11 अक्टूबर को ‘महाकाल लोक’ जनता को सौपेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

पहली बार उज्जैन में महाकाल महाराज के समक्ष हुई प्रदेश केबिनेट की बैठक
Cabinet meeting of Shivraj government in Ujjain on Tuesday Prime Minister Narendra Modi will hand over 'Mahakal Lok' to the public on October 11
समाचार आज । उज्जैन
मध्यप्रदेश के गठन के बाद पहली बार उज्जैन में मंगलवार को शिवराज सरकार की केबिनेट बैठक Cabinet meeting of Shivraj government in Ujjain का आयोजन हुआ।

खास बात यह रही कि उज्जैन में यह बैठक उज्जैन के राजा भगवान महाकालेश्वर के समक्ष हुई। बाबा महाकाल की तस्वीर सामने रखकर बैठक मेें निर्णय लिए गये। मुख्यमंत्री शिवराज स्वयं अन्य मंत्रियों की तरह दूसरे मंत्रियों के साथ कतार में बैठक में बैठे थे। बैठक में उज्जैन को लेकर 4 अहम फैसले लिए गए है। महाकालेश्वर मंदिर के विस्तारित कॉरिडोर का नाम अब महाकाल लोक Mahakal Corridor is now named as Mahakal Lok होगा। केबिनेट की बैठक में इस नए नाम पर मुहर लगा दी गई है।
महाकालेश्वर मंदिर के विस्तारित परिसर में लगभग 341 करोड़ रुपए की लागत से हुए विकास व सौंदर्यीकरण के कार्यो का 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोकार्पण किया जाएगा। प्रधानमंत्री के आगमन से पहले प्रदेश सरकार, खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी केबिनेट के सदस्य उज्जैन को कुछ खास सौगातें देने की योजना लेकर मंगलवार को उज्जैन आए थे। हर सप्ताह भोपाल मंत्रालय एनेक्सी में होने वाली केबिनेट बैठक इस बार उज्जैन में प्रशासनिक संकुल कोठी रोड़ की तीसरी मंजिल पर आयोजित की गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोपहर करीब 11.50 बजे उज्जैन पहुंचे। हेलिपेड से वे सीधे प्रशासनिक संकुल पर गए और केबिनेट बैठक में शामिल हुए। केबिनेट बैठक में अमूमन मुख्यमंत्री की कुर्सी बीच में लगती है, उज्जैन में ऐसा नहीं हुआ। बीच में भगवान महाकालेश्वर की तस्वीर लगी थी और खुद मुख्यमंत्री अन्य मंत्रियों के साथ कतार में बैठे थे। बैठक में खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उज्जैन में भगवान महाकाल की राजा है लिहाजा उन्हीं की कृपा इस बैठक पर रहना चाहिए।
उज्जैन के लिए 4 अहम फैसले
– महाकाल लोक- महाकालेश्वर मंदिर के विस्तारित कॉरिडोर का नाम महाकाल लोक रखा गया है। केबिनेट ने इस नए नाम को मंजूरी दी है। महाकाल लोक में पहले चरण के 351 करोड़ रूपए के निर्माणकार्यो का लोकार्पण होना है, पूरी योजना 856 करोड़ रूपए की है।
– हवाई पट्टी विस्तार– देवासरोड स्थित दताना-मताना हवाई पट्टी Datana-Matana airstrip के विंस्तारिकरण के लिए 41 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जाएगी। फिलहाल हवाई पट्टी 1070 मीटर की है, पूरा परिसर लगभग 41 हेक्टेयर का है। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इसे एयरपोर्ट का स्वरूप दिया जाएगा। हवाई पट्?टी में जमीन अधिग्रहण के लिए 41 करोड़, विस्तारिकरण व विकास कार्यो के लिए 39 कुल 80 करोड़ रूपए प्रथम चरण के कार्यो के लिए स्वीकृत किए गए है।
– पुलिस बैंड में बढ़ेंगे पद- उज्जैन का पुलिस बैंड Police Band of Ujjain धार्मिक कार्यक्रमों में प्रस्तुति देने के लिए पूरे देश में मशहूर है। इसमें फिलहाल 11 ही पुलिसकर्मी है, बैंड के लिए 36 नए पद स्वीकृत किए गए है, भर्ती के बाद वादकों की संख्या 47 हो जाएगी।
– प्रवाहमान शिप्रा- शिप्रा नदी को प्रवाहमान बनाए रखने के लिए बांधो की संरचना संबंधी सर्वे होगा। शिप्रा नदी के उद्मम स्थल तक छोटे-छोटे बांध बनाकर उनके रिसाव से नदी को प्रवाहमान बनाने की योजना बनेगी। उज्जैन में शिप्रा नदी Shipra river in Ujjain के किनारों को रीवर फ्रंट का स्वरूप देने के लिए भी सर्वे के माध्यम से योजना बनेगी।
केबिनेट के अहम फैसले
Important decisions of the cabinet
– मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में आयु व न्यूनतम शैक्षणिक सीमा में संशोधन किया गया है। इसमें आवेदक की अधिकतम आयु सीमा 40 साल से बढ़ाकर 45 साल कर दी गई है, नयूनतम शेक्षणिक सीमा 12वीं से घटाकर 8 वीं उत्तीर्ण हो गई है। योजना में अब हितग्राही को वार्षिक के बजाए त्रेमासिक आधार पर अनुदान भुगतान होगा।
– जल जीवन मिशन के तहत मध्यप्रदेश के 25 जिलों के 9 हजार 197 गांवो में 17 हजार 971 करोड़ 95 लाख रूपए की लागत से समूह नल जल योजना को स्वीकृति मिली है। 2024 तक प्रदेश के सभी गांवो और शहरो में नल से जल उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय किया गया है।
– महेश्वर जल विद्युत परियोजना खरगौन के संबंध में लिए गए निर्णयों का अनुसमर्थन।
– भोपाल, ग्वालियर में एक-एक, इंदौर में 2 व जबलपुर में 1 कुल 5 अतिरिक्त कुटुंब न्यायालयों में पीठासीन अधिकारी एवं अमले के 55 पदों का सृजन।
7 दिन चलेगा महाकाल लोक लोकार्पण का उत्सव
The festival of the inauguration of Mahakal Lok will run for 7 days
5 अक्टूबर- महाकालेश्वर सवारी
6 अक्टूबर- भजन-सत्संग प्रभात फेरी
7 अक्टूबर- भगवान शिव पर केंद्रित लेजर शो, मुंबई के ग्रुप द्वारा महाकाल गाथा महानाट्य की प्रस्तुति
8 अक्टूबर- श्रीकृष्ण प्रणित महाकाल स्त्रोतम् एवं शिव केंद्रित रचनाओं का प. सुखदेव चर्तुवेदी मुंबई द्वारा ध्रुपद गायन, मथुरा के ग्रुप द्वारा महाकाल गाथा महानाट्य की प्रस्तुति।
9 अक्टूबर- वारियर स्क्वाड और बांबे फायर ग्रुप द्वारा शिव और गणेश पर केंद्रित प्रस्तुति, महाकाल गाथा महानाट्य।
10 अक्टूबर- श्री महाकाल अनुष्ठान, शिप्रा पूजन, शिव स्तुति एवं अन्य शिवभक्ति परक गायन।
11 अक्टूबर- प्रधानमंत्री द्वारा महाकाल लोक का लोकार्पण।
11 को उज्जैन में रहेगा दीपावली सा माहौल, हर घर सजेंगे दीप, घोषित किया स्थानीय अवकाश
11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन में जिस वक्त महाकालेश्वर मंदिर परिसर विस्तारिकरण व विकास कार्यो महाकाल लोक का लोकार्पण कर रहे होंगे तब पूरे शहर में दीपावली सा माहौल रहेगा। शहर के हर घर पर दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। आसमान आतिशबाजी से सराबोर होगा। 11 अक्टूबर को उज्जैन में स्थानीय अवकाश रहेगा। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी घोषणा की है।
मंगलवार को केबिनेट बैठक में भाग लेने आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कालिदास संस्कृत अकादमी के पं.सूर्यनारायण व्यास संकुल सभागृह में महाकाल मन्दिर विस्तारीकरण योजना के प्रथम चरण के अन्तर्गत महाकाल लोक की लोकार्पण आयोजक समिति की बैठक में भाग लिया। इस दौरान मंच पर सन्त माधव रंगनाथाचार्य जी, महन्त डा. रामेश्वरदास, बालयोगी उमेशनाथ जी, महामंडलेश्वर शान्तिस्वरूपानंद जी, आचार्य शेखर जी, महाकालेश्वर मन्दिर के मुख्य पुजारी पं.घनश्याम गुरू, महन्त विनीत गिरी जी, माखनसिंह, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक बहादुरसिंह चौहान आदि मौजूद थे।
दोनों चरणों को मिलाकर 800 करोड़ रुपये से अधिक के विकास की योजना
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि हम सबके लिये अत्यन्त गौरव और प्रसन्नता के क्षण हैं। आज महाकाल लोक के लोकार्पण की आयोजन समिति की पहली बैठक हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें सिंहस्थ का समय याद आ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक में महाकाल मन्दिर परिसर विस्तार योजना के तहत विकास कार्य दो चरणों में किये जाने पर विचार-विमर्श किया गया। दूसरे चरण में लगभग 310 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न विकास के कार्य होंगे। दोनों चरणों को मिलाकर 800 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्य और सौंदर्यीकरण कार्य किये जायेंगे। प्रथम चरण में विस्तार के पश्चात जो रचना हुई है। वह आम जनता के देखे जाने के लिये उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इसका लोकार्पण देश के प्रधानमंत्री द्वारा किया जाना प्रस्तावित किया गया।
द्वितीय चरण में और निखरेगा महाकाल लोक
महाकाल महाराज मन्दिर विस्तारीकरण योजना के द्वितीय चरण में महाराजवाड़ा को हैरिटेज होटल के रूप में विकसित करने, रूद्र सागर के सौंदर्यीकरण, हॉकर्स झोन विकसित करने, रूद्र सागर के पश्चिमी मार्ग का विस्तारीकरण करने और अन्य महत्वपूर्ण कार्य किये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाल लोक का लोकार्पण कार्यक्रम सबका आयोजन है। इसमें आमजन जुड़ सकें और जनता अपनी ओर से आवश्यक योगदान दे सके। इसी उद्देश्य से लोकार्पण के आयोजन की समिति बनाई गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम को भव्य रूप प्रदान करने के लिये आज आयोजित इस बैठक में सभी के आवश्यक सुझाव प्राप्त किये जायेंगे और उन पर विचार किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समाज को जोडऩे का आयोजन है। विभिन्न समाज, वर्ग और धर्म के लोग इससे जुड़ेंगे। लोकार्पण के पूर्व उत्सव का एक वातावरण निर्मित होगा। विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन 5 अक्टूबर से प्रारम्भ हो जायेंगे।
भगवान महाकालेश्वर की सवारी में चलने वाले पुलिस बैण्ड का होगा विस्तार
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि महाकाल कॉरिडोर का नाम सबकी सहमति से श्री महाकाल लोक कर दिया गया है। आज उज्जैन में आयोजित हुई कैबिनेट की बैठक में लिये गये तीन प्रमुख निर्णयों के बारे में मुख्यमंत्री ने समिति की बैठक में चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि दताना स्थित हवाई पट्टी का विस्तारीकरण किया जायेगा। शिप्रा नदी को स्वच्छ और सदा प्रवाहमान बनाये रखने के लिये सीवरेज के पानी को डायवर्ट किया जायेगा। इसके अलावा भगवान महाकालेश्वर की सवारी में चलने वाले पुलिस बैण्ड का विस्तार किया जायेगा। इसमें और सदस्यों को जोड़ा जायेगा। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने सन्तजन से तथा उपस्थित आमजन से लोकार्पण समारोह के सम्बन्ध में आवश्यक सुझाव प्राप्त किये।
दशहरे पर भव्य रूप में निकलेगी महाकाल भगवान की सवारी
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि लोकार्पण समारोह को भव्यता प्रदान करने के लिये दशहरे पर भगवान महाकालेश्वर की सवारी को भव्य रूप प्रदान किया जायेगा। उज्जैन के समस्त ग्रामीण क्षेत्रों में देवस्थानों पर विद्युत सज्जा की जायेगी। विभिन्न स्थानों पर सुन्दरकाण्ड और भजन का आयोजन किया जायेगा। भगवान महाकालेश्वर के प्राकट्य पर आधारित नाट्य होगा। पूरे शहर में अलग-अलग स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजि किये जायेंगे। सन्तों का समागम होगा। 10 और 11 अक्टूबर को रूद्राभिषेक और अन्य धार्मिक आयोजन तथा अनुष्ठान किये जायेंगे। शान्तिस्वरूपानंदजी महाराज ने 11 अक्टूबर को होने वाले कार्यक्रम में पूरे देश के सन्तों, बारह ज्योतिर्लिंग के प्रमुख पुजारी और महन्तों को निमंत्रित करने का सुझाव दिया। आचार्य शेखर महाराज ने श्री राम जनार्दन मन्दिर के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित करने का सुझाव दिया। इसी प्रकार बैठक में मुख्यमंत्री के नाम से गांव-गांव और घर-घर में निमंत्रण-पत्र भेजे जाने, महाकाल लोक का नाम महाकालेश्वर लोक किये जाने, 11 अक्टूबर को प्रत्येक घर में ध्वजा फहराने, सर्वधर्म समाज की यात्रा निकाले जाने आदि सुझाव दिये।
समारोह को भव्यता कैसे दे, आप भी सुझाव दें
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग अपने सुझाव लिखित में भी कलेक्टर को उपलब्ध करा सकते हैं। सभी सुझावों पर समिति के सदस्यों द्वारा विचार किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 11 अक्टूबर को उज्जैन में स्थानीय अवकाश रहेगा। आयोजन समिति द्वारा विभिन्न कार्यों के लिये उप समितियां बनाई जायें। शहर में दीपावली के पूर्व दीपोत्सव 11 अक्टूबर को किया जाये। यह हमारे लिये बहुत बड़ा कार्यक्रम है। इसका प्रसारण पूरे देश में होगा। सभी लोग इससे जुड़ें और लोकार्पण समारोह को भव्यता प्रदान करें।