आधी रात सरे राह युवक को जिंदा जलाया, मौत के पहले पुलिस पर लगाया आरोप

दो दिन पहले कार्रवाई के वक्त आरक्षक से रिश्वत की रकम लेकर भागा था, मामले में लोकायुक्त को थी तलाश
समाचार आज। उज्जैन
उज्जैन में शनिवार रात एक दिल दहलाने वाली घटना हुई। देर रात बीच सड़क एक युवक जलती हालत में चिल्लाता हुआ मिला। गंभीर रूप से झुलसा युवक चिल्ला रहा था- मुझे अस्पताल ले चलो.. मुझे पुलिसवालों ने आग लगा दी है। उसकी हालत देख कुछ लोगों ने आग को बुझाया और उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। रविवार सुबह इंदौर में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। घटना कोयला फाटक के पास आगर रोड पर गाड़ी अड्डा चौराहे की है। घटना के VIDEO भी सामने आए हैं। इसमें वह उसे जलाने का जिक्र भी कर रहा है। उधर, पुलिस का दावा है कि युवक ने खुद ही आग लगाई थी।
युवक की पहचान गांधीनगर निवासी आसिफ पेंटर के रूप में हुई। पुलिस के मुताबिक दो दिन पहले लोकायुक्त ने चिमनगंज थाने के कॉन्स्टेबल रवि कुशवाह को रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया था, यह युवक उसी का साथी था। आसिफ, आरोपी कॉन्स्टेबल के एजेंट के रूप में काम करता था। लोकायुक्त को इसकी तलाश थी।
आसिफ लेकर भागा था रिश्वत की रकम
दो दिन पहले कॉन्स्टेबल रवि को क्रिकेट के सटोरिए पर दबाव बनाकर रिश्वत लेते पकड़ा गया था, लेकिन तब उसने लोकायुक्त की टीम को आते देख दौड़ लगा दी थी। रिश्वत की रकम 25 हजार रुपए एजेंट को थमा दी थी। इसी दौरान लोकायुक्त ने पता लगा लिया था कि एजेंट का नाम आसिफ पेंटर है। रवि के हाथों में रंग लगा था, लिहाजा उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया था।
तीन बच्चों का पिता है आसिफ, छोटी की उम्र 6 माह
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक आसिफ ने दो शादियां की थीं। पहली पत्नी को वह छोड़ चुका था। दूसरी पत्नी उसके साथ रहती थी। इससे उसके तीन बच्चे (12 साल की सना, 2 साल का कतब और 6 महीने की बेटी हमजा) हैं। आसिफ पुलिस थाने में पेंटिंग और दलाली का काम करता था। इसी कारण उसके पुलिसकर्मियों से अच्छे संबंध थे। आरक्षक रवि कुशवाह के केस में पुलिस को शक था कि रिश्वत के 25 हजार रुपए रवि ने आसिफ को दे दिए थे, तभी से लोकायुक्त पुलिस आसिफ को खोज रही थी। पूछताछ के लिए आसिफ के घर भी पहुंची थी, लेकिन वह घर पर नहीं मिला था।
घटना के डेढ़ घंटे बाद पहुंची पुलिस
रिश्वत की घटना के दो दिन बाद जब उसका झुलसी हुई अवस्था में व पुलिस पर उसे जलाने का आरोप लगाते हुए VIDEO वायरल हुआ तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। घंटों तक पुलिस मौके पर पहुंचने से बचती रही। आसपास मौजूद लोगों ने कपड़े और पानी डालकर आग बुझाई। इसके बाद उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। घटना के डेढ़ घंटे बाद पुलिस पहुंची। सूचना मिलने पर एसपी सचिन शर्मा घटनास्थल पर जांच करने पहुंचे तो कुछ देर बाद एडीशनल एसपी अभिषेक आनंद भी पहुंच गए। फिर यहां चिमनगंज और कोतवाली थाने के अधिकारी भी पहुंचे और संयुक्त रूप से जांच में जुट गए। इधर, आसिफ की हालत गंभीर होने पर उसे इंदौर रेफर कर दिया गया। इंदौर में इलाज के दौरान आज सुबह उसकी मौत हो गई।