौर के नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा को इंदौर कलेक्टर बनाया है। उनकी पत्नी और उज्जैन जिला पंचायत की सीईओ जयति सिंह को बड़वानी कलेक्टर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जनसंपर्क आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े को इंदौर संभागायुक्त और आगर-मालवा के कलेक्टर राघवेंद्र सिंह को जबलपुर कलेक्टर बनाया गया है। जबलपुर के कलेक्टर दीपक सक्सेना अब जनसंपर्क आयुक्त होंगे, जबकि जबलपुर की नगर निगम आयुक्त प्रीति यादव को आगर-मालवा कलेक्टर की कमान मिली है।

सिंह से पहले अरोरा और श्रीवास्तव भी रहे थे इन पदों पर

आशीष सिंह से पहले, सीपी अरोरा कलेक्टर और संभागायुक्त रहे हैं, लेकिन वह निगमायुक्त नहीं थे। हालांकि, साल 2000 में कलेक्टर रहते हुए वे कुछ समय के लिए उज्जैन नगर निगम के प्रशासक जरूर थे। इसी तरह, अजातशत्रु श्रीवास्तव उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ, निगमायुक्त और कलेक्टर रहे, लेकिन उन्होंने कभी संभागायुक्त या मेलाधिकारी की भूमिका नहीं निभाई। एक और खास बात यह है कि ये दोनों ही अधिकारी प्रमोटी आईएएस थे, यानी वे सीधे भारतीय प्रशासनिक सेवा में नहीं आए थे। श्रीवास्तव राज्य प्रशासनिक सेवा से जबकि अरोरा राज्य सहकारिता सेवा से आईएएस बने थे।

सबको साधने की क्षमता आशीष सिंह की खासियत

अफसरों की इस नई तैनाती ने कई चर्चाओं को जन्म दिया है, लेकिन सबसे अधिक चर्चा फील्ड के जानकार और बेहतर कम्युनिकेटर माने जाने वाले इंदौर के पूर्व कलेक्टर आशीष सिंह की नियुक्ति की है। संभागायुक्त के रूप में उनकी यह नई पारी उन्हें उज्जैन में चार सबसे महत्वपूर्ण पदों पर काम करने वाला पहला आईएएस बनाती है। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के मूल निवासी आशीष सिंह की सबसे बड़ी खासियत सबको साथ लेकर चलने की है। उनकी गिनती तेज-तर्रार और कुशल अधिकारियों में होती है। वह किसी भी कठिन परिस्थिति को अपने पक्ष में करने की क्षमता रखते हैं। सत्ताधारी दल के साथ उनके संबंध बेहतर रहते ही हैं, साथ ही विपक्ष के साथ भी वे आसानी से तालमेल बिठा लेते हैं। कोरोना काल में कलेक्टर के रूप में उनका कार्यकाल बेहद यादगार रहा था। हालांकि, महाकाल महालोक में मूर्तियों के निर्माण में कथित अनियमितताओं को लेकर कुछ आरोप भी उन पर लगे थे।

उज्जैन से जुड़े 7 अफसर बने आईएएस

इस तबादला सूची में उज्जैन में कार्यरत राज्य प्रशासनिक सेवा के सात अधिकारियों को आईएएस के पद पर पदोन्नत किया गया है। इनमें डॉ. कैलाश बुंदेला, जितेंद्र सिंह चौहान, संतोष कुमार टैगोर, निशा डामर, शैली कनाश, रोहन सक्सेना और आशीष पाठक शामिल हैं। संतोष कुमार टैगोर वर्तमान में नगर निगम में अपर आयुक्त हैं, जबकि आशीष पाठक इंदौर में परिवहन उपायुक्त के पद पर कार्यरत हैं।

-हरिओम राय

 

MP राज्य प्रशासनिक सेवा के 16 अधिकारी बने आईएएस

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