2016 से एक ही वेतन पर काम कर रहे Dial-100 चालक

विरोध करने पर निकाले जाने की दी जा रही धमकी, शिकायत करने पर मारपीट का झूठा प्रकरण दर्ज कराने आरोप
समाचार आज। उज्जैन
उज्जैन में dial-100 एंबूलेंस कंपनी के खिलाफ हक की आवाज उठाने वाले ड्राइवर यानी 100 पायलट को कंपनी की तरह-तरह की प्रताड़ना झेलना पड़ रही है। पायलट का कसूर सिर्फ इतना कि उसने सभी वाहनचालकों के हित में नियमानुसार मिलनेवाली सुविधाएं देने की उठाई थी।
उज्जैन सहित पूरे प्रदेश में 100 नंबर डायल करते ही घटनास्थल पर पहुंचने वाली डायल हंड्रेड के वाहन चालक खुद सुरक्षित नहीं है। डायल हंड्रेड पायलट को पिछले 7 सालों से एक ही वेतन पर काम कराया जा रहा है। जब एक पायलट द्वारा श्रम आयुक्त को अपने अधिकारों के लिए शिकायत पत्र लिखा गया तो डायल हंड्रेड संचालित करने वाली भारत विकास ग्रुप संस्था द्वारा उसे प्रलोभन तो दिया ही गया और डराया भी गया।पायलेट के न मानने पर उसके खिलाफ मारपीट का प्रकरण दर्ज कर दिया गया।
जिले में चल रहे हैं 29 डायल 100 वाहन
उज्जैन जिले में इन दिनों लगभग 29 डायल हंड्रेड वाहन चल रहे हैं।जिनमें लगभग 84 वाहन चालक कार्यरत हैं। उज्जैन में ही डायल हंड्रेड के पायलट विक्रम लाल पिता मोहनलाल राजोरिया ने 2 महीने पहले 19 जुलाई को इंदौर के श्रम आयुक्त कार्यालय में एक शिकायती पत्र भेज कर प्रदेश में कार्यरत लगभग 3 हज़ार डायल हंड्रेड पायलटों की वेतन सम्बन्धी समस्या को प्रमुखता से उठाया था। वर्ष 2016 से कुशल ड्राइवरों को 8100 वेतन दिया जा रहा है जो कि वर्तमान में बढ़कर 11360 होना चाहिए।विक्रम राजोरिया की शिकायत के बाद श्रम आयुक्त कार्यालय इंदौर से कंपनी के पुणे और भोपाल स्थित कार्यालय में 12 अगस्त 2022 को नोटिस भेजा गया, साथ ही भोपाल के पुलिस दूरसंचार मुख्यालय द्वारा भी कंपनी को एक पत्र भेजकर प्रदेश के सभी डायल हंड्रेड वाहन चालकों को दिए जा रहे कम वेतन के संबंध में जानकारी मांगी गई थी।
कम मिल रहा है वेतन
डायल हंड्रेड dial-100 चालक विक्रम लाल राजोरिया ने बताया कि 2015 से वे डायल 100 वाहन चला रहे हैं तब से लेकर अब तक उन्हें हर महीने 8100 रुपये का भुगतान किया जा रहा है। अपॉइंटमेंट करते समय कंपनी द्वारा महीने में चार अवकाश देने की भी बात कही गई थी जो कि नहीं दिए जा रहे हैं।विक्रम का कहना है कि शिकायत के बाद बीवीजी कंपनी के संचालक उन्हें प्रलोभन देने का प्रयास कर रहे हैं और डराया धमकाया भी जा रहा है।उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी की बातें न मानने पर 16 सितंबर को उज्जैन डिस्ट्रिक्ट सुपरवाइजर दिलीप अहिरवार ने उन पर एक अन्य वाहन चालक द्वारा मारपीट का झूठा प्रकरण भी दर्ज कराया है। हालांकि इस संबंध में भारत विकास ग्रुप उज्जैन कार्यालय के डिस्ट्रिक्ट सुपरवाइजर दिलीप अहिरवार का कहना है कि पायलटों ने शिकायत कंपनी के नाम की है जिसके बारे में वह कुछ नहीं जानते और विक्रम लाल राजोरिया के खिलाफ जीवाजी गंज थाना Jiwaji Ganj Police Station Ujjain में दर्ज हुई मारपीट की शिकायत के बारे में भी उन्हें कुछ जानकारी नहीं है। हालांकि एक-दो दिन में अपनी समस्याओं को लेकर जिले के डायल हंड्रेड वाहन चालक पुलिस अधीक्षक उज्जैन को भी शिकायत करने जाने वाले हैं। प्राथमिक स्तर पर यह जानकारी के सामने आई है कि जिले में चल रहे कई डायल हंड्रेड dial-100 वाहनों के बीमे भी खत्म हो चुके हैं। यदि किसी दिन कोई दुर्घटना होती है तो उसका जवाबदार कौन होगा।