
सिंहस्थ 2028 Simhastha 2028 के लिये कई प्रमुख निर्माण कार्यों को बुधवार 28 जून 2028 को मध्यप्रदेश सरकार ने हरी झंडी दे दी है। मुख्य सचिव अनुराग जैन ने बुधवार को मंत्रालय में सिंहस्थ-2028 की तैयारियों के लिए करीब २५ कामों को मंजूरी दी है। उज्जैन के अलावा बाकी अन्य जिलों के मिलाकर करीब 40 काम स्वीकृत किए गए हैं और टाइम लिमिट का ध्यान रखते हुए हर काम कराने को कहा गया है।
सिंहस्थ के निर्माण कार्यों के लिये बनी स्टेट सुपरविजन कमेटी की इस बैठक में उज्जैन समेत सभी संबंधित जिलों के कलेक्टर और अन्य विभागीय प्रमुख मौजूद रहे हैं। सीएस ने सभी कामों को पारदर्शिता के साथ समय सीमा में पूरा कराने के लिए कहा है। सीएस ने कहा है कि जो भी काम हो रहे हैं, उनकी डिजाइन सही हो। सडक़ों को लेकर सीएस जैन ने कहा कि इंडियन रोड कांग्रेस के नार्म्स का पालन गंभीरता से कराया जाए।
शिप्रा के घाट सहित कई प्रमुख कार्य को दी मंजूरी
सिंहस्थ के कामों की सुपरविजन कमेटी (पर्यवेक्षण समिति) की बैठक में आज सबसे अधिक उज्जैन जिले के 25 कामों को मंजूरी दी गई है। इसमें उज्जैन सिंहस्थ मेला क्षेत्र, घाट क्षेत्र के कामों के अलावा मौजूद घाट रामघाट व अन्य के डेवलपमेंट के काम शामिल हैं। यहां नौ किमी तक अपग्रेडेशन का काम किया जाएगा। इसके साथ ही उज्जैन की रीगल टॉकीज के रीडेंसीफिकेशन प्लान को भी सीएस जैन और कमेटी ने मंजूरी दी है।
उज्जैन के 25 कार्यों को मिली स्वीकृति, सुपरविजन कमेटी की अनुशंसा वाले काम
- कार्तिक मेला ग्राउंड से नई खेड़ी मार्ग (सिंहस्थ बायपास तक) 2.8 किमी 4 लेन रोड।
- कर्कराज पार्किंग से भूखीमाता मार्ग लाल पुल से एमआर -22 तक 1.5 किमी 4 लेन रोड।
- भैरवगढ़ जेल चौराहा से पिपलीनाका 6 लेन रोड।
- जूना सोमवारिया से पिपली नाका अंकपात चौराहा मार्ग तक फोर लेन।
- पिपलीनाका से गढक़ालिका मंदिर ओखलेश्वर श्मशान तक 2.2 किमी रोड 4 लेन।
- भर्तृहरि गुफा से ऋण मुक्तेश्वर तक 0.8 किमी 2 लेन रोड।
- शिप्रा नदी से पश्चिम भाग पर एम आर 22 तक 14 किमी 6 लेन रोड।
- महाराजबाड़ा चौराहा से हरसिद्धि मंदिर चौराहा शिप्रा नदी तक 1.2 किमी 4 लेन रोड।
- प्रशांति धाम चौराहा से शनि मंदिर तक 1.2 किमी 2 लेन रोड।
- शनि मंदिर से जीवन खेड़ी रोड एमआर-27 तक 6 लेन रोड।
इन विभागों को कराना है यह काम
- गृह विभाग-37
- पर्यटन विभाग-10
- संस्कृति -4
- नगरीय विकास और आवास विभाग-20
- लोक निर्माण विभाग-1
- पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग-1
- आयुष विभाग-2
- लोक स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग-2
- कुल -77 (नोट-इन सभी कामों की लागत 3176.91 करोड़ रुपए है।)
100 से अधिक कामों का प्रजेंटेशन भी हुआ
सिंहस्थ के कामों को लेकर मंत्रालय में मंगलवार को भी बैठक हुई थी। आज सीएस के समक्ष सिंहस्थ के 100 कामों को लेकर प्रजेंटेशन हुआ। जो इस प्रकार हैं
- गढक़ालिका मंदिर से पीर मत्स्येंद्रनाथ समाधि तक 0.5 किमी 2 लेन रोड।
- महाकाल पार्किंग से चौबीस खंबा तक 400 मीटर लंबी 4 लेन रोड।
- हरसिद्धि पाल से रामघाट रोड चौड़ीकरण और निर्माण कार्य।
- नीलकंठ द्वार से महाकाल चौराहा तक (अहिल्याबाई मार्ग) चौड़ीकरण।
- मकोडिय़ा आम चौराहा से विराट नगर होते हुए कानीपुरा तराना मार्ग तक सडक़ निर्माण।
- शिप्रा के 15 घाटों का उन्नयन कार्य।
- छत्री चौक स्थित रीगल टाकीज पर पार्किंग, प्लाजा व दुकानों का निर्माण कार्य।
- महापौर, अध्यक्ष, आयुक्त, अपर आयुक्त, उपायुक्तनिवास और स्टाफ क्वार्टर्स का निर्माण कार्य।
- उज्जैन शहर के विभिन्न प्रवेश मार्गों पर 9 स्वागत द्वार।
- पंवासा में विस्थापितों को आवंटित भूखंड पर सुविधा देने के लिए 654 प्लाट्स में सडक़, स्टार्म वाटर ड्रेन निर्माण, उद्यान, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल आपूर्ति और सीवेज पर 10.34 करोड़ खर्च होंगे।
- लिगेसी वेस्ट उपचार के कार्य पर 5.5 करोड़ खर्च किए जाएंगे।
- रेलवे स्टेशन पर अलग-अलग दिशा में बनेंगे पैदल पुल
- उज्जैन रेलवे स्टेशन पर नागदा की ओर पैदल पुल निर्माण।
- उज्जैन रेलवे स्टेशन पर भोपाल की ओर पैदल पुल।
- नई खेड़ी रेलवे स्टेशन कनेक्टिविटी के लिए 1.3 किमी 2 लेन रोड।
- पंवासा फ्लैग स्टेशन कनेक्टिविटी के लिए 2.5 किमी 2 लेन रोड।
- चिंतामन गणेश रेलवे स्टेशन कनेक्टिविटी के लिए 2 लेन सडक़।
- शक्करवासा से लालपुर होते हुए गरोठ मार्ग (पंचक्रोशी मार्ग) 5.42 किमी 4 लेन।
इन जिलों में होना है सिंहस्थ से जुड़े इतने कार्य
- उज्जैन-27
- मंदसौर-2
- शाजापुर-2
- खंडवा-7
- खरगोन-3
- देवास-6
- आगर मालवा-1
- कुल-48 (नोट-इन सब कामों की लागत 2865.53 करोड़ रुपए प्रस्तावित है।)
मंत्रिमंडलीय समिति से विभागवार इतने कामों की हुई अनुशंसा
- जल संसाधन विभाग-74
- ऊर्जा विभाग-6
- लोक निर्माण विभाग-5
- पर्यटन विभाग-10
- संस्कृति विभाग-5
- गृह विभाग-37
- नगरीय विकास और आवास विभाग-6
- कुल-74 (नोट-इन सभी कार्यों की लागत 7380.02 करोड़ रुपए है।)
सिंहस्थ की तैयारियों की रणनीति और टाइम लाइन पर एक नजर
- टास्क फोर्स का गठन-13 फरवरी 2024
- मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिमंडलीय समिति गठन-6 जून 2024
- मुख्य सचिव की अध्यक्षता में पर्यवेक्षण समिति का गठन-30 अक्टूबर 2024
- संभागायुक्त उज्जैन की अध्यक्षता में संभाग स्तरीय समिति गठन-27 नवम्बर 2024
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