उज्जैनमध्यप्रदेश

सिर झुकाए खड़े रहे हत्‍यारे, कोर्ट में मुंह से शब्‍द नहीं निकले

बिटिया के हत्‍यारों को 23 जून तक जेल भेजा, सुरक्षा के लिए कोर्ट में तैनात करना पड़ा भारी फोर्स

समाचार आज@ उज्जैन।

चार साल की बालिका हत्याकांड के तीन आरोपियों को रिमांड खत्म होने पर पुलिस ने भारी सुरक्षा के बीच सोमवार 12 जून को कोर्ट में पेश किया। न्यायाधीश ने जघन्य अपराध पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सवाल किया तो आरोपियों ने सिर झुका लिया। मामले में कोर्ट ने तीनों को 23 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

कमल कॉलोनी क्षेत्र में 6 जून को बालिका की जघन्य हत्या कर दी गई थी। मामले में चिमनगंज पुलिस ने मृतिका के पड़ोसी अजय सोलंकी, उसकीे मां निर्मला, बहन रानू व उसके प्रेमी विक्की ठाकुर को गिरफ्तार किया था। 9 जून को निर्मला को जेल भेज पुलिस ने तीनों को 12 जून तक रिमांड पर लिया था। उनसे वारदात में प्रयुक्त एक्टिवा, कपड़े व अन्य सामान बरामद करने के बाद रिमांड खत्म होने पर सोमवार को विशेष न्यायाधीश कीर्ति कश्यप की कोर्ट में पेश किया। यहां न्यायाधीश ने अजय, विक्की व रानू से पूछा कि ऐसा जघन्य अपराध क्यों किया तो तीनों ने सिर झुका लिया। इस पर कोर्ट ने उन्हें २३ जून तक जेल भेजने के आदेश दे दिए। खास बात यह रही कि आरोपियों के प्रति आक्रोश को देखते हुए आज भी कोर्ट में भारी फोर्स तैनात करना पड़ा था। याद रहे पहले तीनों के लिए पुलिस कंट्रोल रूम में विशेष कोर्ट बनाना पड़ी थी।

क्‍या है मामला

पुलिस रिकार्डनुसार 6 जून अपरांह करीब 4 बजे बालिका लापता हुई थी। 7 जून को वाल्‍मीकि धाम के पास बोरी में शव मिलने से हत्या होने की बात पता चली थी। मामले में चारों आरोपियों को पकडऩे पर पता चला था कि अजय ने बालिका को घर में बुरी नीयत से बुलाया था। गलत हरकत के दौरान उसने बालिका का मुंह व नाक दबाकर मार डाला था। बाद में घटना को छूपाने के लिए बहन रानू ने बालिका को घर की होज में डूबाकर हादसा दर्शाने का प्रयास किया फिर शव को बोरी में भरकर प्रेमी विक्की ठाकुर की मदद से फिकवा दिया था।

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