सीए पढ़ाई पूरी करने में 6 महीने कम लगेंगे

सिलेबस- स्टायपेंड हुआ दोगुना, अब पेपर 20 होंगे, पाठयक्रम में अब तक के सबसे बड़े बदलाव को लेकर नोटीफिकेशन जारी
समाचार आज
सीए के पाठयक्रम में हुए अब तक के सबसे बड़े बदलाव को लेकर 23 जून 2023 शुक्रवार को नोटीफिकेशन जारी हुआ। यह 1 जुलाई 2023 को सीए दिवस पर लागू किया जाएगा। अब सीए की पढ़ाई करने की न्यूनतम समयावधि घटकर 3.5 साल हो गई है और इसके साथ ही आर्टिकलशिप के दौरान छात्रों को दिया जाने वाला स्टाइपंड भी बढ़ गया है। नए पाठ्यक्रम के तहत अब छात्र अपनी पसंद के विषय पढ़ सकेंगे।
नए बदलाव के अनुसार छात्र पहली बार भारतीय संविधान, टेक्नोलॉजी, साइकोलॉजी, आर्ट ऑफ एडवोकेसी और फिलॉस्फी जैसे विषय फाउंडेशन से फाइनल के बीच पढ़ेंगे। सिर्फ 20 पेपर देने होंगे। इनमें 16 पेपर सेंटर पर जाकर और 4 पेपर सेल्फ पेस लर्निंग मॉड्यूल पर देश में कहीं भी ऑनलाइन माध्यम से दिए जा सकेंगे।
अपनी पसंद के विषय पढ़ सकेंगे अब सीए के छात्र
इंदौर सीए ब्रांच के पूर्व चेयरमैन सीए आनंद जैन ने बताया कि अब नए पाठयक्रम मे जिस फील्ड में विद्यार्थी अपना कॅरियर बनाना चाहते हैं, उन्हें उस सब्जेक्ट चयन करने की सहूलियत रहेगी। इसमें वे फॉरेंसिक ऑडिट, गवर्नमेंट एकाउंटिंग और पब्लिक फाइनेंस, वैल्युएशन, फाइनेंशियल सर्विस एवं केपिटल मार्केट, आर्बिट्रेशन, रिस्क मैनेजमेंट आदि में से अपनी पसंद का विषय चुन सकते हैं। अब एक ही विषय के दो पेपर नहीं देने होंगे। पुराने सिलेबस के अनुसार पहले इंटरमीडिएट और फाइनल में 8-8 पेपर देने होते थे। अब सिर्फ एक बार होंगे। सेल्फ पेस लर्निंग मॉड्यूल को भी शामिल किया गया है।
आर्टिकलशिप की अवधि 3 वर्ष के बजाय 2 वर्ष
- आर्टिकलशिप 24 महीने की ही रहेगी। इसमें प्रति माह सिर्फ 1 छुट्टी ही मान्य होगी। विद्यार्थियों को मिलने वाले स्टाइपंड को भी दोगुना कर दिया गया है। पांच लाख तक की जनसंख्या वाले शहरों में पहले साल 2 हजार, दूसरे साल 3 हजार और तीसरे साल 4 हजार रुपए स्टाइपेंड मिलेगा।
- 5 लाख से 20 लाख तक की जनसंख्या तक वाले शहरों में पहले साल में 3 हजार रुपए, दूसरे साल में 4 हजार और तीसरे साल में 5 हजार स्टाइपंड मिलेगा। 20 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों में पहले वर्ष में 4 हजार रुपए, द्वितीय वर्ष में 5 हजार और तृतीय वर्ष में 6 हजार रुपए प्रतिमाह मिलेंगे।
- नए कोर्स के अनुसार पहली परीक्षा मई 2024 में होगी। साल 2017 में जब कोर्स में परिवर्तन किए गए थे तो स्टूडेंट्स के पास पुराने एवं नए कोर्स दोनों को सिलेक्ट करने का विकल्प था। अब यदि स्टूडेंट नवंबर 2023 तक सीए की एग्जाम उर्त्तीण नहीं कर पाता है, तो उसे अपनी अगली एग्जाम नए कोर्स में ही देनी होगी।
- इसके अलावा एक बड़ा बदलाव यह किया गया कि पहले सीए की एग्जाम में यदि एक ग्रुप में तीन पेपर्स हैं और स्टूडेंट ने दो पेपर्स पास कर लिए हैं लेकिन एक पेपर में फेल हो गया है तो तीनों पेपर दोबारा देने पड़ते थे। अब दो पेपर्स में पास होने पर एक ही पेपर दोबारा देना होगा।
पुराने स्टूडेंट्स के लिए 1 जुलाई को गाइड लाइन स्पष्ट होगी
नई एजुकेशन पॉलिसी में पुराने स्टूडेंट्स किस तरह कन्वर्ट हो सकते हैं, जिनके 1 ग्रुप या कुछ पेपर में एक्जमशन हैं उन्हें आगे यह एक्जमशन मिलेगी या नहीं। इनकी क्लियरिटी के लिए 1 जुलाई को प्रश्न उत्तर जारी करके दिए जाएंगे। जिस प्रकार का शेड्यूल जारी किया गया है उसे देखते हुए यह साफ है कि पुराने और नए सिलेबस की परीक्षाएं साथ-साथ नहीं होगी। अगले वर्ष मई/जून में होने वाली परीक्षाएं नए सिलेबस से होगी, इस वर्ष होने वाली परीक्षाएं पुराने सिलेबस से होगी।