उज्जैन में भाजपा पार्षद को चाकू मारने के पांच आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने निकाला जुलूस

मैरिज गार्डन के बाहर पार्किंग को लेकर हुआ था विवाद
समाचार आज
उज्जैन में गुरुवार रात को कार पार्किंग के विवाद में भाजपा पार्षद पर जानलेवा हमला करने के मामले में जीवाजीगंज पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हमलावर काजीपुरा के युवक निकले। आरोपियों की पहचान सोशल मीडिया पर लगी उनकी की डीपी के माध्यम से हुई है। जीवाजीगंज पुलिस ने शिनाख्त होते ही शुक्रवार रात उन्हें पकड़ लिया और शनिवार दोपहर उन्हें कोर्ट में पेश किया।
सीसीटीवी से आरोपियों की शिनाख्त
उज्जैन के सुदामा नगर निवासी वार्ड 24 के भाजपा पार्षद सुशील श्रीवास पर गुरुवार रात खाक चौक स्थित कृष्णा वाटिका के बाहर अज्ञात युवकों ने हमला कर दिया था। बदमाश श्रीवास के पेट में चाकू मारकर भाग गए थे। गंभीर चोंट लगने के कारण रात को श्रीवास कुछ बता नहीं पाए थे। इस पर पुलिस ने सीसी टीवी फुटेज से हमलावरों की पहचान का प्रयास किया। इसी बीच शुक्रवार को श्रीवास ने फेसबुक, इंस्टाग्राम की डीपी पर लगे फोटो से हमलावरों को पहचान लिया। नाम सामने आने के बाद टीआई गगन बादल ने काजीपुरा निवासी हिमांशु मीणा, विश्वजीत मीणा, लक्ष्य मीणा, मनीष मीणा व गुमानदेव हनुमान मंदिर क्षेत्र में रहने वाले फैजान को गिरफ्त में ले लिया था। शनिवार को इन्हें कोर्ट में पेश किया गया।
कार पार्क करते समय हुई थी बहस
पार्षद श्रीवास अपने परिवार के साथ रात को कृष्णा वाटिका में परिचित के यहां शादी में गए थे। यहां कार पार्क करते समय कुछ युवकों ने उन्हें कार हटाने का कहा था। इसी बात पर मामूली बहस के बाद श्रीवास गार्डन में चले गए। इसी दौरान युवकों ने साथियों को बुला लिया और श्रीवास के कार्यक्रम से निकलते ही मारपीट कर पेंट में चाकू घोंप दिया।
पूर्व मंत्री विधायक पारस जैन के गनमैन ने बचाया था
मौके पर मौजूद विधायक पारस जैन के गनमैन ने श्रीवास को बचाया और जैन ने अपनी कार से उन्हें अस्पताल पहुंचाया। घटना का पता चलते ही कई भाजपा नेता अस्पताल पहुंच गए थे। पुलिस के मुताबिक आरोपी पढ़े लिखे है और खेती करते है। चार आरोपियों का पूर्व में कोई रिकार्ड नहीं है। सिर्फ विश्वजीत पर पूर्व में धारा 188 की कार्रवाई हुई थी। उनका कहना है कि कार पार्क के लिए जगह नहीं देने पर विवाद होने पर श्रीवास ने अभद्रता कर धमकी दी थी। इसी के चलते घटना हुई है। सभी को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया।